जिस शाहरुख़ ने अंकिता पर पेट्रोल छिड़क कर आग लगा दी, ‘इंडिया टुडे’ ने उसका असली नाम छिपा कर उसे ‘अभिषेक’ बताते हुए खबर चला दी। हालाँकि, अब ‘इंडिया टुडे’ ने विरोध के बाद शाहरुख़ का असली नाम लिख दिया है, लेकिन आर्काइव लिंक में देखा जा सकता है कि किस तरह उसने शाहरुख़ को ‘अभिषेक’ बताते हुए खबर चला दी। इतना ही नहीं, मीडिया संस्थान ने ये लिखने की जहमत भी नहीं उठाई कि ये बदला हुआ नाम है।
अब तक आपने सुना होगा कि बलात्कार और यौन शोषण जैसे मामलों में पीड़िता या नाबालिग की पहचान छिपा ली जाती है या कभी-कभी बदला हुआ नाम लिखा जाता है। लेकिन, यहाँ ‘इंडिया टुडे’ हत्यारे को ही बचाने में लगा हुआ है। एक मुस्लिम को इसके लिए हिन्दू बता दिया गया। आर्काइव लिंक के स्क्रीनशॉट में आप देख सकते हैं। मीडिया संस्थान ने न सिर्फ फोटो के कैप्शन में, बल्कि खबर की कॉपी में भी शाहरुख़ का नाम ‘अभिषेक’ ही दिखाया।
‘इंडिया टुडे’ ने अब अभी अपनी हेडिंग से शाहरुख़ हुसैन का नाम छिपा रखा है और सीधा लिखा है कि झारखंड के दुमका में जिस ‘व्यक्ति ने’ लड़की के शरीर में आग लगा दी, वो पुलिस की हिरासत में हँसता हुआ पाया गया। वहीं फोटो कैप्शन में ‘इंडिया टुडे’ ने लिखा था, “आरोपित अभिषेक को पुलिस की कस्टडी में हँसते हुए देखा जा सकता है।” कंटेंट में मीडिया संस्थान ने लिखा था, “आरोपित अभिषेक को हँसते हुए देखा गया, जब उसे हथकड़ी पहना कर पुलिस की गाड़ी से ले जाया जा रहा था।”
आखिर मीडिया संस्थान ने शाहरुख़ हुसैन को बचाने के लिए उसे ‘अभिषेक’ क्यों बना दिया? उसने 5 साल तक एक लड़की को प्रताड़ित करने के बाद उसे ज़िंदा जला डाला है, जिसके बाद हिन्दू छात्रा की मौत हो गई। वो पुलिस की हिरासत में हँस रहा है। उसने कई बार लड़की से छेड़खानी की थी, घर में घुस जाता था और फोन कर के भी परेशान करता था। क्या अपराधी या आतंकवादी मुस्लिम होगा तो उसे हिन्दू बना कर मीडिया दिखाएगी?