अंग्रेजी समाचार पत्र द हिंदू के ख़िलाफ़ आयकर विभाग ने अपनी जाँच शुरू कर दी है। द हिंदू पर चीन के साथ आर्थिक लेन-देन के आरोप हैं। Sputnik की रिपोर्ट के अनुसार, इस मीडिया समूह के ख़िलाफ़ 2 अक्टूबर को शिकायत दर्ज हुई थी। यह शिकायत महाराष्ट्र के ‘लीगल राइट्स ऑब्जर्वेट्री (Legal Rights Observatory)’ ने गृह मंत्रालय को भेजी थी।
इस शिकायत में चीन और समाचार पत्र के बीच हुए आर्थिक ट्रांजैक्शन को लेकर जाँच करने की माँग की गई थी। यह माँग द हिंदू अखबार में प्रकाशित चीन एम्बेसी के एक विज्ञापन से संबंधित थी, जिसे अखबार ने पूरे पेज पर पब्लिश किया था, वो भी पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ चाइना की 71वीं वर्षगाँठ पर। इस कारनामे को केवल प्रोपेगेंडा की तरह देखा गया था।
18 अक्टूबर को इस संबंध में गृह मंत्रालय ने शिकायत आयकर विभाग को भेजी थी और 30 दिन का समय देकर इस पूरे मामले पर अपनी रिपोर्ट जमा करने को कहा था। दरअसल, एलआरओ की ओर से दायर शिकायत में समाचार पत्र के इस कारनामे को एलएसी पर बढ़े विवाद से जोड़कर देशद्रोही कार्य कहा गया था।
#BREAKING MHA forwarded #LRO complaint dt Oct 02/20 against @the_hindu to #CBDT @IncomeTaxIndia to investigate possible massive money inflow between #Chinese Intelligence n newpaper to publish China propaganda; sought report in 30 days. Cash flow likely to gets exposed @nistula pic.twitter.com/lswcqvebzm
— Legal Rights Observatory- LRO (@LegalLro) October 18, 2020
संगठन ने दावा किया था कि मामले में जाँच से ही खुलासा हो पाएगा कि क्या द हिंदू को विज्ञापन प्रकाशित करने के लिए चीन एम्बेसी से कोई राजस्व प्राप्त हुआ या नहीं? अगर नहीं हुआ तो भी यह परेशानी का कारण है।
हिंदुस्तान टाइम्स के ख़िलाफ़ लिखित शिकायत
एलआरओ (LRO) ने एक लिखित शिकायत करके हिंदुस्तान टाइम्स के ख़िलाफ़ भी जाँच शुरू करने की माँग की है। दरअसल, अंग्रेजी समाचार पत्र ने अपने 30 अक्टूबर के संस्करण में चीन मुखपत्र को जगह दी थी। इसी वजह से संगठन ने यह माँग उठाई। शिकायत में अखबार की इस हरकत को यूनाइटिड फ्रंट वर्क डिपार्टमेंट के प्रोपेगेंडा के आगे भारतीय हितों को कमतर बताने वाला कहा गया।
Wrote letter to @HMOIndia to launch multi agency probe of @HindustanTimes comprising @IncomeTaxIndia @dir_ed @NIA_India to investigate #Chinese payment to HT to publish #ChinaWatch advert in newspaper undermining Indian interest to further CH #UFWD propaganda #Ladakh @Chellaney pic.twitter.com/hjiGYujlBZ
— Legal Rights Observatory- LRO (@LegalLro) November 2, 2020
भारतीय अखबार चला रहे चीन का प्रोपगेंडा
यहाँ बता दें कि 1 अक्टबूर को द हिंदू ने चीन के लिए एक पूरे पेज में विज्ञापन प्रकाशित किया था। यह अखबार का तीसरा पृष्ठ था। दिलचस्प चीज यह थी कि द हिंदू ने जिसे अपने अखबार की हार्ड कॉपी में तीसरे पेज पर पब्लिश करवाया, वह पेज डिजिटल वेबासइट पर कहीं नहीं था।
द हिंदू के बाद हिंदुस्तान टाइम्स ने चाइना डेली वाले चार पृष्ठ के सप्लीमेंट को आठवें पेज पर जगह दी थी। साथ ही अखबार ने डिस्क्लेमर के साथ लिखा था, “यह सप्लीमेंट पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ चीन के चाइना डेली द्वारा तैयार किया गया है। इसमें हिंदुस्तान टाइम्स की न्यूज व संपादकीय नहीं शामिल किए गए हैं।”
इस सप्लीमेंट में चीन के इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट के बारे में सूचना दी गई थी। साथ ही यह भी बताया गया था कि कैसे वैश्विक स्तर पर चीन के युवा सक्रियता से काम कर रहे हैं और किस प्रकार विकास के समांतर चीन ने अपनी संस्कृति का संरक्षण किया हुआ है।