Wednesday, March 26, 2025
Homeरिपोर्टराष्ट्रीय सुरक्षाIAF क्या-क्या करती है, ऊँची जगह से फोटो लो और Pak भेजो: हजाम, अरबाज...

IAF क्या-क्या करती है, ऊँची जगह से फोटो लो और Pak भेजो: हजाम, अरबाज और अब्बास जासूसी करते धराए

चारों आरोपितों की उम्र 17-23 वर्ष तक की है। इनमें से तीन की पहचान 23 वर्षीय हजाम मामाद्राफिक (Hajam Mamadrafik), 20 वर्षीय अरबाज इस्माइल, 18 साल के पढियार अब्बास (Padeiyar Abas) के रूप में हुई है। चौथे आरोपित के नाबालिग होने के कारण...

भारत में रहकर यहाँ के सैन्य ठिकानों से संबंधी अहम जानकारियाँ पाकिस्तान को भेजने के आरोप में पुलिस ने गुजरात के कच्छ से 4 पाकिस्तानी जासूसों को गिरफ्तार किया। जानकारी के मुताबिक गुजरात पुलिस और एटीएस की रडार पर ये चारों काफी लंबे समय थे। मगर, इनकी गिरफ्तारी आज सुबह जाकर संभव हुई। अब पुलिस, चारों आरोपितों से पूछताछ में जुटी है।

https://platform.twitter.com/widgets.js

गिरफ्तार हुए चारों आरोपितों की उम्र 17-23 वर्ष तक की है। इनमें से तीन की पहचान 23 वर्षीय हजाम मामाद्राफिक (Hajam Mamadrafik), 20 वर्षीय अरबाज इस्माइल, 18 साल के पढियार अब्बास (Padeiyar Abas) के रूप में हुई है। चौथे आरोपित के नाबालिग होने के कारण उसकी पहचान का खुलासा नहीं किया गया है।

शुरुआती जानकारी के मुताबिक, इन 4 युवकों पर कच्छ के नलिया वायुसेना की डिप्लॉयमेंट की जानकारी और वायुसेना की मूवमेंट सीमा पार पाकिस्तान भेजने का आरोप है। इसके अलावा बताया जा रहा है कि इनके जरिए सैन्य की गुप्त जानकारियाँ फोटोग्राफी की आड़ में पाकिस्तान भेजी जा रही थीं। जिसके लिए ये एयरबेस के आसपास ऊँची जगह पर जाकर फोटो लेते थे और पाकिस्तान भेजते थे। यह किस-किस के संपर्क में थे, फिलहाल भारतीय सुरक्षा एजेंसियाँ इसकी जानकारी जुटा रही हैं। इनके खिलाफ़ शासकीय गोपनीयता अधिनियम के तहत केस दर्ज किया गया है।

बता दें कि इससे पहले भारतीय नौसेना में जासूसी और हनी ट्रैप के खुलासे के बाद डिफेंस कर्मचारियों के लिए फेसबुक पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। अब कोई भी जवान फेसबुक का इस्तेमाल नहीं कर सकते हैं। साथ ही नौसेना के ठिकानों, डॉकयार्ड और ऑन-बोर्ड युद्धपोतों पर स्मार्टफोन के इस्तेमाल पर भी प्रतिबंध लगा दिया गया है। बीते दिनों नौसेना के 7 कर्मियों को सूचनाएँ लीक करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। इसके बाद नौसेना ने अपने कर्मियों से सोशल मीडिया से दूरी बनाने का फरमान जारी किया था।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

मुझे हरामखोर कहा, कोर्ट खुलने से पहले मेरा घर तोड़ दिया: कुणाल कामरा के ‘हमदर्द’ हंसल मेहता को कंगना रनौत ने दिया करारा जवाब,...

कंगना रनौत ने कहा है कि उद्धव सरकार के दौरान उनके दफ्तर पर अवैध रूप से कार्रवाई की गई थी। लेकिन अब कामरा पर हो रही कार्रवाई कानूनन रूप से ठीक है।

JNU वाली बकलोली बंद करो कन्हैया कुमार! सड़कों से पानी की नहीं होती चोरी, आता है विकास: अपने मालिक (राहुल गाँधी) से पूछो उसके...

एक समय था कि मजदूरों को पूंजीपतियों और विकास के विरुद्ध भड़का कर कम्युनिस्ट नेतागिरी चमकाया करते थे। अब वह दौर नहीं रहा। कन्हैया की इस राजनीति को बिहार नहीं स्वीकार करने वाला है।
- विज्ञापन -