Saturday, July 27, 2024
Homeरिपोर्टअंतरराष्ट्रीयTokyo Olympic 2020: एथलीट और समर्थकों के नमाज पढ़ने के लिए चलती-फिरती मस्जिद की...

Tokyo Olympic 2020: एथलीट और समर्थकों के नमाज पढ़ने के लिए चलती-फिरती मस्जिद की व्यवस्था

इस मोबाइल मस्जिद को यासु प्रोजेक्ट के नाम से तैयार किया गया है। इस प्रोजेक्ट के सीईओ यासुहारु इनो ने कहा कि वो चाहते हैं कि खिलाड़ी पूरी प्रेरणा के साथ प्रतिस्पर्धा में भाग लें और दर्शक भी उसी प्रेरणा के साथ खिलाड़ियों का प्रोत्साहन करें।

जापान की राजधानी टोक्यो में इस साल 24 जुलाई से 9 अगस्त तक ओलिंपिक गेम्स होंगे। इसमें दुनियाभर के हजारों खिलाड़ी, अधिकारी और फैन्स पहुँचेंगे। इस दौरान वहाँ आने वाले दूसरे मजहब के एथलीट, अधिकारी और समर्थकों को नमाज अता करने में कोई परेशानी न हो इसको ध्यान में रखते हुए एक चलती फिरती मस्जिद बनाई गई है।

इस बार खेलों के दौरान टोक्यो की सड़कों पर ये मस्जिद चक्कों पर चलती हुई दिखाई देगी। जानकारी के मुताबिक टोक्यो में होटलों और सार्वजनिक क्षेत्रों में प्रार्थना स्थलों की कमी है, इसी को देखते हुए प्रशासन ने ‘मोबाइल मस्जिद’ का निर्माण करवाया है। यह ‘मोबाइल मस्जिद’ 48 वर्ग मीटर का ट्रक के पीछे बना एक प्रार्थना कक्ष है। जिसमें प्रार्थना के सभी सुविधाओं की व्यवस्था की गई है। इस वाहन में पानी की भी व्यवस्था है और साथ ही इस पर अरबी में लिखा गया है ताकि किसी को कोई परेशानी ना हो।

बता दें कि इस मोबाइल मस्जिद को यासु प्रोजेक्ट के नाम से तैयार किया गया है। इस प्रोजेक्ट के सीईओ यासुहारु इनो ने कहा कि वो चाहते हैं कि खिलाड़ी पूरी प्रेरणा के साथ प्रतिस्पर्धा में भाग लें और दर्शक भी उसी प्रेरणा के साथ खिलाड़ियों का प्रोत्साहन करें। इसके अलावा ओलंपिक खेलों में प्रार्थना के लिए खास कमरों को भी निर्माण खेल परिसर में किया जा रहा है।

यासुहारु इनो ने कहा कि उनके इस प्रयास से दुनिया भर के सभी लोगों में भेदभाव मुक्त शांतिपूर्ण ओलंपिक खेलों को बढ़ावा मिलेगा। टोक्यो ओलंपिक आयोजकों ने समाचार एजेंसी रॉयटर्स को एक ईमेल के जरिए बताया कि वह सभी धार्मिक लोगों के लिए सुविधाएँ देने का प्रयास कर रहे हैं। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि सभी धार्मिक आस्थाओं की एक सूची तैयार की जा रही है, जिससे कि सभी धर्म के लोगों की सुविधा के लिए अलग-अलग व्यवस्था की जा सके।

Waseda University की एक रिपोर्ट के मुताबिक जापान में कुल मस्जिदों की संख्या 105 के करीब है। हालाँकि इनमें से अधिकांश टोक्यों से बाहर हैं। पाँच बार नमाज पढ़ने वाले लोगों को कोई दिक्कत न हो इसलिए ऐसी व्यवस्था की गई है। वहीं प्रोजेक्ट के अधिकारी का कहना है कि उन्होंने एथलीट्स की सुविधाओं के लिए कई ओलिंपिक समितियों से बात की थी, जिसमें इंडोनेशिया भी शामिल है।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

बांग्लादेशियों के खिलाफ प्रदर्शन करने पर झारखंड पुलिस ने हॉस्टल में घुसकर छात्रों को पीटा: BJP नेता बाबू लाल मरांडी का आरोप, साझा की...

भाजपा नेता बाबूलाल मरांडी ने कहा है कि बांग्लादेशी घुसपैठियों के खिलाफ प्रदर्शन करने पर हेमंत सरकार की पुलिस ने उन्हें बुरी तरह पीटा।

प्राइवेट सेक्टर में भी दलितों एवं पिछड़ों को मिले आरक्षण: लोकसभा में MP चंद्रशेखर रावण ने उठाई माँग, जानिए आगे क्या होंगे इसके परिणाम

नगीना से निर्दलीय सांसद चंद्रशेखर आजाद ने निजी क्षेत्रों में दलितों एवं पिछड़े वर्गों के लिए आरक्षण लागू करने के लिए एक निजी बिल पेश किया।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -