Sunday, June 15, 2025
Homeरिपोर्टअंतरराष्ट्रीय'अंतरराष्ट्रीय भिखारी बन गए हैं इमरान खान, उनके जाने से ही ख़त्म होगी समस्या':...

‘अंतरराष्ट्रीय भिखारी बन गए हैं इमरान खान, उनके जाने से ही ख़त्म होगी समस्या’: जमात-ए-इस्लामी के मुखिया ने की पाकिस्तानी PM की बेइज्जती

अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष के साथ पाकिस्तान के विवादास्पद सौदे पर जेआई प्रमुख सिराज-उल-हक ने इमरान खान के लिए कहा कि वो अब अंतरराष्ट्रीय भिखारी बन गए हैं। उनकी सत्ताधारी सरकार भी मुल्क को संभालने के सक्षम नहीं है।

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान की इज्जत उनके अपने मुल्क में ही नहीं है। खबर आई है कि वहाँ जमात-ए-इस्लामी के प्रमुख सिराज-उल-हक ने रविवार (जनवरी 16, 2022) को उन्हें खुलेआम अंतरराष्ट्रीय भिखारी का टैग दिया है। हक ने दावा किया है कि पाकिस्तान की सभी आर्थिक समस्याओं का एक ही हल है कि पीएम इमरान खान की विदाई कर दी जाए।

लाहौर में अपनी बात रखते हुए हक ने देश में फिर से चुनाव कराने की बात की और मुल्क में पेट्रोल की कीमत बढ़ने पर उन्हें जमकर सुनाया। हक ने कहा, “इमरान खान और पाकिस्तान एक साथ काम नहीं कर सकते।” जियो न्यूज के अनुसार, उन्होंने कहा, “इस मुल्क में राजनीति में प्लस माइनस के लिए जगह नहीं है। सिर्फ इमरान खान की विदाई ही इसका एक मात्र उपाय है।” अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष के साथ पाकिस्तान के विवादास्पद सौदे पर उन्होंने इमरान खान के लिए कहा कि वो अब अंतरराष्ट्रीय भिखारी बन गए हैं। उनकी सत्ताधारी सरकार भी मुल्क को संभालने के सक्षम नहीं है।

गौरतलब है कि सिराज-उल-हक की ओर से इमरान खान की बेईज्जती वाला बयान उस समय सामने आया है जब पाकिस्तान की आर्थिक हालत ठीक नहीं है। इससे पहले पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के अध्यक्ष बिलावल भुट्टो जरदारी ने इमरान खान को ‘सदी का संकट’ बताया था और कहा था कि इमरान सरकार हर मोर्चे पर फेल हुई है। उन्होंने कहा था, “सरकार की IMF के साथ डील मुल्क पर भयावह प्रभाव डाल सकती है।”

मालूम हो कि कुछ दिन पहले इमरान सरकार ने पाकिस्तान के लिए फिर से कर्ज लेने के लिए आईएफ की शर्तों को मानते हुए दो विधेयक पारित कराए थे। पहला विधेयक 360 अरब डॉलर के वित्तीय उपायों से जुड़ा है जिससे कई क्षेत्रों में बिक्री कर बढ़ेंगे। दूसरे बिल में SBP (स्टेट बैंक ऑफ पाकिस्तान) को सरकार के नियंत्रण से पूरी तरह मुक्त कर दिया है। इसके साथ ही बैंक को मौद्रिक नीति तय करने का अधिकार भी मिल गया है। पाकिस्तान सरकार अब इसमें उन्हें कोई निर्देश नहीं दे पाएगी।

अब इमरान सरकार के इसी फैसले पर विपक्ष आरोप लगा रही है कि इमरान सरकार के फैसलों से आम लोगों पर बोझ बढ़ेगा और इनकम टैक्स पर छूट से अमीर लोगों को राहत आएगी। बता दें कि आईएफएफ ने 6 अरब डॉलर देने के लिए 5 शर्ते रखी थीं। कर्ज की पहली किस्त देने के बाद आईएमएफ ने कहा था कि जब तक वो ये शर्त नहीं मानते तब तक उन्हें 1 अरब की अगली किस्त नहीं दी जाएगी।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

'द वायर' जैसे राष्ट्रवादी विचारधारा के विरोधी वेबसाइट्स को कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

‘ईरान ने हमले बंद नहीं किए तो जल जाएगा पूरा तेहरान’: इजरायली रक्षा मंत्री ने दी चेतावनी, कहा – अभी तो ये शुरुआत, अंत...

इजरायल के रक्षा मंत्री इजरायल काट्ज ने ईरान को चेतावनी दी है कि अगर ईरान की ओर से इजरायल पर एक भी मिसाइल का हमला होता है तो जवाब में 'तेहरान जल जाएगा।'

यूरोप में टूरिस्टों की भरमार के खिलाफ प्रदर्शन, स्पेन-इटली-पुर्तगाल में ‘ओवर टूरिज्म’ के खिलाफ रविवार को सड़कों पर उतरेंगे लोग: कई शहरों में पर्यटकों...

यूरोप में हर साल टूरिस्टों की तादाद बढ़ रही है। इस साल टूरिस्टों के खर्च में 11% की बढ़ोतरी हुई, जो 838 बिलियन डॉलर तक पहुँच गई।
- विज्ञापन -