तेलंगाना में फिरोज खान के नेतृत्व में कॉन्ग्रेस कार्यकर्ताओं ने ANI के पत्रकार पर हमला किया। यह घटना तब हुई जब हाथरस केस में विरोध दर्ज कराने के लिए कॉन्ग्रेस कॉन्ग्रेस कार्यकर्ताओं ने हैदराबाद के टैंक बंद इलाके में रैली निकाली थी।
कथित तौर पर, रैली के लिए कई कॉन्ग्रेस कार्यकर्ता और पार्टी के वरिष्ठ नेता आंबेडकर की प्रतिमा के पास इकट्ठे हुए थे। प्रदर्शन के दौरान तेलंगाना प्रदेश कॉन्ग्रेस कमेटी के प्रमुख उत्तम कुमार रेड्डी भी मौजूद थे। रैली की शुरुआत गाँधी भवन से हुई, लेकिन पहले से परमिशन नहीं लेने की वजह से उन्हें रोक दिया गया।
उसी दौरान एएनआई के एक पत्रकार अब्दुल बशीर ने कॉन्ग्रेस नेताओं की बाइट लेने की कोशिश की। इसी दौरान कॉन्ग्रेस के प्रमुख नेता फिरोज़ खान से उनकी बहस हो गई। बहस इस कदर बढ़ गया कि फिरोज़ और उनके कई समर्थक पत्रकार से हाथापाई पर उतर आए। घटनास्थल पर मौजूद अन्य पत्रकारों और पुलिसकर्मियों ने किसी तरह रिपोर्टर को उनसे बचाया।
इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है। वीडियो क्लिप में स्पष्ट रूप से फिरोज़ खान को पत्रकार पर हमला करते देखा जा सकता है। फिरोज़ खान से झड़प होते ही अन्य कॉन्ग्रेस कार्यकर्ता भी आगे आ गए और उन लोगों ने भी ANI के रिपोर्टर को लात-घूँसों से मारा। इतना ही नहीं जब पुलिस अधिकारियों ने पीड़ित पत्रकार को बचाने की कोशिश की तो उनके साथ भी कॉन्ग्रेस के गुंडों ने धक्का-मुक्की की।
#Congress brutality on media, @ANI reporter brutally thrashed by @INCTelangana leaders led by Feroz Khan in the presence of #TPCC Chief @UttamTPCC and all senior leaders at Ambedkar statue During @INCIndia Coverage #Hyderabad today@manickamtagore @RahulGandhi @priyankagandhi pic.twitter.com/y2kvslJkss
— Pramod Chaturvedi (ANI) 🇮🇳 (@PramodChturvedi) October 1, 2020
गौरतलब है कि यह पहली बार नहीं है जब कॉन्ग्रेस पार्टी के कार्यकर्ताओं ने सड़कों पर अपनी दादागिरी दिखाने के लिए गुंडागर्दी का सहारा लिया है। हाल ही में कॉन्ग्रेस शासित छत्तीसगढ़ में एक क्षेत्रीय समाचार पत्र, भूमिकल समचार के संपादक कमल शुक्ला को भी कॉन्ग्रेस के गुंडों ने सड़क पर घसीटते हुए पीटा था। उन पर धारदार हथियार से हमला भी किया गया था। यह घटना छत्तीसगढ़ के बस्तर संभाग के कांकेर पुलिस स्टेशन से लगभग 100 मीटर की दूरी पर हुई थी। शुक्ला ने अपने बयान में कहा था कि कुछ लोगों के एक समूह ने पुलिस स्टेशन से बाहर निकलते ही उनको घेर लिया था। उनको पीटा गया और धारदार हथियार से हमला किया गया।