हाल में ट्विटर का पक्षपाती सेंसरशिप एक गंभीर चिंता का मसला बनकर उभरा है। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर उन राजनीतिक आवाजों के साथ पक्षपात करने के आरोप हैं जिनसे वह सहमत नहीं होता। इस तरह की स्थिति यूजर्स ने प्लेटफॉर्म पर गोधरा में जलाकर मारे गए कार सेवकों को लेकर बात करने वाले पोस्ट्स को जानबूझकर ब्लॉक करने का आरोप लगाया है।
एक यूजर ने बताया है कि उसने ‘कभी न भूलना (Never Forget)’ कैप्शन के साथ गोधरा नरसंहार की तस्वीर पोस्ट की थी। इसके बाद उसका अकाउंट एक खास समय के लिए लॉक कर दिया गया। ट्विटर ने दोबारा अकाउंट बहाल करने के लिए ट्विटर से पोस्टर डिलीट करने या फिर उसे इस कार्रवाई के खिलाफ अपील करने को कहा।
I posted this picture of Sabarmati express (#GodhraMassacre) yesterday as a response to a tweet which said “Never forget”. Today my account was locked briefly for this picture and I was given an option (1/4) pic.twitter.com/XgdqEXXLDP
— Aishwarya Mudgil (@AishwaryaMudgil) March 2, 2021
हालाँकि यूजर ने पाया कि उसका ट्वीट उसकी अपील पर गौर करने से पहले ही हटाया जा चुका है। आखिरकार, उसने अपने ट्वीट को डिलीट करने का फैसला किया, क्योंकि इसे पहले ही हटाया जा चुका था। ट्विटर पर कमेंट करते हुए यूजर ने कहा, “क्या आप ऐतिहासिक घटनाओं को बदलना चाहते हैं? क्या साबरमती नरसंहार कभी नहीं हुआ? आप मेरी पोस्ट हटा सकते हैं, लेकिन हकीकत नहीं बदल सकते!”
I posted this picture of Sabarmati express (#GodhraMassacre) yesterday as a response to a tweet which said “Never forget”. Today my account was locked briefly for this picture and I was given an option (1/4) pic.twitter.com/XgdqEXXLDP
— Aishwarya Mudgil (@AishwaryaMudgil) March 2, 2021
एक अन्य यूजर ने दिल्ली दंगों के दौरान आईबी कॉन्स्टेबल अंकित शर्मा की बेरहम हत्या से जुड़ी तस्वीरें पोस्ट की। इसे ‘सेंसेटिव इन्फोर्मेशन’ के तौर पर लेबल कर दिया गया।
What these assholes don’t want to understand is “Sab Yaad Rakha Jayega” works both ways.
— मछुआRatty Gone Phishing (@YearOfRat) March 1, 2021
Never Forget who rallied the troops in her tweets & soundbites
Never forget what that lead to
Never forget.
And honestly, enough stories in each household to go back at least 5-9 centuries! https://t.co/Xky9yFyQ97 pic.twitter.com/Yn395XGk3D
सेंसरशिप को लेकर ट्विटर का वामपंथी पूर्वाग्रह पिछले कुछ समय से चिंता का प्रमुख विषय रहा है। एक तरफ वे ट्वीट जो गोधरा नरसंहार के हिंदू पीड़ितों की बात करते हैं उन्हें डिलीट करने के लिए यूजर्स को मजबूर किया जा रहा, दूसरी तरफ प्लेटफॉर्म ने उन अकाउंट्स को ब्लॉक करने से इनकार कर दिया था जो किसान आंदोलन की आड़ में फेक न्यूज फैलाकर देश में कानून-व्यवस्था की स्थिति बिगाड़ना चाहते हैं।