बिहार का एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसके आधार पर दावा किया जा रहा है कि एक दलित व्यक्ति को थूक चाटने के लिए ‘सामंती विचारधारा के लोगों’ ने मजबूर किया। इंटरनेट पर इस वीडियो के बारे में कहा जा रहा है कि बिहार में नीतीश कुमार के राज में एक दलित के साथ सवर्ण अत्याचार कर रहे हैं। इस वीडियो में पीड़ित को उठक-बैठक करने के लिए कहा जाता है और कहवाया जाता है कि गलती नहीं करेगा।
WTH is this @NitishKumar
— Sakshi Joshi (@sakshijoshii) April 13, 2021
Shameful https://t.co/qyH8AMGDPu
NDTV के पत्रकार मनीष ने लिखा, “देखिए, बिहार के गया ज़िले में पंचायत चुनाव में सर उठाने के लिए सामंती लोग एक दलित को थूक चाटने की कैसे सजा दे रहे हैं। नीतीश कुमार के शासन में सब कुछ ठीक नहीं। दुष्प्रचार किया जा रहा है कि एक दलित को सामान्य वर्ग के व्यक्ति ने थूक चटवाया। अब आते हैं सच्चाई पर। बिहार पुलिस ने इस मामले में संज्ञान लिया है। इसके लिए दोषी लोगों को पकड़ लिया गया है।
पुलिस ने बताया कि ये मामला गया के एक गाँव का है, जहाँ उस दलित व्यक्ति को थूक चटवाया जाता है और उठक-बैठक कराया जाता है। SSP आदित्य कुमार ने बताया कि वो व्यक्ति अपने ही समुदाय की एक महिला के साथ भाग गया था। जब वो लौटा, तो उसे पंचायत में लेकर जाया गया। उसी गाँव में, जहाँ से वो भागा था। इस मामले में 6 लोगों को गिरफ्तार गया है। आरोपितों में महिला का पिता और भाई शामिल है।
The six people arrested in the case include father & brother of the woman. A case has been registered under relevant sections of SC/ST act. Raids are being conducted to nab other accused: Gaya SSP Aditya Kumar on the incident wherein a man was forced to lick his saliva (13.04)
— ANI (@ANI) April 13, 2021
महिला और युवक एक ही समुदाय के हैं। इस मामले में SC/ST एक्ट की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है। अन्य आरोपितों की धर-पकड़ के लिए छापेमारी की जा रही है। जबकि NDTV का पत्रकार मनीष पीड़ित का एक वीडियो डाल कर अफवाह फैला रहा था कि मुखिया के पक्ष में प्रचार न करने के कारण उसके साथ ऐसा किया गया। साक्षी जोशी जैसे पत्रकारों ने भी इस अफवाह को आगे बढ़ाया।