हिंदू एवं भारत विरोधी अमेरिकी कॉन्ग्रेस की सदस्य इल्हान उमर की पिछले साल की पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (Pok) की यात्रा को पाकिस्तान सरकार ने ही फंड किया था। ये बात एनुअल हाउस फाइनेंशियल डिस्क्लोजर रिपोर्ट में बताई गई है। इस खुलासे के बाद पाकिस्तान एक बार फिर बेनकाब हो गया है।
क्या है मामला
डेमोक्रेटिक पार्टी की सदस्य इल्हान उमर पाकिस्तान की कट्टर समर्थक हैं और भारत विरोधी अपने रुख के लिए जानी जाती हैं। इल्हान ने पिछले साल अप्रैल 2022 में पाकिस्तान का दौरा किया था। डिस्क्लोजर रिपोर्ट में बताया गया है कि पाकिस्तान सरकार ने 18 से 24 अप्रैल तक की उनकी यात्रा के लिए फंड दिया था। इसमें यात्रा से लेकर खाने का पूरा खर्च शामिल था।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, इल्हान ने उस समय भारत विरोधी बयान दिया था। अपनी यात्रा के दौरान उन्होंने तत्कालीन प्रधानमंत्री शहबाज़ शरीफ, विदेश राज्यमंत्री हिना रब्बानी खार और पूर्व पीएम इमरान खान से मुलाकात की थी। उस समय हुई उनकी बातचीत कश्मीर और इजरायल-फिलिस्तीन मुद्दों पर केंद्रित थी।
बता दें कि इल्हान की इस यात्रा की भारत के विदेश मंत्रालय ने कड़ी आलोचना की थी। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने इल्हान की यात्रा की निंदा करते हुए कहा था, “भारत की क्षेत्रीय अखंडता और संप्रभुता का उल्लंघन हुआ है। यह यात्रा निंदनीय है।”
इतना नहीं, इल्हान इस साल अमेरिकी कॉन्ग्रेस में भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संयुक्त संबोधन में भी शामिल नहीं हुई थीं। इसके बजाय उन्होंने भारत में ‘रिकॉर्ड ऑफ रिप्रेशन’ नाम से मानवाधिकार समूहों के साथ मिलकर एक मीडिया ब्रीफिंग की थी।
तब उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अल्पसंख्यकों का दमन किया है। हिंसक हिंदू राष्ट्रवादी समूहों को बढ़ावा दिया है। पत्रकारों और मानवाधिकार कार्यकर्ताओं को निशाना बनाया गया है। मैं पीएम मोदी के स्पीच में शामिल नहीं होऊँगी।”
Prime Minister Modi’s government has repressed religious minorities, emboldened violent Hindu nationalist groups, and targeted journalists/human rights advocates with impunity.
— Ilhan Omar (@IlhanMN) June 20, 2023
I will NOT be attending Modi’s speech.
यह पहली बार नहीं है, जब इल्हान मर की विदेश यात्राओं पर विवाद हुआ है। नवंबर 2022 में भी जब उन्होंने कतर का दौरा किया था। तब कतर सरकार ने उनकी यात्रा का खर्च उठाया था। वो लगातार भारत और हिन्दू विरोधी बयान देती रहीं।
वहीं इज़रायली राष्ट्रपति इस्साक हर्ज़ोग के भाषण का बहिष्कार करने के उनके फैसले और उनका इज़रायल विरोधी रुख उनके विवादास्पद व्यक्तित्व को दर्शाता है। उमर पर यहूदी विरोधी होने का भी आरोप है। इसके चलते ही उन्हें शक्तिशाली अमेरिकी विदेश मामलों की समिति से हटा दिया गया था।
इल्हान की कुत्सित मानसिकता का पता इससे भी चलता है कि जब वह फीफा वर्ल्ड कप देखने गईं थीं, तब भी उनका सारा खर्च मुस्लिम देशों ने वहन किया था। इसका इजरायल वॉर रूम नाम के सोशल मीडिया हैंडल ने खुलासा किया है। अब यह सोचने वाली बात है कि एक अमेरिकी सांसद पर इतने सारे मुस्लिम देश पैसा क्यों खर्च कर रहे हैं।
#NEW financial disclosures show that @IlhanMN, who routinely attacks fellow Democrats for supporting the democratic Jewish state, took a free trip to the World Cup last year that was bankrolled by the Islamist slave state of Qatar.
— Israel War Room (@IsraelWarRoom) August 16, 2023
She also took a trip financed by the Pakistani… pic.twitter.com/sf0Gf9NaAe
गौरतलब है कि अमेरिकी कॉन्ग्रेस के सदस्यों को म्यूचुअल एजुकेशनल एंड कल्चरल एक्सचेंज एक्ट (MECEA) के तहत विदेशी सरकारों से यात्रा फंडिंग स्वीकार करने की अनुमति है, लेकिन उन्हें अपने एनुअल फाइनेंशियल डिस्क्लोजर स्टेटमेंट में इसके बारे में बताना आवश्यक है।
कौन हैं इल्हान उमर
अमेरिकी कॉन्ग्रेस सदस्य इल्हान उमर मिनिसोटा डेमोक्रेटिक-किसान-लेबर पार्टी की सदस्य हैं, जो अमेरिकी राष्ट्रपति जो बिडेन की डेमोक्रेटिक पार्टी से संबद्ध है। उमर साल 2019 में मिनिसोटा से चुनाव जीतकर अमेरिका के निचले सदन में आई थीं।
बता दें कि इल्हान उमर अमेरिकी कॉन्ग्रेस में पहुँचने वाली पहली सोमालियाई-अमेरिकी नागरिक हैं। वो मूलरूप से अफ्रीका की नागरिक रही हैं। साथ ही उमर अमेरिकी कॉन्ग्रेस में पहुँचने वाली दो मुस्लिम महिलाओं में से एक हैं।
हैडलाइन: भारत विरोधी अमेरिकी सांसद इल्हान उमर के Pok दौरे का पाकिस्तान ने ही उठाया था पूरा खर्च: डिस्क्लोजर रिपोर्ट से खुली पोल