Sunday, September 1, 2024
Homeरिपोर्टराष्ट्रीय सुरक्षाअब नहीं बचा श्रीनगर का एक भी आतंकवादी, इससे पहले आतंकी मुक्त हुए थे...

अब नहीं बचा श्रीनगर का एक भी आतंकवादी, इससे पहले आतंकी मुक्त हुए थे त्राल और डोडा

जम्मू-कश्मीर पुलिस ने अपने ट्विटर हैंडल से जानकारी देते हुए कहा है कि श्रीनगर जिले का कोई भी आतंकी अब कश्मीर में सक्रिय नहीं है। श्रीनगर जिले का रहने वाले एक ही आतंकी बचा हुआ था जिसे सुरक्षाबलों ने शनिवार को श्रीनगर के बाहरी इलाके मे मार गिराया है।

जम्मू कश्मीर में आतंकवाद के खिलाफ जारी अभियान में बड़ी कामयाबी हाथ लगी है। कश्मीर पुलिस ने बताया है कि अब श्रीनगर जिले का एक भी आतंकी जिंदा नहीं बचा है।

जिले का आखिरी आतंकी लश्कर कमांडर इशफाक रशीद खान था। उसे शनिवार को एक अन्य आतंकी के साथ मार गिराया गया था।

जम्मू-कश्मीर पुलिस ने अपने ट्विटर हैंडल से जानकारी देते हुए कहा है कि श्रीनगर जिले का कोई भी आतंकी अब कश्मीर में सक्रिय नहीं है। श्रीनगर जिले का रहने वाला एक ही आतंकी बचा हुआ था जिसे सुरक्षाबलों ने शनिवार को श्रीनगर के बाहरी इलाके मे मार गिराया है। मारे गए आतंकी का नाम इशफाक रशीद खान था जो लश्कर का टॉप कमांडर था।

जम्मू-कश्मीर में पिछले कुछ महीनों से आतंकियों का सफाया करने के लिए सेना ने ऑपरेशन चलाया हुआ है। जिसमें इस साल अब तक 138 आतंकी मारे गए हैं। इनमें आतंकी संगठनों के टॉप कमांडर भी शामिल हैं। सेना द्वारा किए गए लगातार एनकाउंटर और सर्च ऑपरेशन ने घाटी में आतंकियों की कमर तोड़ दी है।

कुछ दिन पहले जम्मू-कश्मीर के पुलिस महानिदेशक (DG) दिलबाग सिंह ने आतंकियों के खिलाफ चलाए जा रहे तलाशी अभियान को लेकर एक प्रेस कॉन्फ्रेंस किया था। उन्होंने जानकारी दी थी कि, “ऑपरेशन बहुत सफल रहे हैं। इनमें से ज्यादातर ऑपरेशन क्लीन हैं। एक आतंकवादी को मारने से कोई खुशी नहीं मिलती है, लेकिन तथ्य यह भी है कि बंदूक थामने वाला शख्स सभी के लिए खतरा है। हम इस खतरे को अनदेखा नहीं कर सकते। मुझे यह कहते हुए खुशी हो रही है कि नई भर्ती (आतंकी) में भारी कमी आई है।”

गौरतलब है कि, जम्मू-कश्मीर में पारिंपोरा के रणबीरगढ़ इलाके में सुरक्षाबलों ने शनिवार (25 जुलाई, 2020) सुबह हुई एक मुठभेड़ में लश्कर-ए-तैयबा के 2 आतंकियों को ढेर कर दिया था। इनमें एक लश्कर का टॉप कमांडर इशफाक राशिद था। दूसरे आतंकी का नाम एजाज अहमद था।

मारा गया आतंकी इशफाक राशिद श्रीनगर के सोजिथ इलाके में रहने वाला था। इशफाक लश्कर-ए-तैयबा का टॉप कमांडर था। वह 2018 में लश्कर का टॉप कमांडर बना था। उसका ठिकाना श्रीनगर था।

इससे पहले जून में पुलिस ने पुलवामा जिले के त्राल को हिजबुल मुजाहिद्दीन के आतंकियों से पूर्ण रूप से मुक्त कराने और श्रीनगर के डोडा इलाके को आतंकी मुक्त करवाने की जानकारी दी थी।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

जनता की समस्याएँ सुन रहे थे गिरिराज सिंह, AAP पार्षद शहज़ादुम्मा सैफी ने कर दिया हमला: दाढ़ी-टोपी का नाम ले बोले केंद्रीय मंत्री –...

शहजादुम्मा मूल रूप से बेगूसराय के लखमिनिया का रहने वाला है। वह आम आदमी पार्टी का कार्यकर्ता है जो वर्तमान में लखमिनिया से वार्ड पार्षद भी है।

चुनाव आयोग ने मानी बिश्नोई समाज की माँग, आगे बढ़ाई मतदान और काउंटिंग की तारीखें: जानिए क्यों राजस्थान में हर वर्ष जमा होते हैं...

बिश्नोई समाज के लोग हर वर्ष गुरु जम्भेश्वर को याद करते हुए आसोज अमावस्या मनाते है। राजस्थान के बीकानेर में वार्षिक उत्सव में भाग लेते हैं।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -