Friday, March 29, 2024
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J&K पर मलाला ने रोया मानवाधिकार का रोना, लोगों ने दिलाई बलूचिस्तान, POK की याद

मलाला युसुफजई के इस सेलेक्टिव बयान के कारण कई लोग नाराज़ दिखें और उन्होंने लिखा कि यह बयान जानबूझ कर भारत के ख़िलाफ़ चलाए जा रहे एजेंडे के हिस्सा मालूम होता है।

नोबेल पुरस्कार विजेता मलाला युसुफजई ने कश्मीर को लेकर चिंता जताई है। मलाला ने जम्मू कश्मीर की जनता के बारे में बार करते हुए लिखा कि वह ‘कश्मीर की महिलाओं व बच्चों के लिए चिंतित हैं जो हिंसा का सबसे ज्यादा शिकार बनते हैं।‘ मलाला ने लिखा कि कश्मीर के बच्चे कई दशकों से हिंसा के बीच बड़े हो रहे हैं। उन्होंने दक्षिण एशिया को अपना घर बताते हुए लिखा कि वह क्षेत्र के 1.8 बिलियन लोगों के साथ रहती हैं, जिनमें कश्मीरी भी शामिल हैं। मलाला ने संयुक्त राष्ट्र से अपील की कि वह ‘कश्मीरी जनता की पीड़ा’ पर ध्यान दें और उचित क़दम उठाएँ। मलाला ने मानवाधिकार का भी रोना रोया।

हालाँकि, लोगों ने मलाला पर बलूचिस्तान पर भी मुँह खोलने को कहा, जहाँ पाकिस्तानी फ़ौज द्वारा खुलेआम अत्याचार किया जा रहा है। बलूचिस्तान में पाक फ़ौज की करतूतों पर संयुक्त राष्ट्र की मानवाधिकार समितियाँ भी रिपोर्ट्स दे चुकी हैं, जिनमें महिलाओं की प्रताड़ना की बात भी कही गई थी। आंतरिक मुद्दा होने के कारण भारत हमेशा से कश्मीर मामले में किसी भी प्रकार की मध्यस्तथा का विरोधी रहा है लेकिन मलाला ने अंतर्राष्ट्रीय समुदाय से हस्तक्षेप की अपील की है।

वकील प्रशांत पटेल उमराव ने पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों पर हो रहे अत्याचार पर अपनी प्रतिक्रिया देने को कहा। ज्ञात हो कि वहाँ हिन्दुओं, सिखों और बौद्धों पर लगातार अत्याचार हो रहे हैं और वहाँ का क़ानून भी इस तरह से तैयार किया गया है जिससे पीड़ित अल्पसंख्यकों को कोई मदद भी नहीं मिल पाती।

पत्रकार मानक गुप्ता इस बात से नाराज़ दिखे कि मलाला ने कश्मीर में पाकिस्तान समर्थित आतंकवाद पर कोई टिप्पणी नहीं की। उन्होंने लिखा कि मलाला के लिए उनके मन में जो सम्मान था, अब वह ख़त्म हो गया है।

अंकित जैन ने मलाला से पूछा कि वह पाक अधिकृत कश्मीर में पाकिस्तानी फ़ौज द्वारा किए जा रहे अत्याचारों पर कुछ नहीं बोल रही हैं? मलाला युसुफजई के इस सेलेक्टिव बयान के कारण कई लोग नाराज़ दिखें और उन्होंने लिखा कि यह बयान जानबूझ कर भारत के ख़िलाफ़ चलाए जा रहे एजेंडे के हिस्सा मालूम होता है।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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