Saturday, April 27, 2024
Homeरिपोर्टअंतरराष्ट्रीय'द गार्जियन' ने हटाई ओसामा बिन लादेन की लिखी चिट्ठी, कारण - TikTok रील्स:...

‘द गार्जियन’ ने हटाई ओसामा बिन लादेन की लिखी चिट्ठी, कारण – TikTok रील्स: 9/11 हमले के बाद अमेरिका को दिया था जवाब – बंद करो बिना शादी के सेक्स

"यहाँ 2 सवाल हैं - हम आपसे क्यों लड़ रहे हैं? हम आपसे क्या चाहते हैं? पहले सवाल का जवाब है, क्योंकि तुमने हम पर हमला किया और लगातार हमला कर रहे हो। तुमने फिलिस्तीन में हम पर हमला किया, जो 80 वर्षों से सैन्य शासन में है।"

ब्रिटिश मीडिया संस्थान ‘द गार्जियन’ ने बुधवार (15 नवंबर, 2023) को ओसामा बिन लादेन द्वारा लिखित ‘अमेरिका को पत्र’ को अपनी वेबसाइट से हटा दिया है। इस पत्र के प्रकाशित होने के 21 वर्ष बाद ये कदम उठाया गया है। 24 नवंबर, 2002 को ‘द गार्जियन’ के ‘ऑब्जर्वर’ में इसे मूल रूप से प्रकाशित किया गया था। इस पत्र में इस्लामी आतंकी ने बताया था कि उसने 9/11 हमले को क्यों अंजाम दिया और साथ ही उसने अमेरिका के खिलाफ जिहाद छेड़ने का ऐलान किया था।

एक अधिसूचना में ‘द गार्जियन’ ने इस पत्र को हटाने का ऐलान किया। इससे हटाए जाने का कारण है कि इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कई TikTok रील्स वायरल हो रहे थे। कई पाठकों ने सोशल मीडिया के माध्यम से अपने अनुभव साझा किए। इन लोगों का कहना था कि इस पत्र को पढ़ने के बाद उनका आतंकवाद को लेकर उनका पुराना नजरिया ही बदल गया। आइए, अब आपको बताते हैं कि ओसामा बिन लादेन द्वारा लिखे गए इस पत्र में क्या-क्या था।

इसमें उसने लिखा है, “कुछ अमेरिकी लेखकों ने इस पर लेख प्रकाशित किया है कि आखिर हम किस चीज के लिए लड़ाई लड़ रहे हैं। इसकी प्रतिक्रिया में कइयों ने कारण गिनाए हैं, जिनमें से कुछ शरिया के हिसाब से हैं तो कुछ नहीं। यहाँ हम अल्लाह के समर्थन के लिए उसका कारण बता रहे हैं। यहाँ 2 सवाल हैं – हम आपसे क्यों लड़ रहे हैं? हम आपसे क्या चाहते हैं? पहले सवाल का जवाब है, क्योंकि तुमने हम पर हमला किया और लगातार हमला कर रहे हो। तुमने फिलिस्तीन में हम पर हमला किया, जो 80 वर्षों से सैन्य शासन में है।”

उसने दावा किया था कि अंग्रेजों ने अमेरिका की मदद से फिलिस्तीन को यहूदियों को सौंप दिया। उसने अमेरिका पर नरसंहार का आरोप भी मढ़ा था। उसने इजरायल के गठन को ही सबसे बड़ा अपराध करार दिया था। फिर उसने सोमालिया में मुस्लिमों पर हमले का जिक्र किया था। इतना ही नहीं, उसने कश्मीर में भी भारत द्वारा अत्याचार के आरोप लगाए थे। ओसामा बिन लादेन का कहना है कि अमेरिका अपने प्रभाव का इस्तेमाल कर के अरब मुल्कों से तेल चुरा रहा है।

साथ ही उसने कहा था कई वो कुरान की अनुमति से जिहाद कर रहा है। उसने लिखा था कि उसके इस्लाम मजहब में ये कहा गया है कि पीड़ितों को आक्रामकता से अत्याचारियों को जवाब देने का अधिकार है। उसने आरोप लगाया था कि अमेरिका मुस्लिमों पर 50 वर्षों से हमला कर रहा है। उसने लिखा था कि अमेरिका के नागरिक भी कोई मासूम नहीं हैं और अपने सरकार के हर एक कृत्य में साथ देते हैं। दूसरे सवाल के जवाब में ओसामा बिन लादेन कहा था कि इस्लाम को स्वीकार करने से सारी समस्याएँ खत्म हो जाएँगी।

उसने लिखा था कि हम माँग करते हैं कि तुम अविवाहितों के बीच होने वाला सेक्स, समलैंगिकता, मादक मदार्थों का सेवन, जुआ, और ट्रेडिंग बंद कर दो। उसने कहा था कि तुमने अल्लाह के शरिया की बजाव अपने अलग नियम-कानून बना लिए। उसने लिखा कि हमें अकेला छोड़ दो और हमें अपने हिसाब से चलने दो। साथ ही उसने कुरान की कई आयतें भी गिनाई थीं। उसने कहा था कि दुनिया में सभी मुल्क ऐसे होने चाहिए जहाँ अल्लाह का कानून चले, केवल अल्लाह की इबादत की जाए।

Special coverage by OpIndia on Ram Mandir in Ayodhya

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

राम-राम कहने पर मुँह में डाल दी लाठी, छाती में गोली मार सड़क पर घसीटी लाश: कारसेवक कमलाकांत पांडेय, मुलायम सरकार में छीना गया...

जानिए 1990 में बलिदान हुए कारसेवक कमलाकांत के बारे में जिनकी पत्नी का 'मंगलसूत्र' अयोध्या में सिर्फ राम-राम कहने पर नोच लिया गया था

जेल में रहते हुए चुनाव लड़ सकते हैं कैदी, लेकिन नहीं डाल सकते वोट: आखिर ऐसा क्यों? जानिए क्या कहता है कानून

लोगों का कहना है कि जब जेल में रहते हुए चुनाव लड़ सकता है तो जेल में रहते हुए वोट क्यों नहीं डाल सकता है। इसको लेकर अपने-अपने नियम हैं।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -

हमसे जुड़ें

295,307FansLike
282,677FollowersFollow
417,000SubscribersSubscribe