पाकिस्तान में पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की रिहाई की माँग ने हालात बेकाबू कर दिए हैं। राजधानी इस्लामाबाद में प्रदर्शनकारियों और सुरक्षाबलों के बीच झड़पें जारी हैं। इन घटनाओं में अब तक 6 सुरक्षाकर्मियों की मौत हो चुकी है, जबकि 100 से अधिक घायल हुए हैं। हिंसा को नियंत्रित करने के लिए सरकार ने सेना बुलाकर उपद्रवियों को देखते ही गोली मारने का आदेश दिया है। वहीं, प्रदर्शनकारी डी-चौक तक पहुँच गए हैं।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, प्रदर्शनकारियों ने सुरक्षाबलों की गाड़ियाँ तोड़ीं और बैरिकेड्स हटा दिए। इस बीच इमरान खान की वाइफ बुशरा बीबी पीटीआई समर्थकों का नेतृत्व करते हुए इस्लामाबाद के डी-चौक तक पहुँच चुकी हैं, तो इस्लामाबाद के अलावा पंजाब और खैबर पख्तूनख्वा प्रांतों में भी प्रदर्शन तेज हो गए हैं। PTI ने 3,500 से अधिक नेताओं और कार्यकर्ताओं की गिरफ्तारी का आरोप लगाया है। इमरान खान की पार्टी तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) का कहना है कि उनके शांतिपूर्ण प्रदर्शन पर सुरक्षाबलों ने गोलीबारी की, जिसमें दो कार्यकर्ताओं की मौत हो गई और कई घायल हुए।
پشاور کے قافلے کے رات کے مناظر
— PTI (@PTIofficial) November 24, 2024
زبان خلق کو نقارۂ خدا سمجو۔۔۔#HistoryInTheMaking pic.twitter.com/hM53NPn5xp
बताया जा रहा है कि खैबर पख्तूनख्वा से प्रदर्शनकारी डी-चौक की ओर बढ़ रहे हैं जो राष्ट्रपति भवन, प्रधानमंत्री कार्यालय और संसद जैसी प्रमुख इमारतों के पास है. प्रदर्शनकारियों ने शिपिंग कंटेनरों और बैरिकेड्स को भारी मशीनरी की मदद से हटा दिया।
Hello how are you? Welcome on the container. PTI protestors reached D Chowk in Islamabad. pic.twitter.com/exALg1uEV7
— Hamid Mir حامد میر (@HamidMirPAK) November 26, 2024
बता दें कि 72 वर्षीय इमरान खान ने 24 नवंबर को राष्ट्रव्यापी विरोध प्रदर्शन का आह्वान किया था, जिसमें उन्होंने जनादेश की चोरी, लोगों की अवैध गिरफ्तारी और 26वाँ संविधान संशोधन पारित होने की निंदा की थी। उन्होंने कहा कि इस संशोधन ने ‘तानाशाही शासन’ को मजबूत किया है। उनकी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) पार्टी ने जनता से ‘गुलामी की बेड़ियाँ तोड़ने’ के लिए मार्च में शामिल होने का आह्वान किया है।
इस प्रदर्शन का नेतृत्व इमरान खान की वाइफ बुशरा बीबी और खैबर-पख्तूनख्वा के मुख्यमंत्री अली अमीन गंडापुर कर रहे हैं। बुशरा बीबी ने वीडियो संदेश में समर्थकों से जुटने की अपील की।
خیبر پختون خواہ کے قافلے کا ایک اور فضائی مناظر۔
— Azhar Mashwani (official) (@AzharMashwaniPk) November 24, 2024
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डी-चौक क्यों है खास?
इस्लामाबाद का डी-चौक देश की महत्वपूर्ण सरकारी इमारतों राष्ट्रपति भवन, प्रधानमंत्री कार्यालय और संसद के पास स्थित है। इसे प्रदर्शनकारियों ने संघर्ष का मुख्य केंद्र बना दिया है। वहीं, प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने सुरक्षाबलों पर हमले की कड़ी निंदा की और दोषियों पर सख्त कार्रवाई के आदेश दिए। आंतरिक मंत्री मोहसिन नकवी ने प्रदर्शनकारियों के खिलाफ सख्त रुख अपनाते हुए सुरक्षा सुनिश्चित करने की बात कही।