चीन ने अपने देश में एप्पल (Apple) कम्पनी के स्टोर से कुरान एप हटवा दिया है। एप्पल ने यह एक्शन चीन सरकार द्वारा किए गए निवेदन के बाद लिया। कुरान एप (Quran apps) दुनिया भर के मुस्लिमों में चर्चित है। वर्तमान में इस एप पर लगभग डेढ़ लाख रिव्यू हैं। हटाए जाने के समय इस ऐप के चीन में 1 मिलियन से अधिक यूजर हो चुके थे।
मीडिया रिपोर्ट्स से मिल रही जानकारी के अनुसार कुरान एप पर यह एक्शन अवैध धार्मिक सामग्री के चलते लिया गया है। एक आँकड़े के अनुसार, चीन में हटाए गए ऐप कुरान मजीद के वर्तमान समय में दुनिया भर में लगभग 35 मिलियन यूजर हैं। इस कार्रवाई की जानकारी सबसे पहले एप्पल सेंसरशिप नाम की वेबसाइट ने दी थी। यह वेबसाइट ऐप स्टोर में मौजूद ऐप की निगरानी करती है और उनकी गतिविधियों के बारे में अपडेट साझा करती है।
एप्पल के इस कदम का मुस्लिम जगत में विरोध भी शुरु हो गया है। मुस्लिम एसोसिएशन ऑफ़ ब्रिटेन (MAB) ने इस कदम को इस्लामोफोबिया का नाम दे दिया है।
The Qur’an is not an “illegal religious text” and this is just another Islamophobic attack on Muslims in China by the Chinese gov.@apple should not be pandering to oppressive regimes and enabling Islamophobia and cultural genocide.https://t.co/2AEDelvtbV
— Muslim Association of Britain (MAB) (@MABOnline1) October 15, 2021
इसी क्रम में मुस्लिम प्रवक्ता और फ़िल्मकार फिदेल सोलीमेन (Fadel Soliman) ने एप्पल के इस कदम को शर्मनाक बताया है।
@Apple shame on you prostituting yourselves by taking the Quran app down in China when you know so well that it is the Holy Book of about 25% of the population of this world. Man up and return it back. https://t.co/QfyFlRxA8X
— Fadel Soliman (@FadelSoliman) October 15, 2021
चीन में रहने वाले मुस्लिमों के मानवाधिकार हनन की शिकायतें अक्सर सामने आती रहती हैं। इसी वर्ष शिनजियांग प्रान्त में उईगर इमामों पर चीनी सरकार के अत्याचारों की खबर सुर्खियाँ बनी थीं। इतना ही नहीं, वहाँ मुस्लिमों के नरसंहार और उन्हें जेल में डालने जैसी घटनाओं पर पहले भी कई देश आपत्ति जता चुके हैं।