उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में आयोजित संयुक्त प्रेसवार्ता के अंत में सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के करीब आकर उनसे सवाल करने पर उनके सुरक्षाकर्मी ने जिस तरह पत्रकार को धक्का दिया, उस घटना की वीडियो जगह-जगह वायरल है। इसी संबंध में दूरदर्शन के वरिष्ठ पत्रकार अशोक श्रीवास्तव ने भी ट्विटर पर अपना मत रखते हुए घटना का विरोध किया था, जिसके बाद उन्हें सुहेलदेव भारतीय समाज के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर के बेटे अरुण राजभर ने उन्हें खुलेआम पिटाई की धमकी दी।
इस पत्रकार को यश भारती सम्मान देते अखिलेश यादव 😀 pic.twitter.com/jU8Oyumled
— Vijaybahadur Singh (@vbsingh_rajput) January 30, 2022
बता दें कि अखिलेश यादव के सामने पत्रकार के साथ हुई बदसलूकी मामले में अशोक श्रीवास्तव ने लिखा था, “जब सपा सरकार थी तब पत्रकार जगेंद्र को एक मंत्री के खिलाफ लिखने पर ज़िंदा जला दिया था। आज गाजियाबाद में अखिलेश यादव के सामने उनके बॉडीगार्ड्स ने पत्रकार खालिद चौधरी की पिटाई की। नई सपा या वही सपा ?”
जब सपा सरकार थी तब पत्रकार जगेंद्र को एक मंत्री के खिलाफ लिखने पर ज़िंदा जला दिया था।
— Ashok Shrivastav (@AshokShrivasta6) January 30, 2022
आज ग़ाज़ियाबाद में #Akhilesh_Yadav के सामने उनके बॉडीगार्ड्स ने पत्रकार खालिद चौधरी की पिटाई की।
नई सपा या वही सपा ???
इस ट्वीट के बाद अरुण राजभर ने वरिष्ठ पत्रकार को लिखा, “आपकी पिटाई भी होनी चाहिए। दलाली करने का अवार्ड आप जैसे पत्तलकारों को मिलना चाहिए।”
इसे धमकी मानूं ? @ArunrajbharSbsp @HMOIndia@Uppolice @ECISVEEP ये ओमप्रकाश राजभर जी के बेटे हैं, जो मेरी पिटाई करने की धमकी दे रहे हैं। https://t.co/AszxJvNNPw
— Ashok Shrivastav (@AshokShrivasta6) January 30, 2022
बता दें कि अरुण राजभर के इस ट्वीट के बाद ट्विटर पर हंगामा हो गया। कई यूजर्स ने एक वरिष्ठ पत्रकार के लिए ऐसे अपमानजनक शब्दों का इस्तेमाल करने पर अरुण राजभर की निंदा की। साथ ही इसे एक धमकी बताया। अपने ट्वीट पर बवाल होता देख अरुण राजभर ने इस ट्वीट को डिलीट कर दिया है। लेकिन इसके स्क्रीनशॉट अब भी सोशल मीडिया पर वायरल हैं। अशोक श्रीवास्तव ने भी इस ट्वीट पर यूपी पुलिस को टैग किया है। कुछ लोग इस विषय पर चुनाव आयोग से अपील कर रहे हैं कि वो इस पर संज्ञान लें।
उल्लेखनीय है कि समाजवादी पार्टी की प्रेसवार्ता में पत्रकार से हुई बदसलूकी पर अरुण राजभर क्यों भड़के, इसके लिए जानना जरूरी है कि इस बार प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी के ख़िलाफ़ समाजवादी पार्टी के साथ उनकी पार्टी सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी का गठबंधन है। पार्टी के महासचिव अरुण राजभर ने पिछले साल अक्टूबर में इसकी जानकारी खुद दी थी।