Saturday, July 27, 2024
Homeरिपोर्टअंतरराष्ट्रीय8 महीने की गर्भवती थी अफगान पुलिसकर्मी, शौहर-बच्चों के सामने गोलियों से भूना: तालिबानी...

8 महीने की गर्भवती थी अफगान पुलिसकर्मी, शौहर-बच्चों के सामने गोलियों से भूना: तालिबानी शासन में घर में घुसे बंदूकधारी

तालिबानी प्रवक्ता जबीउल्लाह मुजाहिद ने कहा, “हमें इस घटना के बारे में पता है और मैं कन्फर्म करता हूँ कि तालिबान ने ऐसा नहीं किया। हमारी जाँच चल रही है।”

अफगानिस्तान में कथिततौर पर तालिबान ने एक 8 माह गर्भवती महिला पुलिस को उसके शौहर और बच्चों के सामने मौत के घाट उतार दिया। घोर प्रांत के फिरोजकोह में बानू नेगर (Banu Negar) के साथ घटी यह घटना शनिवार (4 सितंबर) को उस समय हुई जब तालिबान जगह-जगह लोगों को मार रहे थे। महिला की गलती शायद बस ये थी कि वो स्थानीय जेल में काम करती थी। 

महिला की हत्या मामले में तालिबान ने अपनी संलिप्तता से इंकार किया है। तालिबानी प्रवक्ता जबीउल्लाह मुजाहिद ने कहा, “हमें इस घटना के बारे में पता है और मैं कन्फर्म करता हूँ कि तालिबान ने ऐसा नहीं किया। हमारी जाँच चल रही है।” मुजाहिद के मुताबिक, तालिबान ने पूर्व सत्ता के लिए काम करने वालों को माफी देने का निर्णय लिया है। वहीं नेगर की हत्या पर बयान दिया कि महिला की मौत किसी ज्यादती दुश्मनी या फिर किसी दूसरे कारण से हुई है।

जानकारी के मुताबिक, एक ओर जहाँ तालिबान अपने आपको पहले से ज्यादा शालीन दिखाने की कोशिश कर रहा है। वहीं दूसरी ओर ऐसी तस्वीरें सामने आ रही हैं जो उनकी बर्बरता को बयान कर रही हैं।

शनिवार को हुई बानू की हत्या मामले में कहा जा रहा है कि पहले तीन बंदूकधारी महिला के घर में घुसे। परिवार को रस्सी से बाँधा और फिर गोलियाँ चला कर हत्या को अंजाम दिया। घर की दीवारों पर खून धब्बे लगे हुए हैं। इस घटना से पहले कई और मामले भी सामने आए हैं जहाँ तालिबानी पूर्व में अफगान सरकार के लिए काम करने वालों को ढूँढ-ढूँढकर मारते दिखे।

कुछ दिन पहले की बात है तालिबानियों ने एक अफगान की पूर्व पुलिसकर्मी को बुरा तरह पीटा था। 34 साल की गुलफरोज ना जाने कितनी महिलाओं के लिए प्रेरणा थीं, मगर तालिबान ने सारे हालात बदल दिए। कुछ दिन पहले वह हामिद करजई एयरपोर्ट के गेट पर तालिबान का निशाना बनीं, जहाँ उन्होंने 5 रातें काटी थीं ताकि वह वहाँ से बचकर निकल सकें। वह कहती हैं कि उन्होंने कई एंबेसियों को सूचना भेजी थी लेकिन कोई मदद के लिए आगे नहीं आया। इसके अलावा तालिबान को उन औरतों पर हमला करते भी देखा गया जो उनके ख़िलाफ़ प्रोटेस्ट कर रही थीं

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

‘तुम कोटा के हो ब#$द… कोटा में रहना है या नहीं तुम्हें?’: राजस्थान विधानसभा में कॉन्ग्रेस विधायक ने सभापति और अधिकारियों को दी गाली,...

राजस्थान कॉन्ग्रेस के नेता शांति धारीवाल ने विधानसभा में गालियों की बौछार कर दी। इतना ही नहीं, उन्होंने सदन में सभापति को भी धमकी दे दी।

अग्निवीरों को पुलिस एवं अन्य सेवाओं की भर्ती में देंगे आरक्षण: CM योगी ने की घोषणा, मध्य प्रदेश एवं छत्तीसगढ़ सरकारों ने भी रिजर्वेशन...

उत्तर प्रदेश के सीएम योगी और एमपी एवं छत्तीसगढ़ की सरकार ने अग्निवीरों को राज्य पुलिस भर्ती में आरक्षण देने की घोषणा की है।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -