पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में 2 ईसाई परिवारों पर मुस्लिम भीड़ ने हमला किया है। यह हमला ईशनिंदा के आरोप में हुआ है। पुलिस ने दोनों परिवारों को हिंसक भीड़ से बचाया। इलाके में सुरक्षा बल तैनात कर दिए गए हैं। 1 पीड़ित घायल बताया जा रहा है जिसका इलाज अस्पताल में जारी है। हमले में एक चर्च को भी निशाना बनाया गया है। मानवाधिकार आयोग ने मामले का संज्ञान लेते हुए इन हालातों पर चिंता प्रकट की है। अब तक 25 हमलावरों की गिरफ्तारी हो चुकी है। घटना शनिवार (25 मई 2024) की है।
पाकिस्तानी मीडिया की रिपोर्ट्स के मुताबिक घटना पंजाब प्रांत के सरगोधा जिले की है। यहाँ की मुजाहिद कॉलोनी में 2 ईसाई परिवार रहते हैं। शनिवार को इन दोनों परिवारों के आगे मुस्लिम समुदाय के सैकड़ों लोगों की भीड़ जमा होने लगी। भीड़ उन्मादी नारे लगा कर दोनों ईसाइयों के घरों में घुसने पर आमादा थी। हमलावरों ने पीड़ित परिवारों पर पत्थरबाजी भी की। एक चर्च को भी निशाना बनाया गया। हमलावर भीड़ का आरोप था कि ईसाई परिवार के सदस्यों ने इस्लाम के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी की है।
کل تک کرغستان میں پھنسے پاکستانیوں کی رہائی کی دعائیں کرنے والی عوام آج خود فیصلہ سنا رہی ہے،
— استاد 🇵🇰 ✍ (@UstadSays) May 25, 2024
جب اس ملک میں قانون اور عدالتیں موجود ہیں تو پھر اداروں کو کام کرنے دیں#Sargodha pic.twitter.com/TVxV7qxVLO
पीड़ित परिवार के मुखिया का नाम नाज़िर मसीह है। उनका जूतों का कारोबार है। बताया जा रहा है कि नाजिर के जूतों की फैक्ट्री में आग लगा दी गई है। दुकान में लूटपाट भी की गई। उनके पूरे परिवार को खत्म करने की धमकी दी गई। नाज़िर के घर में भी आग लगाने का प्रयास किया गया लेकिन पुलिस के पहुँच जाने से हमलावरों के ये मंसूबे सफल नहीं हुए। हमलावर भीड़ के अधिकतर सदस्य तहरीक-ए-लब्बैक संगठन से जुड़े बताए जा रहे हैं। मामले की जानकारी होते ही पुलिस मौके पर पहुँची। बल प्रयोग करके भीड़ को तितर-बितर किया गया। इलाके में भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया है।
سرگودھا: مجاہد کالونی میں مذہبی کشیدگی کا معاملہ
— Sargodha Police (@sargodhapolice) May 25, 2024
ڈی پی او ڈاکٹر اسداعجازملہی ضلعی انتظامیہ کے ہمراہ موقع پر موجود
امن و عامہ کو برقرار رکھنے کے لیےپولیس کی 2ہزار سے زائد نفری موقع پر موجود
حالات مکمل طور پر پُرامن ہیں،انتشار پسند عناصرکےخلاف کاروائی کی جارہی ہے@OfficialDPRPP pic.twitter.com/ZoQzoaOzt5
हमलावरों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस ने दबिश दे रही है। अब तक 25 लोगों की गिरफ्तारी की सूचना है। पाकिस्तान के मानवाधिकार आयोग ने इस घटना पर चिंता जताई है। आयोग ने पाकिस्तानी सरकार से अल्पंसख्यकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की अपील की है। इस घटना का दावा करते हुए कई वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं। पाकिस्तान सरकार ने उन वीडियो को फर्जी बताया है और लोगों से अफवाहों पर ध्यान न देने की अपील की है। फ़िलहाल भीड़ के हमले से एक व्यक्ति घायल है जिसका इलाज अस्पताल में चल रहा है।