Friday, November 15, 2024
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‘वह शिया है, उसके नाम का नहीं कर सकते ऐलान’: मस्जिद ने 14 साल की लापता बच्ची के परिजनों की ठुकराई फरियाद

"जिस दिन मेरी बच्ची गुम हुई, मैंने मस्जिदों में जा-जाकर उसके नाम का ऐलान करवाने की कोशिश की। उन्होंने (मस्जिद) कहा कि हम इस नाम का ऐलान नहीं कर सकते।"

दुआ जेहरा काजमी (Dua Zehra Kazmi) 14 साल की है। यह बच्ची 16 अप्रैल 2022 से पाकिस्तान के कराची से लापता है। उसका अब तक कोई सुराग नहीं लगा है। इस बीच एक मस्जिद ने ‘शिया’ मुस्लिम होने के कारण इस लापता बच्ची के परिजनों की फरियाद ठुकरा दी है।

दुआ के अम्मी-अब्बू का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। उसकी अम्मी फूट-फूटकर रोती हुई नजर आ रही हैं। दुआ के अब्बू ने भावुक होते हुए एक चैनल के जरिए देश की आवाम को बताया है कि वह अपनी बच्ची के लिए किस कदर तड़प रहे हैं। लेकिन मस्जिद वालों को उन पर जरा सा भी रहम नहीं आया। उन्होंने बताया, “जिस दिन मेरी बच्ची गुम हुई, मैंने मस्जिदों में जा-जाकर उसके नाम का ऐलान करवाने की कोशिश की। उन्होंने (मस्जिद) कहा कि हम इस नाम का ऐलान नहीं कर सकते।”

पाकिस्तानी मीडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, दुआ के अम्मी-अब्बू ने दावा किया है कि एक स्थानीय मस्जिद ने सांप्रदायिक कारणों से उनकी बेटी के नाम की घोषणा करने से इनकार कर दिया। उसके अब्बू ने दावा किया कि जब उन्होंने दुआ के लापता होने पर स्थानीय मस्जिद से मदद माँगी और उसके नाम का ऐलान करने को कहा, तो उन्होंने यह कहते हुए मना कर दिया गया- हम इस नाम का ऐलान नहीं कर सकते, क्योंकि वह शिया समुदाय से है।

अब्बू ने बताया कि दुआ पिछले डेढ़ साल से स्कूल भी नहीं जा रही थी। यदि उनकी बेटी नहीं मिली तो उनका परिवार गवर्नर हाउस के सामने आत्महत्या कर लेगा। दुआ की अम्मी ने कहा है, “मैं अपनी बेटी को जिंदा देखना चाहती हूँ। मैं एक माँ हूँ। मैं ज़ैनब की तरह उसके शव को नहीं लूँगी। अगर उसे मृत वापस लाया गया तो मैं उसके शव को गवर्नर हाउस के बाहर रखूँगी।”

बताया जा रहा है कि सिंध के मुख्यमंत्री मुराद अली शाह ने कराची के पुलिस चीफ को बच्ची की सुरक्षित बारामदगी के निर्देश दिए हैं। लेकिन अल फलाह थाने की पुलिस भी कराची के गोल्डन टाउन इलाके स्थित अपने घर के बाहर से गायब हुई इस 14 वर्षीय लड़की का पता लगाने में विफल रही है।

कराची के एडिशनल आईजीपी गुलाम नबी मेमन ने कहा है कि बच्ची की तलाश में पुलिस की तीन विशेष टीमों का गठन किया गया है। प्रत्येक टीम उसकी तलाश करने के लिए अलग-अलग तरीके अपना रही है। Anti-Violent Crime Cell के एसएसपी इस पूरे मामले पर नजर बनाए हुए हैं। पत्रकारों से बात करते हुए मेमन ने कहा, “हमने दुआ के परिवार वालों को भरोसा दिलाया है कि जल्द से जल्द उनकी बच्ची को वापस ले आएँगे।” वहीं, सोशल मीडिया पर हर कोई जेहरा की सलामती और उसके वापस लौटने की दुआ माँग रहा है।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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