भारत ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से वादा किया था कि वो कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई में अन्य देशों की मदद करेगा और अब उसने अपने वादे को निभाना शुरू कर दिया है। ‘वैक्सीन डिप्लोमेसी’ के तहत भारतीय वैक्सीन की खेप भूटान और मालदीव्स पहुँच चुकी है। भारत ने ‘सीरम इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया (SII)’ द्वारा बनाई गई वैक्सीन इन देशों को भेजी है। दोनों देशों ने इसके लिए भारत को धन्यवाद दिया है।
पीएम मोदी ने साफ़ कर दिया है कि दुनिया की स्वास्थ्य ज़रूरतों को पूरा करने में भारत हमेशा से आगे रहा है और इसी क्रम में कोरोना वैक्सीन की सप्लाई भी शुरू की जा रही है। उन्होंने बताया कि आने वाले दिनों में अन्य देशों को भी भारतीय वैक्सीन दी जाएगी। केंद्रीय विदेश मंत्री एस जयशंकर ने भी कहा कि मानवता के लिए भारत बुधवार (जनवरी 20, 2021) से सभी देशों को वैक्सीन भेजने की शुरुआत कर रहा है।
India is one of the world’s largest vaccine producers.
— Indian Diplomacy (@IndianDiplomacy) January 20, 2021
As ‘Pharmacy of the World’, India is committed to its responsibility as a global supplier even in times of crisis. #AffordableVaccines4All pic.twitter.com/bhgL5hKp2B
जानने वाली बात है कि भारत दुनिया भर में वैक्सीन का सबसे बड़ा निर्माता है। दुनिया भर में जितने भी वैक्सीन बनते हैं, उसका 60% भारत में ही बनता है। हर साल भारत 150 से भी अधिक देशों को 1.5 बिलियन से भी अधिक डोजेज मुहैया कराता है। WHO भी अपने 70% इम्यूनाइजेशन वैक्सीन भारत के साथ शेयर करता है। पीएम मोदी पहले ही कह चुके हैं कि वैक्सीन के मामले में भारत पूरे ट्रायल के बाद विश्वसनीय तरीके से काम करता है।
भूटान को 1.5 लाख और मालदीव्स को 1 लाख कोरोना वैक्सीन भेजी गई है। बांग्लादेश, नेपाल, म्यांमार और सेशेल्स को भी वैक्सीन की आपूर्ति की जानी है। केंद्रीय विदेश मंत्रालय ने कहा कि घरेलू जरूरतों को ध्यान में रखते हुए भारत आगामी हफ्ते व महीने में चरणबद्ध तरीके से सहयोगी देशों को कोविड-19 टीकों की आपूर्ति करने वाला है। श्रीलंका, अफगानिस्तान और मॉरीशस को भी वैक्सीन दी जा रही है, जिसके लिए दस्तावेज तैयार करने की प्रक्रिया जारी है।
बांग्लादेश को भी भारत की तरफ से कोरोना कोविशील्ड की 2 मिलियन डोज गिफ्ट मिलने वाला है। इतना ही नहीं, नेपाल को भी भारत सरकार बिलकुल मुफ्त में कोरोना वैक्सीन देगी। इस तरह से चीन की वैक्सीन डिप्लोमेसी के खिलाफ भारत ने अपनी तैयारी को और मजबूत कर दिया है, जिसका असर पड़ोसी देशों के साथ भारत के सुधरते संबंधों पर भी दिखेगा। अब तक चीन ही इस मामले में आगे था। हालाँकि, भारत में वैक्सीन लेने और न लेने को लेकर कुछ दिशानिर्देश भी दिए गए हैं। गर्भवती महिलाओं के साथ-साथ नवजात को स्तनपान कराने वाली महिलाओं को भी कोरोना का टीका न लेने की सलाह दी गई है। इसके अलावा जिन्हें बुखार हो, उन्हें भी कोरोना वैक्सीन नहीं लेनी है। ऐसे लोगों को पहले मेडिकल सलाह लेनी चाहिए। जिन लोगों को एलर्जी है या वो किसी अन्य गंभीर बीमारी से पीड़ित हैं, उन्हें भी कोरोना वैक्सीन लेने से पहले अपने बारे में ये सारी जानकारी ज़रूर मुहैया करानी चाहिए।