कर्नाटक के दावणगेरे में एक पुलिस थाना पर हमले के बाद अब 200 मुस्लिम परिवार कार्रवाई होने पर गाँव छोड़ कर भाग गए हैं। दावणगेरे के कई गाँवों के मुस्लिम अब पुलिस की पहुँच से बचने के लिए घरों पर ताला लगाकर गायब हैं। पुलिस मामले की आगे जाँच के लिए इनकी तलाश में हैं।
टाइम्स ऑफ़ इंडिया के अनुसार, दावणगेरे के होन्नेबागी, नल्लुर और अग्राबनीहट्टी में कुल मिलाकर 100 घरों पर ताला लटका हुआ है। यह घर मुस्लिम समुदाय से जुड़े हुए हैं। यह सब 24 मई, 2024 को हुई घटना के बाद से फरार हैं। इनमें से कुछ के पास पुलिस हमले के सबूत जुटाने पहुँची थी, लेकिन कोई नहीं मिला। आसपास के कस्बों में अधिकांश दुकानें भी बंद है।
यह पूरा बवाल 24 मई, 2024 को चालू हुआ था। इस दिन मुस्लिम भीड़ ने दावणगेरे के चन्नागिरी पुलिस थाना पर हमला किया था। भीड़ पुलिस पर आदिल नाम के युवक को हिरासत में मार डालने का आरोप लगा रही थी। इस हमले में एक दर्जन पुलिसकर्मी घायल हुए थे जबकि 8 वाहन भी क्षतिग्रस्त हो गए थे। इस मामले में पुलिस 3 अलग-अलग FIR दर्ज कर के जाँच कर रही थी।
पुलिस के मुताबिक, मृतक आदिल को क्षेत्र में हो रहे जुआ के एक मामले में पूछताछ के लिए लाया गया था। यहाँ कुछ ही देर में उसकी तबीयत खराब हुई। आदिल को अस्पताल ले जाया गया जहाँ उसकी मौत हो गई। मौत की वजह भी ब्लड प्रेशर का लो होना बताया गया। आदिल पर पहले से केस दर्ज होने का भी दावा किया गया था।
आदिल के परिजनों ने पुलिस पर टॉर्चेर का आरोप लगाया था। उन्होंने कहा कि पुलिस ने रिश्वत की माँग की थी जिसे न मिलने पर आदिल की पिटाई की गई जो बाद में मौत की वजह बनी। राज्य के गृहमंत्री ने पूरे घटनाक्रम की जाँच की बात कही थी। इसके बाद यह जाँच CID को सौंप दी गई थी। हमले के बाद एक इंस्पेक्टर और एक सिपाही को सस्पेंड कर दिया गया था। इस मामले में लगभग 30 लोगों को अबतक गिरफ्तार किया गया है।