मीडिया संस्थान NDTV को एक ऐसे चैनल के रूप में जाना जाता है, जिसका बेहूदा और बेशर्म तरीके से झूठ फैलाने का एक लंबा इतिहास रहा है। चैनल ने पिछले कुछ वर्षों में बड़े पैमाने पर इस तरह से बेशर्म कारनामे करने में काफी कामयाबी हासिल की है। इसमें वित्तीय धोखाधड़ी से लेकर पाकिस्तान के एजेंडे को हवा देना, भारत को नीचा दिखाना और 26/11 के आतंकी हमले के दौरान लोगों के जान को खतरे में डालना शामिल है। हालाँकि हमें इनके ‘कारनामे’ के बारे में कम ही पता था। जानकारी के मुताबिक NDTV अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी अपनी बेइज्जती करवा चुका है। बता दें कि 2012 में एक अमेरिकी टीवी शो ‘द न्यूज़रूम’ में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इसका मजाक उड़ाया गया था।
हाल ही में एक वीडियो वायरल हुआ है। जिसे एडवोकेट जे साई दीपक ने ट्विटर पर शेयर किया। इसमें 2012 में सीजन 1 के एपिसोड 4 में ‘द न्यूज़रूम’ का एक वीडियो दिखाया गया है। वीडियो में NDTV द्वारा फैलाए जा रहे झूठ के एक भाग को दिखाया गया है।
इस कड़ी के सेगमेंट में, विल मैकऑन ने जेफ डेनियल की भूमिका निभाई, जो न्यूज नाइट के एंकर और मैनेजिंग एडिटर हैं। वह समाचार प्रस्तुत करते हुए इस बात पर चर्चा करते हैं कि कैसे झूठ को दुनिया भर में फैलाया जाता है।
इस दौरान एंकर ने उस झूठ के बारे में बात करते हुए 2010 के NDTV के एक लेख का उल्लेख किया। जिसमें तत्कालीन राष्ट्रपति ओबामा भारतीय प्रधानमंत्री के साथ व्यापार संबंधों को मजबूत करने के लिए मुंबई, भारत का दौरा करने वाले थे। एंकर का कहना था कि इस तरह की यात्राओं में आम तौर पर प्रति दिन 5 मिलियन डॉलर खर्च होते हैं। फिर एंकर ने NDTV के एक लेख को उद्धृत किया, जिसमें गुमनाम स्रोतों के हवाले से कहा गया था कि इस यात्रा के लिए प्रति दिन $200 मिलियन खर्च होंगे। इसके बाद एपिसोड में यह बताया गया कि कैसे अमेरिकी मीडिया ने बगैर हकीकत का पता लगाने की कोशिश किए इसे प्रसारित किया। जबकि व्हाइट हाउस ने एक बयान जारी करते हुए इसे गलत बताया था।
‘द न्यूजरूम’ जैसे अमेरिकी टीवी शो में NDTV के नाम का मजाक उड़ाया जाना एक ऐसा कारनामा था, जिसने लोगों का काफी ध्यान खींचा, NDTV का भी। इसके बाद NDTV का वापस से प्रतिष्ठा हासिल करना असंभव सा लगता है। बता दें कि NDTV ने 2010 में जो लेख प्रकाशित की थी, वह मूल रूप से पीटीआई एजेंसी फीड थी।
पीटीआई एजेंसी फीड में कहा गया था, “महाराष्ट्र सरकार के एक शीर्ष अधिकारी ने कहा कि सुरक्षा, ठहरने और राष्ट्रपति के दौरे के अन्य पहलुओं पर लगभग $200 मिलियन की भारी-भरकम राशि खर्च की जाएगी।” इसमें आगे कहा गया कि गुप्त सेवा एजेंटों, अमेरिकी सरकारी अधिकारियों और पत्रकारों सहित लगभग 3,000 लोग राष्ट्रपति के साथ होंगे। व्हाइट हाउस और अमेरिकी सुरक्षा एजेंसियों के कई अधिकारी पिछले एक सप्ताह से हेलीकॉप्टर, एक जहाज और उच्च सुरक्षा वाले सुरक्षा उपकरणों के साथ यहाँ पहले से ही मौजूद हैं।
हालाँकि, इस खबर को उस समय अमेरिकी अधिकारियों ने स्पष्ट रूप से नकार दिया था। लेकिन जैसा कि नकली-समाचार आउटलेट NDTV की प्रकृति है, यूएस की प्रतिक्रिया को लेख में कभी नहीं जोड़ा गया। बता दें कि ‘द न्यूजरूम’ एक अमेरिकी टेलीविजन राजनीतिक ड्रामा सीरीज है, जिसे मुख्य रूप से आरोन सोरकिन द्वारा लिखा गया है, जिसका 24 जून, 2012 को एचबीओ पर प्रीमियर हुआ था और 14 दिसंबर 2014 को समाप्त हुआ था। ये सीरीज 3 सीजन में दिखाया गया। जिसमें 52 से 73 मिनट के 25 एपिसोड थे।
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