भारत मालदीव को 400 मिलियन डॉलर (₹3300 करोड़) से अधिक की आर्थिक सहायता देगा। इस सहायता का ऐलान मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू की नई दिल्ली में पीएम मोदी के साथ बैठक के बाद हुआ है। भारत सैन्य सहयोग समेत अन्य कई क्षेत्रों में भी मालदीव को मदद करेगा।
नई दिल्ली में पीएम मोदी और मोहम्मद मुइज्जू की बैठक के बाद कई क्षेत्रों में सहयोग पर बात बनी है। भारत ने मालदीव को आर्थिक संकट से उबारने के लिए भारत ने उसे 400 मिलियन डॉलर का कर्ज दिया है और साथ ही 3000 करोड़ से अधिक की क्रेडिट लाइन भी दी है। इससे मालदीव जब चाहे, भारत से खरीददारी कर सकता है।
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— Randhir Jaiswal (@MEAIndia) October 7, 2024
भारत पुराने कर्जों की वसूली की तारीख भी आगे बढ़ाई गई है। मालदीव के लिए यह आर्थिक मदद काफी आवश्यक थी क्योंकि उसके पास विदेशी मुद्रा लगभग 45 दिनों के लिए बची थी। यदि भारत से सहायता ना मिलती तो मालदीव का हाल ही श्रीलंका जैसा हो सकता था।
भारत ने आर्थिक मदद के साथ ही मालदीव के सुरक्षाबलों (MNDF) को राडार जैसे उपकरण देने पर हामी भरी है। भारत मालदीव कोस्ट गार्ड के एक जहाज की मरम्मत भी करेगा। मालदीव के लोगों को कोई समस्या ना हो, इसलिए भारत अददु शहर के भीतर एक वाणिज्यिक दूतावास भी खोलेगा।
दोनों देश अब UPI भुगतान सिस्टम से भी जुड़ गए हैं। साथ ही Rupay कार्ड को भी मालदीव में लॉन्च कर दिया गया है। मालदीव से भारत ने मुक्त व्यापार समझौते को लेकर बातचीत चालू करने का फैसला लिया है। दोनों देशों ने आगे इन्फ्रा क्षेत्र में भी काम करने का फैसला लिया है।
मालदीव को कई क्षेत्रों में दी गई मदद से राष्ट्रपति मुइज्जू से काफी प्रसन्न हैं। उन्होंने पीएम मोदी और भारत के लोगों का इसके लिए धन्यवाद किया है। मुइज्जू ने कहा है कि भारत और मालदीव के रिश्ते सदियों पुराने हैं और यह बात इतिहास से साबित होता है।
मोहम्मद मुइज्जू ने कहा है कि भारत, मालदीव के लिए महत्वपूर्ण पर्यटक स्रोत है और वह मालदीव में और अधिक भारतीय पर्यटकों को अपने देश में स्वागत करना चाहते हैं। गौरतलब है कि मुइज्जू के राष्ट्रपति बनने के बाद रिश्तों में आई कड़वाहट के कारण भारतीयों का मालदीव जाना कम हो गया था।
India is one of our largest tourism source markets and we hope to welcome more Indian tourists to the Maldives, allowing for shared growth and understanding between our peoples – President Dr Muizzu pic.twitter.com/LYyKZCEZYr
— The President's Office (@presidencymv) October 7, 2024
द्विपक्षीय वार्ता के दौरान मोहम्मद मुइज्जू ने पीएम मोदी को मालदीव आने का न्योता दिया है। मोहम्मद मुइज्जू ने कहा है कि मालदीव भारत का सच्चा दोस्त बना रहेगा और साथ ही इस इलाके में शांति और सहयोग के लिए प्रतिबद्ध रहेगा। मुइज्जू के यह बदले सुर उनके भारत के प्रति रवैये में आए परिवर्तन को दिखा रहे हैं।
मोहम्मद मुइज्जू का राष्ट्रपति आवास में सोमवार (7 अक्टूबर, 2024) को आधिकारिक स्वागत किया गया था। चीन सरपरस्त माने जाने वाले मुइज्जू ने इस दौरान भारत की चिंताओं को कम करने का प्रयास भी किया है। मुइज्जू ने एक मीडिया इंटरव्यू में कहा है कि मालदीव ऐसा कुछ नहीं करेगा जिससे भारत को खतरा पैदा होता हो।
मुइज्जू राष्ट्रपति चुने जाने से पहले ही भारत विरोधी रवैया अपनाते रहे हैं। उन्होंने मालदीव में ‘इंडिया आउट’ अभियान चलाया था और इसे राष्ट्रपति चुनाव का केंद्र बिंदु बना लिया था। राष्ट्रपति बनने के बाद उन्होंने मालदीव में राहत बचाव के काम में लगे भारतीय सैनिकों के भी वापस जाने को कहा था।
मोहम्मद मुइज्जू की कैबिनेट के मंत्रियों ने भारत प्रधानमंत्री मोदी को लेकर अशोभनीय टिप्पणियाँ भी की थी। मालदीव सरकार से जुड़े लोगों ने भारत को लेकर सोशल मीडिया पर अपमानजनक कैम्पेन चलाया था। इसके बाद भारतीयों ने मालदीव ना जाने को लेकर अभियान चलाया था।