लाहौर हाई कोर्ट द्वारा नाबालिग ईसाई लड़की मारिया शाहबाज़ को उसके अपहरणकर्ता और ‘पति’ मुहम्मद नक्श के पास लौटने का हुक्म देने के तीन सप्ताह बाद कथित तौर पर लड़की पाकिस्तान के फैसलाबाद में अपने परिवार के साथ छिप गई है।
14 साल की इस लड़की का नाम है मारिया शहबाज़ (Maria Shahbaz)। बता दें कि इस साल अप्रैल में मोहम्मद नक्श और उसके साथियों ने फैसलाबाद में उसे अगवा कर लिया था और जबरन शादी कर ली। जानकारी के मुताबिक मारिया शहबाज़, अपहरणकर्ता की पकड़ से भाग निकली है और पाकिस्तान के फैसलाबाद में अपनी माँ और तीन भाई-बहनों के साथ छिप गई है।
14 year old Pakistani Christian girl Maria Shahbaz has escaped from the home of her abductor, Mohamad Nakash. While in custody she refused to renounce her Catholic faith. Maria’s family has filed a police complaint against her abductor. pic.twitter.com/mLgrwb5DEx
— Sachin Jose (@Sachinettiyil) August 26, 2020
पत्रकार सचिन जोस ने इसकी पुष्टि करते हुए ट्वीट किया, “14 साल की पाकिस्तानी ईसाई लड़की मारिया शहबाज़ अपने अपहरणकर्ता, मोहम्मद नक्श के घर से भाग गई है। हिरासत में रहते हुए उसने अपने कैथोलिक विश्वास को त्यागने से इनकार कर दिया। मारिया के परिवार ने उसके अपहरणकर्ता के खिलाफ पुलिस शिकायत दर्ज की है।”
गौरतलब है कि पिछले दिनों कोर्ट ने अपने आदेश में यह भी कहा कि लड़की ने स्वेच्छा से इस्लाम धर्म कबूल किया। उसने अपनी मर्ज़ी से ही अपहरण करने वाले व्यक्ति से शादी भी की। इसलिए उसे एक “अच्छी बेगम” होने के नाते अपने पति के साथ रहना चाहिए।
बता दें कि मारिया शहबाज़ को 28 अप्रैल 2020 को काम पर जाते वक्त अगवा किया गया था। इसके बाद जबरन उसका धर्म परिवर्तन करवाकर अपहरणकर्ता के साथ ही उसका निकाह करवा दिया गया। चश्मदीद परवेज मसीह, युनूस मसीह और नईम मसीह ने बताया था कि अपराधियों ने उसे जबरन कार में बिठाया। चश्मदीदों का कहना था कि वे मारिया की मदद नहीं कर सके, क्योंकि अपहरण करने वाले हथियारबंद थे। अपराधियों ने हवाई फायरिंग भी की थी।
कथित तौर पर, उसे ब्लैंक पेपर पर हस्ताक्षर करने के लिए मजबूर किया गया था जो बाद में नक्श द्वारा नकली शादी और धर्मांतरण प्रमाण-पत्र प्राप्त करने के लिए इस्तेमाल किया गया। मारिया को अपहरणकर्ता द्वारा सोशल मीडिया पर उसके ‘बलात्कार वीडियो’ को जारी करने की धमकी के साथ चुप रहने के लिए मजबूर किया गया था। मारिया ने कबूल किया था, “उन्होंने मेरे पूरे परिवार को मारने की धमकी दी। मेरी जान दाँव पर थी और नक्श ने बार-बार मेरे साथ जबरदस्ती बलात्कार किया।”
National Database and Registration Authority (NADRA) द्वारा जारी किए गए प्रमाण-पत्र के अनुसार मारिया की उम्र 18 साल से कम है। लेकिन मोहम्मद नक्श ने शादी के दस्तावेज़ों में उसे 18 से ज़्यादा का दिखाया है। इसके अलावा लड़की को भी अपना पक्ष सही से नहीं रखने दिया गया था।
ACN (Aid to the Church in Need) से बात करते हुए मारिया के एक पारिवारिक मित्र ने कहा, “मारिया को आघात पहुँचा है। वह बोल नहीं सकती। हम उसे डॉक्टर के पास ले जाना चाहते हैं, लेकिन हमें डर है कि हमें पकड़ा जा सकता है। हम सभी बहुत भयभीत हैं, लेकिन हमें ईश्वर पर भरोसा है।”
क्रिश्चियन संगठन ने मारिया के वकील, खलील ताहिर संधू के साथ भी संपर्क किया था और पुलिस से बयान की प्रति ली थी। ताहिर संधू ने यौन अपराध के लिए नक्श की गिरफ्तारी और विवाह प्रमाण-पत्र को रद्द करने की माँग की थी, वहीं आरोपित ने मारिया के परिवार को ‘लड़की का अपहरण करने’ और उसे उससे दूर ले जाने के लिए गिरफ्तार करने की माँग की है।
पाकिस्तान में अल्पसंख्यक लड़कियों का अपहरण कर उनका जबरन धर्म परिवर्तन करवाने का यह पहला मामला नहीं है। पाक से लगातार ऐसी नापाक खबरें सामने आती रहती है। वहाँ के हिन्दू, सिख और ईसाई लड़कियों से जबरन इस्लाम कबूल करवाया जाता है।