Saturday, May 17, 2025
Homeदेश-समाजजून में कहा- निकाह क्यों करनी, नवंबर में तस्वीरें दिखा दुनिया को दी निकाह...

जून में कहा- निकाह क्यों करनी, नवंबर में तस्वीरें दिखा दुनिया को दी निकाह की खबर: जानिए कौन हैं मलाला के शौहर असर

असर क्रिकेट की दुनिया से जुड़े हैं। वे पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) के हाई फरफॉरमेस जनरल मैनेजर हैं। वे 2020 में पीसीबी से जुड़े थे।

शांति का नोबल पुरस्कार पाने वाली मलाला युसुफजई (24) ने निकाह कर लिया है। उन्होंने मंगलवार 9 नवंबर को ट्वीट कर इसके बारे में जानकारी दी। मलाला ने लिखा, “आज का दिन मेरे जीवन का एक अनमोल दिन है। जीवन भर का साथ निभाने के लिए असर और मैंने निकाह कर लिया है। अब हम एक साथ जीवन बिताने के लिए उत्साहित हैं।”

उन्होंने बताया कि निकाह ब्रिटेन के बर्मिंघम स्थित उनके घर पर एक छोटे से कार्यक्रम हुआ। इसकी कुछ तस्वीरें भी शेयर की। उनके शौहर का नाम असर मलिक है। रिपोर्ट के अनुसार असर क्रिकेट की दुनिया से जुड़े हैं। वे पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) के हाई परफॉर्मेंस जनरल मैनेजर हैं। वे 2020 में पीसीबी से जुड़े थे। उन्होंने लाहौर यूनिवर्सिटी ऑफ मैनेजमेंट साइंसेज से 2012 में अर्थशास्त्र और राजनीति विज्ञान में ग्रेजुएशन किया था।

पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड से जुड़ने से पहले असर मलिक प्लेयर मैनेजमेंट एजेंसी में प्रबंध निदेशक थे। पाकिस्तान सुपर लीग (PSL) फ्रेंचाइजी मुल्तान सुल्तान से भी उनका जुड़ाव रहा है। उन्हें वहाँ ऑपरेशनल मैनेजर की जिम्मेदारी सौंपी गई थी। गौरतलब है कि मलाला को 2012 में वैश्विक पहचान तब मिली जब पाकिस्तान में लड़कियों की शिक्षा की पैरोकारी पर तालिबान ने उनके सिर में गोली मार दी थी। उस वक्त वह 15 साल की थीं।

जब मलाला ने कहा- निकाह क्यों करनी

ट्विटर के जरिए निकाह की खबर देने वाली मलाला इसी साल जून में अपने एक बयान को लेकर पाकिस्तान में विवादों में आ गईं थी। दरअसल ब्रिटिश पत्रिका वोग को दिए साक्षात्कार में उन्होंने निकाह पर सवाल उठाए थे। उन्होंने कहा था, “मुझे समझ नहीं आता कि क्यों लोगों का निकाह करना जरूरी है। यदि आप अपने जीवन में कोई व्यक्ति चाहते हैं, तो आपको निकाह के कागजात पर दस्तखत करने की क्या जरूरत है। यह केवल साझेदारी क्यों नहीं हो सकती?”

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

'द वायर' जैसे राष्ट्रवादी विचारधारा के विरोधी वेबसाइट्स को कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

कैराना का नोमान इलाही निकला ISI का जासूस, 4 बार जा चुका पाकिस्तान: ऑपरेशन सिंदूर के दौरान दुश्मन मुल्क को दे रहा था अहम...

नोमान चार बार पाकिस्तान जा चुका है, जहाँ उसने ISI हैंडलरों से मुलाकात की। बुआ और मौसी के पाकिस्तान में होने का बहाना बनाकर वह वहाँ जाता रहा।

ऑपरेशन सिंदूर में ISRO की भूमिका रही निर्णायक, लक्ष्यों की पहचान से लेकर दुश्मन मिसाइलों की ट्रैकिंग तक: जानें – कैसे आसमानी कमाल से...

इसरो के बनाए भारतीय उपग्रहों ने पाकिस्तानी ड्रोन और मिसाइलों की सटीक जानकारी दी, जिससे अकाशतीर और अन्य स्वदेशी वायु रक्षा प्रणालियों ने इन्हें नष्ट कर दिया।
- विज्ञापन -