पाकिस्तान के दो बड़े यूट्यूबर्स के बारे में ये अफवाहें उड़ रही थी कि पाकिस्तानी सेना ने उन्हें फाँसी दे दी। अब 21 दिन बाद दोनों यूट्यूबर- सोहैब चौधरी और सना अमजद वापस आ गए हैं। उन्होंने 21 और 22 जनवरी 2025 को वीडियो जारी किए और अपने ऊपर ढाए गए जुल्मों के बारे में पूरी दुनिया को बताया।
बता दें कि दोनों यूट्यूबर अचानक कई दिनों तक लापता रहे। जिसके बाद सोशल मीडिया पर कई अफवाहें फैली। कुछ ने कहा कि वो पाकिस्तान से भाग गए हैं, तो कुछ ने दावा किया कि प्रो-इंडिया कंटेंट की वजह से पाकिस्तानी सेना ने उन्हें फाँसी पर चढ़ा दिया। हालाँकि अब दोनों वापस आ गए हैं। अपनी वापसी के बाद दोनों ने अपने-अपने यूट्यूब चैनल पर वीडियो शेयर करते हुए बताया कि उनकी आवाज़ दबाने और उनके परिवार को धमकाने के लिए पूरी प्लानिंग करके खास अभियान चलाया गया।
सोहैब चौधरी ने सुनाई टॉर्चर की कहानी
राजनीतिक मुद्दों पर अपनी बेबाक राय के लिए जाने-जाने वाले सोहैब चौधरी ने खुद पर की गई ज्यादतियों के बारे में विस्तार से बताया। सोहैब ने कहा, “रात के करीब 2 बजे, हथियारबंद लोग मेरे घर में घुस आए, मेरी आँखों पर पट्टी बाँध दी और मुझे एक अज्ञात स्थान पर ले गए।” उन्होंने आगे बताया कि अगले तीन हफ्तों तक उन्हें शारीरिक और मानसिक रूप से प्रताड़ित किया गया।
सोहैब ने कहा, “हर दिन मुझे लगता था कि यह मेरा आखिरी दिन होगा। उन्होंने मुझे डराने के लिए नकली फाँसी भी दी। मेरा एनकाउंटर भी किया।” सोहैब ने यह भी आरोप लगाया कि उनको किडनैप करने वाले लोग एक राजनीतिक पार्टी से जुड़े हैं, और उन्हें इस पार्टी में शामिल होने के लिए मजबूर कर रहे थे। आने वाले समय में वो पार्टी का भी नाम बताएँगे।
सोहैब ने कहा, “उन्होंने मुझ पर तीन झूठे मुकदमे दर्ज कराए और धमकी दी कि अगर मैंने उनकी बात नहीं मानी तो वे मेरी ज़िंदगी तबाह कर देंगे।” लेकिन इन धमकियों के बावजूद, उन्होंने हार नहीं मानी। उन्होंने कहा, “उन्होंने मेरा डर खत्म कर दिया। मैं अब और मजबूत हो गया हूँ। मैं सच बोलता रहूँगा और न्याय के लिए लड़ाई जारी रखूँगा।” सोहैब ने अपने अपहरणकर्ताओं को चुनौती दी, “आप मुझे 21 साल तक जेल में डाल सकते हैं, लेकिन मेरी आवाज़ नहीं दबा सकते। मैं पाकिस्तान में भ्रष्टाचार और सत्ता के दुरुपयोग के खिलाफ बोलना बंद नहीं करूँगा।”
सना अमजद को परिवार के नाम पर धमकाया
सना अमजद ने भी अपने वीडियो में बताया कि उन्हें प्रताड़ित करने के लिए उनके परिवार को निशाना बनाया गया। उन्होंने कहा, “उन्होंने मेरी बेवा वालिदा (अम्मी) को धमकाने की कोशिश की ताकि मैं उनकी बात मान लूँ।” सना ने आगे बताया, “उन्होंने मेरी बेवा वालिदा के घर तक पहुँचने के लिए फर्जी कॉल किए और यहाँ तक कि शादी का कार्ड देने का बहाना बनाकर उनके घर गए। जब मेरी अम्मी मेरा पता बताने से इनकार कर दिया तो उन्होंने उन्हें धमकाया। इस घटना की वजह से मेरी अम्मी सदमें में चली गई।”
भारत और पाकिस्तान के बीच बातचीत और बेहतर संबंधों की वकालत करने वाली सना ने कहा कि उनके वीडियो अक्सर पाकिस्तान के ताकतवर लोगों को नाराज करते हैं। सना ने कहा, “वे मानते हैं कि पाकिस्तान में भारत की तारीफ करना अपराध है। लेकिन अगर प्रधानमंत्री समेत कई नेता भारत की तारीफ कर सकते हैं, तो मैं क्यों नहीं?” उन्होंने यह भी बताया कि उनकी गुमशुदगी के दौरान उन्हें लगातार गालियाँ और धमकियाँ दी गईं। सना ने कहा, “उन्होंने मुझे डराने के लिए कहा कि वे मेरी आवाज़ बंद कर देंगे। लेकिन अब उनका डर मेरे अंदर से खत्म हो गया है। मैं सच बोलना जारी रखूँगी।”
आलोचकों को चुप कराने की साजिश
दोनों यूट्यूबर्स का मानना है कि उनके अपहरण का मकसद पाकिस्तान में स्वतंत्र आवाजों को दबाना था। सना ने कहा, “2019 में, मैं लिबर्टी मार्केट में खड़ी होकर लोगों से भारत के बारे में उनकी राय पूछती थी। तब यह कोई मुद्दा नहीं था। लेकिन 2024 में यह इतनी बड़ी समस्या क्यों बन गई?”
सोहैब ने कहा, “पाकिस्तान में किसी पर झूठे मुकदमे लगाकर या उन्हें ‘भारतीय एजेंट’ करार देकर चुप करा दिया जाता है। मुझ पर भी यही आरोप लगाया गया, लेकिन मैं सच बोलता रहूँगा। भारत की जीडीपी पाकिस्तान से आगे है, और यह सच है।” सोहैब ने यह भी कहा कि पाकिस्तानी मीडिया और यूट्यूबर्स ने उनकी गुमशुदगी पर चुप्पी साधी। “जो लोग आजादी की बात करते हैं, वे कहाँ हैं? डर या स्वार्थ के कारण कई लोग खामोश रहे।”
भारतीय मीडिया का अदा किया शुक्रिया
दोनों यूट्यूबर्स ने भारतीय मीडिया और समर्थकों का शुक्रिया अदा किया। सना ने कहा, “भारतीय मीडिया ने हमारा साथ दिया, लेकिन हमारी अपनी मीडिया ने खामोशी बरती। यह चुप्पी दिखाती है कि पाकिस्तान में स्वतंत्र आवाजों को किन चुनौतियों का सामना करना पड़ता है।” सोहैब ने कहा कि वह आगे और वीडियो जारी करेंगे, जिनमें उन लोगों के खिलाफ सबूत पेश करेंगे जो उनके अपहरण में शामिल थे। उन्होंने कहा, “मैं हर सबूत के साथ दिखाऊँगा कि कैसे राजनीतिक पार्टियाँ अपने आलोचकों को चुप कराने के लिए धमकी का सहारा लेती हैं।”
खतरे में है दोनों की जिंदगी
सोहैब और सना दोनों ने माना कि उनकी ज़िंदगी अब भी खतरे में है। सोहैब ने कहा, “मेरी जान को अब भी खतरा है। वे मुझे खत्म करने की कोशिश कर सकते हैं, लेकिन सच को मार नहीं सकते।” सना ने कहा, “अगर मेरी आवाज़ बंद हो भी जाए, तो मेरे वीडियो हमेशा मेरे लिए बोलते रहेंगे।”