इजरायल और फिलिस्तीन के बीच चल रहे खूनी संघर्ष में गाजा में मौतों का आँकड़ा 65 पहुँच गया। इजरायल में भी 7 लोगों के मरने की खबर है। अलजजीरा की खबर बताती है कि गाजा में हुई बमबारी में हमास का कमांडर बसीम इस्सा मारा गया। इसके अलावा वहाँ की तीन बिल्डिंग तबाह हो गई और हमास के सुरक्षा प्रतिष्ठानों को भी उड़ा दिया गया।
Moments ago, IDF fighter jets struck a 14-story building in southern Gaza, which housed Hamas military intelligence offices & infrastructure used to communicate tactical-military information.
— Israel Defense Forces (@IDF) May 12, 2021
We warned civilians in the building & provided them sufficient time to evacuate. pic.twitter.com/lFT7ntbXzW
Israeli missile strikes have destroyed the 14 storey Shorouq tower in Gaza City – which was home for many media offices and is in a very densely populated area. pic.twitter.com/ccDaJR4Sbl
— Arwa Ibrahim (@arwaib) May 12, 2021
अलजजीरा की पत्रकार अरवा इब्राहिम के अनुसार 14 मंजिला यह बिल्डिंग कई मीडिया हाउस का ठिकाना था। जबकि इजरायल डिफेंस फोर्स की मानें तो इस बिल्डिंग में हमास मिलिट्री इंटेलिजेंस का ऑफिस था। इसी बिल्डिंग से खुफिया सैन्य गतिविधियों का संचार-संदेश किया जा रहा था।
गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि अब तक वहाँ 16 बच्चों समेत 65 लोगों की मौतें हुई है। मंत्रालय ने कहा कि हमले में 365 लोग घायल हुए, जिनमें 86 बच्चे और 39 महिलाएँ भी शामिल हैं।
गाजा के हालिया हमले के बाद इजरायल में भी एक 5 साल के बच्चे की मरने और कम से कम 20 लोगों के घायल होने की खबर है। टाइम्स ऑफ इजरायल के अनुसार, गाजा की ओर से बुधवार रात दागा गया रॉकेट खिड़की को तोड़कर निकला और वहाँ मौजूद नाबालिग के सिर में गहरी चोट आई। घटना के कई घंटे बाद बच्चे को मृत घोषित कर दिया गया। वहीं उसकी माँ अब भी घायल है।
מצבו של הילד שנפצע בפגיעה הישירה בשדרות מוסיף להיות אנוש. הוא נפגע מרסיס שחדר מהחלון של הממד בו שהה@DanaYarkechy @Itsik_zuarets pic.twitter.com/DswQZibPyz
— כאן חדשות (@kann_news) May 12, 2021
बच्चे की मृत्यु के बाद इजरायल में मौत की गिनती 7 हो गई है। इनमें 5 इजरायली, एक भारतीय और एक IDF सैनिक शामिल हैं। घटना के मद्देनजर इजरायली रक्षा मंत्री ने बेनी गैट्स ने बुधवार (मई 12, 2021) शाम को बयान जारी करके बताया कि वे ऐसे हमले तब तक नहीं रोकेंगे, जब तक दुश्मन पूरी तरह शांत नहीं होते।
उन्होंने कहा, “हमारी सेना के गाजा पट्टी और फिलिस्तीन में हमले बंद नहीं होंगे। हम अब तब तक रुकने को तैयार नहीं हैं, जब तक दुश्मन को पूरी तरह शांत नहीं कर देते। इसके बाद ही अमन बहाली पर कोई बात होगी। इजरायल अब लंबे समय तक शांति कायम करने के उपाय करके ही रहेगा।”
इधर, इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने बताया कि बुधवार को गाजा में 15 लोग मारे गए। इनमें एक ब्रिगेड कमांडर भी था। वह कहते हैं, “ये केवल शुरुआत है। हम उन्हें ऐसे मारेंगे, जैसा उन्होंने सपने में भी न सोचा हो।”
हमास के नेता हानिया ने भी इस बाबत बयान दिया। उनका कहना है कि अगर इजरायल जंग बढ़ाना ही चाहता है तो हम भी रुकने को तैयार नहीं हैं। उन्होंने चेतावनी दी है कि वे इजरायलियों की जिंदगी नर्क कर देंगे।
इजरायली सेना के मुताबिक बुधवार की सुबह कम से कम 180 रॉकेट दागे गए। जिसके बदले में IDF ने गाजा पट्टी में हमास अधिकारियों, उनके हथियारों और इन्फ्रास्ट्रक्चर को निशाना बनाते हुए हमला बोला। इजरायली पुलिस ने जानकारी दी कि अब तक 374 लोगों की गिरफ्तारी की जा चुकी है।
अंतरराष्ट्रीय समूह कर रहे शांति की अपील
कथित तौर पर अब तक इस संघर्ष में इजरायल की ओर से 350 से ज्यादा हवाई हमले सेना को निशाना बनाते हुए, हुए हैं। वहीं गाजा के इस्लामी गुट की ओऱ से अब तक 1000 रॉकेट लॉन्च किए जा चुके हैं। स्थिति देख साफ पता चल रहा है कि यरुशलम की अल अक्सा मस्जिद पर जुमे की नमाज से शुरू हुआ संघर्ष अब युद्ध में तब्दील होता जा रहा है। इस बीच अंतरराष्ट्रीय समुदाय दोनों पक्षों से तनाव कम करने की अपील कर रहे हैं।
अंतरराष्ट्रीय समुदायों को चिंता है कि कहीं स्थिति हाथ से न निकल जाए। संयुक्त राष्ट्र के मध्य पूर्व शांति राजदूत टॉर वेनेसलैंड ने कहा कि दोनों पक्ष इसे व्यापक युद्ध की ओर ले जा रहे हैं। संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुतारेस ने कहा है कि वे हिंसा को लेकर काफी चिंतित हैं।
जर्मनी ने इजरायल पर हो रहे हमलों की निंदा करते हुए कहा कि इन हमलों को कहीं से कहीं तक उचित नहीं ठहराया जा सकता। वहीं तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तैयप एर्दोगन ने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से कहा कि फिलिस्तीनियों के प्रति इजरायल के रवैये के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय समुदाय को उसे कड़ा और कुछ अलग सबक सिखाना चाहिए।
बता दें कि अलजजीरा की ओर से हैरी फॉसेट दक्षिणी इजरायल से रिपोर्ट कर रहे हैं। उन्हें वहाँ लोकल रिपोर्ट से पता चला है कि इजरायल का विचार एयर स्ट्राइक के साथ साथ ग्राउंड पर भी फोर्स इस्तेमाल करने का बन रहा है। वह कहते हैं, “इजरायल ने ऐसा 2014 से नहीं किया। इसमें इजरायली सैनिकों की जान जाने का डर है। इसलिए ये निर्णय इतना आसान नहीं है। लेकिन ऐसा लग रहा है कि ये विकल्प भी उनके पास है।”