Sunday, April 28, 2024
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‘इससे अल्लाह खुश… तो शैतान किससे खुश होगा?’ – गाय को क्रेन से लटकाया, काफी ऊँचाई से जमीन पर गिरी… फिर काटा

जैसे ही गाय नीचे गिरती है, वो अपनी रीढ़ की हड्डी के बल पर ज़मीन से टकराती है। उसे तड़पता हुआ देखने के लिए लोग जुट जाते हैं... और बैकग्राउंड से चाकू लाओ, चाकू लाओ की आवाज आती है। इस के बाद...

एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेज़ी से वायरल हो रहा है। इसमें एक गाय की हत्या करने के लिए उसे क्रेन से गिराया (जानबूझकर या स्लिप होकर गिरा – यह स्पष्ट नहीं है लेकिन चाकू लाओ-चाकू लाओ से यह स्पष्ट है कि इसकी कुर्बानी दी जानी थी) जा रहा है। गाय को क्रेन से काफी ऊपर उठा कर नीचे गिराने के इस वीडियो को देख कर कई लोगों का दिल दहल गया। बता दें कि पाकिस्तान में गोहत्या आम बात है और वहाँ बकरीद के मौकों पर लाखों जानवरों को क्रूरतापूर्वक मार डाला जाता है। अब ये गाय का वीडियो सामने आया है और इसे वहीं का बताया जा रहा है।

प्रसिद्ध लेखक और इस्लाम पर कई पुस्तकें लिख चुके अंतरराष्ट्रीय लेखक तारिक फ़तेह ने इस वीडियो को ट्विटर पर शेयर करते हुए लिखा कि पाकिस्तान के लोग गोहत्या कर के बकरीद मना रहे हैं और इससे अल्लाह को ख़ुश करना चाह रहे हैं। डॉक्टर वेदिका नामक ट्विटर यूजर ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए पूछा कि अगर अल्लाह को खुश करने के लिए ये किया जा रहा है तो फिर शैतान कैसे खुश होगा, ये सोचने वाली बात है।

पाकिस्तान का बताए जाने वाले इस वीडियो में देखा जा सकता है कि गाय को क्रेन से ऊपर उठाया गया है और कई लोग वहाँ मनोरंजन के लिए खड़े होकर तमाशा देख रहे हैं, जिनमें कई बुजुर्ग और बच्चे भी शामिल हैं। गाय ऊपर छटपटा रही है। जैसे ही गाय को नीचे गिराया (जानबूझकर या स्लिप होकर गिरा – यह स्पष्ट नहीं है) जाता है, वो अपनी रीढ़ की हड्डी के बल पर ज़मीन से टकराती है। इसके बाद उसे तड़पता हुआ देखने के लिए लोग जुट जाते हैं। और बैकग्राउंड से चाकू लाओ, चाकू लाओ की आवाज आती है। इस के बाद भीड़ उस असहाय गाय की गर्दन पर चाकू फिरते सीन को मोबाइल में कैद करती है।

पाकिस्तान में खासकर घनी आबादी वाले शहर कराची में बकरीद के मौक पर क्रेन से गायों को क्यों उतारा जाता है, इसको लेकर जब आप थोड़ा सर्च करेंगे तो पाएँगे कि यह समस्या जगह को लेकर है। घनी आबादी के कारण हर कोई के पास अपनी जमीन नहीं है। लेकिन धार्मिक मजबूरियों के कारण बकरीद पर उन्हें गाय-बैल की कुर्बानी देनी ही होती है। ऐसे में फ्लैट में रहने वाले लोग छोटे-छोटे बछड़े या बाछी लेकर उसे छत पर पालते हैं और जब वो बड़े हो जाते हैं तो फिर उसे नीचे उतारने के लिए क्रेन के अलावा कोई दूसरा चारा नहीं होता।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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