Thursday, March 28, 2024
Homeरिपोर्टअंतरराष्ट्रीयअफगान की महिला पुलिस इंस्पेक्टर, जिसके अब्बा ने तालिबानियों से मिल सिर में मारवाई...

अफगान की महिला पुलिस इंस्पेक्टर, जिसके अब्बा ने तालिबानियों से मिल सिर में मारवाई गोली, आँखें भी निकाल लीं

"अब्बू ने ही धोखा दिया था। हमले के बाद पता चला था कि अब्बू भी तालिबान के साथ मिला हुआ था और उसे तालिबान द्वारा किए गए हमले के बारे में पहले से पता था।"

अफगानिस्तान में शासन पर काबिज होने के बाद तालिबान दुनिया की नजर में खुद को अच्छा साबित करने के लिए खुद के बदलने का दावा कर रहा है। लेकिन हकीकत कुछ और है। तालिबान के शासन में महिलाओं का कोई सामाजिक अधिकार नहीं है, काम पर करने पर उनकी आँखे निकाल ली जाती हैं।

अफगान पुलिस फोर्स में इंस्पेक्टर के तौर पर काम कर चुकीं खातिरा हाशमी ने तालिबान के जुल्म की कहानी बयाँ की है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, खातिरा ने बताया कि वो तालिबान की बर्बरता की जीती जागती सबूत हैं। खातिरा हाशमी जब गर्भवती थीं, तभी तालिबान ने उनका अपहरण कर लिया था। उनके सिर में गोली मारी गई थी। इसके बावजूद जब उनका मन नहीं भरा तो उन्होंने खातिरा की आँखें निकाल लीं।

इंडिया टुडे के साथ इंटरव्यू में खातिरा ने अपना दर्द बयाँ किया। उन्होंने कहा, “तालिबान की नजर में जब एक महिला काम के लिए घर से बाहर अपने कदम रखती है तो वो सबसे बड़ा पाप है। मेरे साथ जो हुआ वह अभी कई अन्य महिलाओं के साथ भी हो रहा है। लेकिन, वे बाहर आकर यह नहीं कह सकती हैं क्योंकि वे डरती हैं। ”

खातिरा फिलहाल भारत में रह रही हैं। लेकिन अफगानिस्तान में उन्हें मिली प्रताड़ना को याद कर वो आज भी डर कर रोने लगती हैं। उन्होंने कहा कि इस्लाम के नाम पर तालिबान अफगानिस्तान के लोगों को आतंकित कर रहा है।

खातिरा के अब्बू ने उनके पुलिस फोर्स ज्वाइन करने के फैसले का विरोध किया था। उसके बाद उन्हें उनके ही अब्बू ने ही धोखा भी दिया था। खातिरा हाशमी ने कहा कि उन पर हमले के बाद उन्हें केवल इतना पता चला था कि उनका अब्बू भी तालिबान के साथ मिला हुआ था और उसे तालिबान द्वारा किए गए हमले के बारे में पहले से पता था, लेकिन उसने कुछ नहीं किया।

अपने साथ हुई घटना को लेकर हाशमी ने कहा कि एक दिन वो अपनी ड्यूटी करके लौट रही थीं तो उनके घर के पास ही तीन तालिबानी उनका इंतजार कर रहे थे। खातिरा ने कहा, “उन्होंने मुझ पर हमला किया, मुझे आठ से दस बार चाकुओं से गोद दिया। उन्होंने मुझ पर बंदूक तान दी, सिर में गोली लगने से मैं बेहोश हो गई थी। इस पर भी वो संतुष्ट नहीं हुए तो उन्होंने चाकू से मेरी आँखें निकाल लीं।”

इसके बाद तालिबानियों ने उन्हें मरा समझ कर बीच सड़क पर छोड़ दिया था। हालाँकि, घायल अवस्था में उन्हें काबुल के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया। वहाँ उनकी जान तो बच गई, लेकिन आँखें नहीं रहीं। खातिरा का कहना है कि अब वो एक जिंदा लाश बन चुकी हैं। अब वो साँस तो ले रहीं हैं, लेकिन हर दिन उनके लिए एक नया संघर्ष है।

खातिरा ने बताया कि वो भारत इलाज कराने के लिए आई थीं, उसी दौरान अफगानिस्तान में हालात बिगड़े और एक सप्ताह के हमले के बाद तालिबान का वहाँ शासन हो गया।

Special coverage by OpIndia on Ram Mandir in Ayodhya

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

मुख़्तार अंसारी की मौत: हार्ट अटैक के बाद अस्पताल ले जाया गया था माफिया, पूर्वांचल के कई जिलों में बढ़ाई गई सुरक्षा व्यवस्था

माफिया मुख़्तार अंसारी को बाँदा जेल में आया हार्ट अटैक। अस्पताल में डॉक्टरों ने मृत घोषित किया। पूर्वांचल के कई जिलों में बढ़ी सुरक्षा व्यवस्था।

‘कॉन्ग्रेस सरकार ने रोक दिया हिन्दुओं का दाना-पानी, मैं राशन लेकर जा रहा था’: विधायक T राजा सिंह तेलंगाना में हाउस अरेस्ट, बोले –...

बकौल राजा सिंह, कॉन्ग्रेस सरकार ने चेंगीछेरला के हिन्दुओं का खाना और राशन तक बंद कर दिया है और जब वो राशन ले कर वहाँ जाने वाले थे तो उनको हाउस अरेस्ट कर लिया गया।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -

हमसे जुड़ें

295,307FansLike
282,677FollowersFollow
418,000SubscribersSubscribe