Saturday, November 16, 2024
Homeरिपोर्टराष्ट्रीय सुरक्षाकिशोर कुमार बनकर भारत में रह रहा था बांग्लादेश का महमूद आलम, इलाज कराने...

किशोर कुमार बनकर भारत में रह रहा था बांग्लादेश का महमूद आलम, इलाज कराने अस्पताल आया तो पकड़ा गया: राजस्थान पुलिस ने IB को सौंपा

पूछताछ में युवक ने खुद को बांग्लादेश का रहने वाला बताया है। महमूद के अब्बा का नाम शमशुल आलम है जो बांग्लादेश के मदिरापुरा के गाँव दुर्गावोरदी का रहने वाला है। महमूद आलम का पासपोर्ट भी इसी नाम और पते से बना है।

राजस्थान के जोधपुर से एक बांग्लादेशी गिरफ्तार किया गया है। उसकी पहचान महमूद आलम के तौर पर हुई है। हिंदू नाम से वह करीब 7 महीने से भारत में रह रहा था। राजस्थान पुलिस ने कानूनी औपचारिकताएँ पूरी करने के बाद उसे इंटेलिजेंस ब्यूरो (IB) को सौंप दिया है।

महमूद आलम को रविवार (17 दिसंबर 2023) को गिरफ्तार किया गया। उसके पास से फर्जी पहचान पत्र भी मिले हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक मामला जोधपुर के शास्त्री नगर थाना क्षेत्र का है। यहाँ MDM (मथुरा दास माथुर) हॉस्पिटल में एक युवक इलाज करवाने पहुँचा। युवक ने अपना नाम किशोर कुमार और पिता का नाम किरण कुमार बताया। उसने इसी नाम का आधार कार्ड भी दिखाया।

लेकिन आरोपित के हावभाव से डॉक्टरों को शक हुआ। उन्होंने पुलिस को इसकी सूचना दी। पुलिस ने मौके पर पहुँचकर युवक को हिरासत में ले लिया। पूछताछ में युवक ने खुद को बांग्लादेश का रहने वाला बताया है। महमूद के अब्बा का नाम शमशुल आलम है जो बांग्लादेश के मदिरापुरा के गाँव दुर्गावोरदी का रहने वाला है। महमूद आलम का पासपोर्ट भी इसी नाम और पते से बना है।

पूछताछ में महमूद आलम ने बताया है कि वह सबसे पहले कोलकाता गया। वहाँ से दिल्ली होते हुए वह राजस्थान के जैसलमेर पहुँचा। दिल्ली में रहने के दौरान महमूद को एक वाहन ने ठोकर मार दी थी। इसी चोट की वजह से महमूद के पैर में कीड़े पड़ गए थे।

दिल्ली में उसके एक साथी ने उसे जैसलमेर में काम दिलवाया था। जैसलमेर से महमूद जोधपुर इलाज के लिए MDM अस्पताल आया था। महमूद ने यह भी बताया कि वो काम के लिए वीजा लेकर भारत आया था। लेकिन मई 2023 में ही उसका वीजा खत्म हो गया। इसके बाद वह वापस बांग्लादेश नहीं गया। फ़िलहाल मामला राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ा होने के कारण IB पकड़े गए आरोपित से पूछताछ कर रही है। पुलिस महमूद के पास मिले कागजातों की भी जाँच कर रही है।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

जिनके पति का हुआ निधन, उनको कहा – मुस्लिम से निकाह करो, धर्मांतरण के लिए प्रोफेसर ने ही दी रेप की धमकी: जामिया में...

'कॉल फॉर जस्टिस' की रिपोर्ट में भेदभाव से जुड़े इन 27 मामलों में कई घटनाएँ गैर मुस्लिमों के धर्मांतरण या धर्मांतरण के लिए डाले गए दबाव से ही जुड़े हैं।

‘गालीबाज’ देवदत्त पटनायक का संस्कृति मंत्रालय वाला सेमिनार कैंसिल: पहले बनाया गया था मेहमान, विरोध के बाद पलटा फैसला

साहित्य अकादमी ने देवदत्त पटनायक को भारतीय पुराणों पर सेमिनार के उद्घाटन भाषण के लिए आमंत्रित किया था, जिसका महिलाओं को गालियाँ देने का लंबा अतीत रहा है।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -