13 दिसंबर 2001 को भारतीय संसद पर आतंकी हमला हुआ था। इसमें संसद भवन के सुरक्षाकर्मी, दिल्ली पुलिस के जवान समेत कुल 9 लोग वीरगति को प्राप्त हो गए थे। उस दिन एक सफेद एंबेसडर कार में आए पाँच आतंकवादियों ने 45 मिनट में लोकतंत्र के सबसे बड़े मंदिर को गोलियों से छलनी कर पूरे हिंदुस्तान को झकझोर दिया था। संसद पर हमले को आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद के आतंकियों ने अंजाम दिया था और इस हमले का मास्टरमाइंड था अफजल गुरु।
पत्रकार राजदीप सरदेसाई ने संसद पर हुए हमले को ‘अ ग्रेट डे (एक महान दिन)’ कहा था। सरदेसाई ने देश की संसद पर हुए हमले पर बात करते हुए कहा था कि कैसे वह संसद के बगीचे में पिकनिक मना रहे थे, जब आतंकी पार्लियामेंट पर हमला कर रहे थे।
“Parliament was attacked, it was a great day”: Rajdeep Sardesai pic.twitter.com/ioilBv9gUT
— BALA (@erbmjha) December 4, 2018
इससे जुड़ा राजदीप सरदेसाई का एक वीडियो वायरल हुआ था। इसमें उन्हें कहते हुए सुना गया था कि पत्रकार गिद्धों की तरह व्यवहार करते हैं। सरदेसाई दिसंबर 2001 में भारतीय संसद पर हुए हमले को याद करते हुए बता रहे थे कि वह अपनी टीम के साथ पिकनिक की तैयारी कर रहे थे। वह और उनकी टीम सुबह करीब 11 बजे संसद में दाखिल हुई। टीम के संसद में प्रवेश करने के कुछ ही मिनटों के भीतर उन्होंने गोलियों की आवाज सुनी। उन्होंने अपने सहयोगी से कहा कि वह गार्ड को गेट बंद करने के लिए कहे। फिर सरदेसाई एक लंबी मुस्कराहट के साथ बताते हैं कि उन्होंने ऐसा इसलिए किया ताकि कोई अन्य चैनल क्रू प्रवेश न कर सके। उन दिनों कम चैनल थे और सरदेसाई एक्सक्लुसिव स्टोरी मिलने को लेकर उत्साहित थे।
फिर उन्होंने बताया कि कैसे संसद पर हमले की एक्सक्लुसिव स्टोरी ने टीम को उस शराब और कबाब को भुला दिया, जिसे लेकर वह पिकनिक मनाने की प्लानिंग कर रहे थे। उन्होंने कहा, “यह एक महान दिन था। हम गिद्धों की तरह हैं। हम इन पलों को भुनाते हैं।” इस वीडियो में वह सेंट पॉल इंस्टीट्यूट ऑफ कम्युनिकेशन एजुकेशन के छात्रों से संवाद कर रहे हैं। दिसंबर 2001 के संसद हमले के दौरान सरदेसाई एनडीटीवी से जुड़े थे। एनडीटीवी से जुड़ी रही एक अन्य सेलिब्रिटी पत्रकार बरखा दत्त भी मुंबई हमले, कारगिल युद्ध जैसे संवेदनशील मुद्दों के कवरेज के दौरान अपनी करनी को लेकर विवादों में रही हैं।