विदेश में बैठकर भारत विरोधी अभियान चलाने वाले खालिस्तानियों को ब्रिटिश सिखों ने मुँहतोड़ जवाब देना शुरू कर दिया है। वहाँ के सिखों ने खालिस्तानी एजेंडे को पीछे धकेलते हुए अपना समर्थन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को दिया है। रविवार को साउथहॉल के पार्क एवेन्यू में स्थित गुरुद्वारा गुरू सभा में एकत्रित होकर सिख समुदाय के लोगों ने पीएम मोदी को आभार दिया, उनकी प्रशंसा की।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, सिख समुदाय के नेताओं ने साउथहॉल के पार्क एवेन्यू में स्थित गुरुद्वारा गुरू सभा में इकट्ठा होकर एक प्रस्ताव पारित किया। यहाँ उन्होंने पीएम मोदी को धन्यवाद देते हुए कहा कि उनकी सरकार ने सिखों के लिए और उनकी गलतफहमी को दूर करने के लिए बहुत कुछ किया है। ब्रिटिश सिखों ने पीएम द्वारा 26 दिसंबर को वीर बाल दिवस घोषित करने के लिए भी उनका धन्यवाद दिया। मंडली में शामिल सिख नेताओं और गुरुद्वारा समिति के पदाधिकारियों ने उन लोगों को चुनौती दी जो भारत और यहाँ की वर्तमान सरकार के बारे में तथ्यात्मक रूप से गलत चीजों को आगे बढ़ा रहे हैं।
बता दें कि यूएस में सिख समुदाय द्वारा पारित किए गए इस प्रस्ताव को एक साहसिक कदम के तौर पर देखा जा रहा है। इससे पहले तक विदेश से सिर्फ खालिस्तानियों द्वारा दिखाए गए प्रोपगेंडे की खबरें हमें पढ़ने को मिलती थीं। हालाँकि अब, वहाँ के सिखों ने सामने आकर उनका विरोध करने का मन बनाया है और भारत विरोधी खबरों की जगह भारत के समर्थन में उठे कदमों की खबर आ रही है।
सुरक्षा चूक मामले में भी ब्रिटिश सिख एसोसिएशन ने किया था PM मोदी का समर्थन
उल्लेखनीय है कि इससे पहले ब्रिटिश सिख एसोसिएशन ने पीएम मोदी के समर्थन में अपना बयान जारी किया था। अपने बयान में सिख एसोसिएशन न केवल उन कार्यों को गिनाया था जिन्हें पीएम मोदी ने सिखों के लिए किया बल्कि पीएम की सुरक्षा में हुई चूक मामले की घोर निंदा करते हुए कहा था कि जिन लोगों ने पीएम मोदी का रास्ता रोका, उन्होंने असल में पंजाब का विकास रोका है।
एसोसिएशन के चेयरमैन लॉर्ड रामी रेंजर ने अपने बयान में कहा था, “मैं बताना चाहूँगा कि कैसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुनानक देव की जयंती के अवसर पर पंजाब के किसानों के सम्मान में तीन कृषि कानून खत्म करने का निर्णय लिया। उसे संसद से खत्म कराया। पंजाब के लोगों को तो इसके लिए पीएम मोदी के प्रति सम्मान दिखाना चाहिए। जिन लोगों ने प्रधानमंत्री मोदी का रास्ता रोकने की कोशिश की, बाद में उन्हें अहसास हुआ कि प्रधानमंत्री मोदी पंजाब के लोगों और भी कई सौगातें देने आए थे। पीएम के रास्ते में गतिरोध पैदा करके इन लोगों ने पूरे पंजाब के विकास को रोका है।”