Saturday, May 10, 2025
Homeरिपोर्टअंतरराष्ट्रीयमदर-फादर, ब्रदर-सिस्टर... सारे शब्द बैन: 'वोक कल्चर' में डूबा मैनचेस्टर यूनिवर्सिटी, छात्रों को रोबोट...

मदर-फादर, ब्रदर-सिस्टर… सारे शब्द बैन: ‘वोक कल्चर’ में डूबा मैनचेस्टर यूनिवर्सिटी, छात्रों को रोबोट बनाने की तैयारी

मैनचेस्टर यूनिवर्सिटी द्वारा मदर-फादर, ब्रदर-सिस्टर, और हस्बैंड-वाइफ जैसे शब्दों पर लगाए गए प्रतिबंध के बाद टोरी सांसद ने इस निर्णय को हैरान करने वाला बताया है। उन्होंने कहा है कि अभिव्यक्ति की आजादी भी कुछ होती है।

ब्रिटेन की जानी-मानी मैनचेस्टर यूनिवर्सिटी (Manchester University) के कुछ वोक लोगों ने भाषा को समावेशी बनाने के नाम पर गिने-चुने शब्दों को ‘अपमानजनक’ करार देते हुए उन पर प्रतिबंध लगाया है। इन अपमानजनक शब्दों की लिस्ट में उन्होंने भाई-बहन, मम्मी-पापा और पति-पत्नी को भी जोड़ा है।

वोक यूनिवर्सिटी का कहना है कि अगर अगर छात्र-छात्राओं को ये शब्द इस्तेमाल करने ही हैं तो वो भाई-बहन (ब्रदर-सिस्टर) की जगह सिबलिंग (SIBLING) बोलें। मम्मी-पापा की जगह ‘पेरेंट्स या गार्जियन (Parents or Guardian)’ बोलें। पति-पत्नी की जगह ‘पार्टनर (Partners)’ शब्द का प्रयोग किया जाए।

इसके अलावा यूनिवर्सिटी में Elderly शब्द भी बैन हो गया है और इसके पीछे वजह दी गई है कि ये सब बुजुर्ग लोगों के हित में किया गया है।

द सन की रिपोर्ट के अनुसार, स्टाफ और छात्रों के लिए यूनिवर्सिटी द्वारा निकाली गई ‘इन्क्लूसिव लैंगुएज गाइड’ में कहा गया है कि यूनिवर्सिटी अंतर और विभिन्नताओं का सम्मान करती है और ऐसे माहौल को बनाना चाहती है जहाँ हर कोई अपनी पूरी काबिलियत का इस्तेमाल करने में सक्षम हो।

शब्दों पर लगाए गए प्रतिबंध को लेकर गाइड के बारे में कहा गया है कि, “हम जिस ढंग से लोगों के बारे में लिखते हैं वह समानता, विभिन्नता और समावेश को बढ़ावा देता है।”

बता दें कि यूनिवर्सिटी द्वारा लिए गए इस फैसले को सांसद निगल मिल्स ने हैरान करने वाला कहा और बोले कि अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का भी ख्यला किया जाना चाहिए। वहीं सोशल मीडिया पर लोगों ने इस तरह की खबर को पढ़कर कहना शुरू कर दिया है कि किसी को अपने बच्चों को इस यूनिवर्सिटी में नहीं भेजना चाहिए। ऐसी यूनिवर्सिटी सिर्फ बच्चों के करियर को बर्बाद करती हैं।

मालूम हो कि मैनचेस्टर यूनिवर्सिटी से पहले ब्रिस्टल यूनिवर्सिटी ने ‘मैनिंग’ शब्द पर प्रतिबंध लगाया था और ‘नॉन-डिसेबल’ शब्द को able-bodied किया गया था। इसके अलावा मैनचेस्टर यूनिवर्सिटी में ही पिछले साल मदर-फादर शब्द को हटाए जाने पर पहले भी बवाल हो चुका है।

लोगों ने सवाल किया था कि क्या ये सोचा जा सकता है कि बच्चे अपने माता-पिता को घर में पेरेंट बोल रहे हैं। इस नई गाइड पर आपत्ति इसलिए भी थी क्योंकि इसका अनुसरण करके कोई व्यक्ति किसी रोबोट की तरह लगता जिसे भावनाओं की कदर न होकर बस शब्द रटा दिए गए हैं। लोगों ने पूछा था कि जितना दर्द माँ को बच्चा पैदा करने में होता है क्या उतना ही दर्द पेरेंट होता है।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

बलूच लड़ाकों ने पाकिस्तान पर बोला हमला, मंगोचार शहर पर कब्जा कर 39 ठिकानों पर किए हमले; CPEC हाइवे भी किया ब्लॉक: आजादी के...

बलूच लिबरेशन आर्मी (BLA) ने दावा किया कि उसकी 'फतेह स्क्वाड' ने कालात जिले के मंगोचार शहर पर कब्जा कर लिया है। पाक फौज कुछ नहीं कर पाई।

भारत-पाक के बीच सीजफायर, US प्रेसीडेंट डोनाल्ड ट्रंप ने किया लड़ाई बंद होने का ऐलान: ‘ऑपरेशन सिंदूर’ से पाकिस्तान को पहुँची करारी चोट, शाम...

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (US President Donald Trump) ने ऐलान किया कि दोनों देशों ने 'तुरंत और पूरी तरह से युद्ध रोकने' करने का फैसला किया है।
- विज्ञापन -