Friday, March 14, 2025
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मोजे, टेलीफोन बुक, नैपकिन और तौलिए: टॉयलेट पेपर की जगह इन चीजों का प्रयोग कर रहे हैं अमेरिकी

एक वेबसाइट पर अमेरिकी इस बात पर चर्चा कर रहे हैं कि अगर किसी के घर में टॉयलेट पेपर ख़त्म हो गया है तो वो कैसे काम चला रहा है? एक व्यक्ति ने बताया कि वो इसके विकल्प के रूप में फेसिअल टिश्यू, पेपर टॉवल और नैपकिन्स का प्रयोग कर रहा है।

कोरोना वायरस के संक्रमण से बचने के लिए क्वारंटाइन में रह रहे लोग तरह-तरह की समस्याओं से जूझ रहे हैं। उन देशों में ऐसी समस्याएँ और ज्यादा हैं जो इससे काफी प्रभावित हैं। अमेरिका में कोरोना वायरस संक्रमण के अब तक 1 लाख से भी अधिक मामले सामने आ चुके हैं, जो किसी भी देश में सबसे ज्यादा है। 1700 से भी अधिक लोगों को इस खतरनाक संक्रमण के कारण अपनी जान गँवानी पड़ी। ऐसे में क्वारंटाइन में जी रहे अमेरिकियों को किसी एक चीज की कमी सबसे ज्यादा खल रही है तो वो है टॉयलेट पेपर।

एक वेबसाइट पर अमेरिकी इस बात पर चर्चा कर रहे हैं कि अगर किसी के घर में टॉयलेट पेपर ख़त्म हो गया है तो वो कैसे काम चला रहा है? एक व्यक्ति ने बताया कि वो इसके विकल्प के रूप में फेसिअल टिश्यू, पेपर टॉवल और नैपकिन्स का प्रयोग कर रहा है। अमेरिकी इस चिंता में डूबे हुए हैं कि जब टॉयलेट पेपर्स पूरी तरह ख़त्म हो जाएँगे तो वो क्या करेंगे? एक व्यक्ति ने बताया कि वो अकेले रह रहा है और उसने टॉयलेट पेपर का बड़ा बण्डल ख़रीद रखा है, जिससे उसका काम चल जाएगा।

अमेरिका में टॉयलेट पेपर की कमी से जूझते लोग इसके विकल्पों पर चर्चा कर रहे हैं

अमेरिका में मॉल्स और सुपरमार्केट खाली पड़े हुए हैं। दुकानें बंद हैं और लोगों को सामान नहीं मिल रहे हैं। ऐसे में स्थिति और भी विकट है। वहीं कुछ लोग तो मोजे से काम चला रहे हैं। एक व्यक्ति ने अपना अनुभव साझा करते हुए सलाह दी कि मोजों के एक दर्जन पैकेट्स ख़रीद लो और उनका टॉयलेट पेपर के रूप में प्रयोग कर के फिर ‘ड्राई वाश’ कर के सूखने के लिए डाल दो, फिर टॉयलेट पेपर की ज़रूरत ही नहीं पड़ेगी। वहीं एक व्यक्ति ने टेलीफोन बुक को ही टॉयलेट पेपर के रूप में प्रयोग करने की सलाह दी।

कुछ लोगों ने तो अख़बारों तक को टॉयलेट पेपर के रूप में प्रयोग किया है। अमेरिका कोरोना वायरस के संक्रमण से निपटने के लिए चीन से डाटा लेने में लगा हुआ है। सूचनाएँ और जानकारियाँ इकट्ठी की जा रही है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने फोन पर अपने चीनी समकक्ष शी जिनपिंग से बातचीत की। इससे पहले ट्रंप इसे लगातार ‘चाइनीज वायरस’ कहते रहे हैं।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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