नोबेल पुरस्कार विजेता मलाला युसुफजई ने कश्मीर को लेकर चिंता जताई है। मलाला ने जम्मू कश्मीर की जनता के बारे में बार करते हुए लिखा कि वह ‘कश्मीर की महिलाओं व बच्चों के लिए चिंतित हैं जो हिंसा का सबसे ज्यादा शिकार बनते हैं।‘ मलाला ने लिखा कि कश्मीर के बच्चे कई दशकों से हिंसा के बीच बड़े हो रहे हैं। उन्होंने दक्षिण एशिया को अपना घर बताते हुए लिखा कि वह क्षेत्र के 1.8 बिलियन लोगों के साथ रहती हैं, जिनमें कश्मीरी भी शामिल हैं। मलाला ने संयुक्त राष्ट्र से अपील की कि वह ‘कश्मीरी जनता की पीड़ा’ पर ध्यान दें और उचित क़दम उठाएँ। मलाला ने मानवाधिकार का भी रोना रोया।
The people of Kashmir have lived in conflict since I was a child, since my mother and father were children, since my grandparents were young. pic.twitter.com/Qdq0j2hyN9
— Malala (@Malala) August 8, 2019
हालाँकि, लोगों ने मलाला पर बलूचिस्तान पर भी मुँह खोलने को कहा, जहाँ पाकिस्तानी फ़ौज द्वारा खुलेआम अत्याचार किया जा रहा है। बलूचिस्तान में पाक फ़ौज की करतूतों पर संयुक्त राष्ट्र की मानवाधिकार समितियाँ भी रिपोर्ट्स दे चुकी हैं, जिनमें महिलाओं की प्रताड़ना की बात भी कही गई थी। आंतरिक मुद्दा होने के कारण भारत हमेशा से कश्मीर मामले में किसी भी प्रकार की मध्यस्तथा का विरोधी रहा है लेकिन मलाला ने अंतर्राष्ट्रीय समुदाय से हस्तक्षेप की अपील की है।
The people of Baluchistan have lived in conflict since you were a child, since your mother and father were children, your grandparents were young.
— प्रशान्त पटेल उमराव (@ippatel) August 8, 2019
Same as Minorities Hindu, Christian, bauddh in Pakistan are facing persecution since then & on verge of cessation.
वकील प्रशांत पटेल उमराव ने पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों पर हो रहे अत्याचार पर अपनी प्रतिक्रिया देने को कहा। ज्ञात हो कि वहाँ हिन्दुओं, सिखों और बौद्धों पर लगातार अत्याचार हो रहे हैं और वहाँ का क़ानून भी इस तरह से तैयार किया गया है जिससे पीड़ित अल्पसंख्यकों को कोई मदद भी नहीं मिल पाती।
Not a word against Pak sponsored terror in Kashmir. Someone who suffered a terror attack has no guts to speak against terror…!! Lost respect Malala ?
— Manak Gupta (@manakgupta) August 8, 2019
पत्रकार मानक गुप्ता इस बात से नाराज़ दिखे कि मलाला ने कश्मीर में पाकिस्तान समर्थित आतंकवाद पर कोई टिप्पणी नहीं की। उन्होंने लिखा कि मलाला के लिए उनके मन में जो सम्मान था, अब वह ख़त्म हो गया है।
You dont speak for human rights of Christian and Hindu minorites of Pakistan, you Dont speak up for Balochi people being massacred by Pakistan army, you don’t speak for Human rights of people in Pakistan occupied Kashmir.
— अंकित जैन (@indiantweeter) August 8, 2019
You are a hypocrite Malala Yusufzai
अंकित जैन ने मलाला से पूछा कि वह पाक अधिकृत कश्मीर में पाकिस्तानी फ़ौज द्वारा किए जा रहे अत्याचारों पर कुछ नहीं बोल रही हैं? मलाला युसुफजई के इस सेलेक्टिव बयान के कारण कई लोग नाराज़ दिखें और उन्होंने लिखा कि यह बयान जानबूझ कर भारत के ख़िलाफ़ चलाए जा रहे एजेंडे के हिस्सा मालूम होता है।