केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के जम्मू-कश्मीर दौरे का आज (25 अक्टूबर 2021) तीसरा दिन है। अमित शाह आज पहले पुलवामा के लेथपोरा में पुष्पांजलि समारोह में शामिल होंगे और जवानों के साथ समय बिताएँगे। वह शाह शेर-ए-कश्मीर इंटरनेशनल कॉन्फ्रेंस सेंटर (SKICC) में सिविल सोसायटी के प्रतिनिधिमंडलों से मुलाकात भी करेंगे और शाम 6 बजे से एक रैली को संबोधित करेंगे। इसके अलावा गृह मंत्री आज श्रीनगर में विभिन्न विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करेंगे।
Union Home Minister Amit Shah will inaugurate and lay foundation stone of various development projects in Srinagar tomorrow. pic.twitter.com/DJ5SktllPG
— ANI (@ANI) October 24, 2021
इससे पहले शाह ने रविवार को जम्मू से सटे मकवाल में बीएसएफ पोस्ट पर जाकर जवानों से बातचीत की और यहाँ के स्थानीय लोगों के साथ समय गुजारा।
जम्मू में भारत की सीमा के अंतिम गाँव मकवाल में जाकर ग्रामवासियों का हाल जाना। देश के संसाधनों पर जितना हक राजधानी में रहने वाले एक नागरिक का है उतना ही सरहद के गाँव में रहने वाले नागरिक का भी है। मोदीजी के नेतृत्व में हम बॉर्डर तक हर सुविधा व विकास पहुँचाने के लिए कटिबद्ध हैं। pic.twitter.com/pATCehK8iB
— Amit Shah (@AmitShah) October 24, 2021
इस दौरान उन्होंने मकवाल में एक स्थानीय नागरिक का फोन नंबर अपने मोबाइल में सेव किया। इतना ही नहीं गृहमंत्री ने उन्हें अपना नंबर भी दिया और कहा कि जब भी उन्हें जरूरी लगे वह फोन कर सकते हैं। अमित शाह ने इन लोगों के साथ चाय भी पी और लोगों से काफी देर तक खाट पर बैठकर बेहद सहज अंदाज में बातचीत करते रहे।
#WATCH | J&K: Union Home Minister Amit Shah takes the contact number of a local resident of Makwal border in Jammu, shares his own and tells him that the man can contact him whenever he needs.
— ANI (@ANI) October 24, 2021
The Home Minister visited the forward areas of Makwal border today. pic.twitter.com/KJnI9zEsSD
प्रधानमंत्री श्री @narendramodi जी के नेतृत्व में केंद्र सरकार देश की सुरक्षा करने वाले हमारे सुरक्षाबलों के कल्याण व उनके परिजनों की देखरेख के प्रति पूरी तरह समर्पित है।
— Amit Shah (@AmitShah) October 24, 2021
मैं सभी से कहना चाहता हूँ कि आप चिंतामुक्त होकर देश की रक्षा करें आपके परिवारों की चिंता मोदी सरकार करेगी। pic.twitter.com/6kd1W9S4pZ
गृह मंत्री ने भारतीय सीमा की रखवाली करने वाले जवानों की वीरता को सराहा और कहा कि वे बेफिक्र होकर देश की रक्षा करें क्योंकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार उनके परिवारों का खयाल रखेगी।
आज जम्मू के मकवाल में बॉर्डर आउट पोस्ट पर जाकर हमारे बीएसएफ के जवानों से भेंट कर उनके साथ कुछ समय बिताया।
— Amit Shah (@AmitShah) October 24, 2021
भारत की रक्षा के प्रति हमारे सुरक्षा प्रहरियों का समर्पण सचमुच अद्भुत है। समस्त देशवासियों की ओर से अपने सुरक्षाबलों की बहादुरी को नमन कर कृतज्ञता व्यक्त करता हूँ। pic.twitter.com/jabHu4Z1Jd
मकवाल सीमा के एडीजी (पश्चिमी कमान) बीएसएफ, एनएस जामवाल ने बताया, “हमारे लिए गर्व की बात है कि गृह मंत्री अमित शाह ने इस बीएसएफ पोस्ट का दौरा किया और जवानों से बातचीत की। उन्होंने हमारी ब्रीफिंग सुनी। हमने उन्हें सीमा संबंधी सभी मुद्दों के बारे में बताया, उन्होंने बॉर्डर डोमिनेशन पर खुशी जाहिर किया।”
Matter of pride for us that HM Amit Shah visited this BSF post & interacted with the jawans. He listened to our briefing. We told him about all border-related issues, he expressed pleasure over border domination: ADG (Western Command) BSF, NS Jamwal, at Makwal Border in Jammu pic.twitter.com/XygWiiYWi0
— ANI (@ANI) October 24, 2021
इसके अलावा गृहमंत्री अमित शाह ने अपनी जम्मू-कश्मीर यात्रा के दूसरे दिन रविवार को जम्मू में भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT) के नए कैंपस का उद्घाटन किया। 210 करोड़ रुपए की लागत से बने IIT जम्मू के नए कैंपस में छात्रों की उच्च शिक्षा के साथ-साथ अच्छे छात्रावास, जिम और इंडोर गेम्स जैसी सभी सुविधाएँ उपलब्ध हैं। गृह मंत्री ने कहा कि जम्मू-कश्मीर मंदिरों की भूमि है। माँ वैष्णो की भूमि है। यहाँ की शांति में खलल डालने वालों को नहीं छोड़ेंगे।
वहीं जम्मू के भगवती नगर में जनसभा को संबोधित करते हुए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि सरकार का उद्देश्य जम्मू कश्मीर से आतंकवाद का सफाया करने और नागरिकों की हत्याओं पर रोक लगाने का है। उन्होंने कहा कि किसी को इस केंद्रशासित प्रदेश में शांति और विकास को बाधित नहीं करने दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर में 12,000 करोड़ रुपए का निवेश आ चुका है और सरकार का उद्देश्य 2022 के अंत तक कुल 51,000 करोड़ रुपए का निवेश लाने का है।
गृह मंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार के प्रयासों की बदौलत स्थानीय युवकों को पाँच लाख नौकरियाँ मिलेंगी। बता दें कि पाँच अगस्त, 2019 को राज्य का विशेष दर्जा समाप्त करने तथा उसे दो केंद्रशासित प्रदेशों में विभाजित करने के केंद्र के फैसले के बाद शाह पहली बार जम्मू-कश्मीर पहुँचे हैं। शाह की कोशिश स्थानीय लोगों से संवाद पर जोर देकर आम नागरिकों की हालिया हत्याओं के बाद उपजे भय को दूर करना है।