उत्तराखंड के धारचूला (Dharchula, Uttarakhand) स्थित घटखोला में बाँध बनाने में लगे मजदूरों पर नेपाल की ओर से फिर पथराव किया गया है। पत्थरबाजी की इस घटना में वहाँ मौजूद डंपर और जेसीबी के शीशे टूट गए। गुलेलों से की गई पत्थरबाजी में एक चालक और एक मजदूर जख्मी हो गए हैं।
दरअसल, धारचूला में काली नदी के किनारे भारत अपने क्षेत्र में तटबंध का निर्माण कर रहा है। इस निर्माण कार्य में कई मजदूर और वाहन लगे हुए हैं। रिपोर्ट के मुताबिक, अगर इस तटबंध को पूरा नहीं किया जाता है तो अगले साल बारिश में धारचूला का एक बड़ा हिस्सा काली नदी में समा जाएगा।
काली नदी पर तटबंध निर्माण का यह काम दोनों देशों की सहमति के बाद शुरू किया गया है। इसके बावजूद नेपाल द्वारा लगातार इसमें बाधा डालने की कोशिश की जा रही है। पथराव की हालिया घटना नेपाल की ओर से की गई पत्थरबाजी की 11वीं घटना है।
Uttarakhand | Stone-pelting was witnessed from Nepal’s side on embankment work in Dharchula (24.12)
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) December 25, 2022
Stone-pelting happened from Nepal while work was underway. A dumper was damaged & driver was injured. We demand steps to be taken to stop this: Irrigation Dept Executive Engineer pic.twitter.com/K7jSZn9xga
बताया जा रहा है कि तटबंध का निर्माण का काम चल रहा था, उसी दौरान शुक्रवार (23 दिसंबर 2022) को नेपाल की ओर से कुछ लोग इकट्ठे हुए और श्रमिकों और निर्माण कार्य में लगी गाड़ियों पर पत्थरबाजी करने लगे। इंजीनियरों का कहना है कि पत्थरबाजी करने वाले लोग गुलेलों इस्तेमाल कर रहे थे। इससे श्रमिक डर गए और काम को बंद कर दिया।
इस प्रोजेक्ट पर काम करने वाले लोगों का कहना है कि पत्थरबाजी की घटना के कारण पहले ही लेट हो चुका है। ऐसे में इस तरह की घटनाएँ थमती नहीं हैं तो मजदूर और वाहनकर्मी भी यहाँ काम करने से डरेंगे। निर्माण कार्य में लगी कंपनी ने इस मसले में सरकार से हस्तक्षेप करने का आग्रह किया है। परियोजना में शामिल लोग प्रशासन से सुरक्षा की गुहार भी लगा रहे हैं।