Saturday, July 27, 2024
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‘जब भी जरूरी हो फोन कर लेना’: मिशन कश्मीर पर अमित शाह, आम लोगों से बतियाए-अपना फोन नंबर भी दिया

पाँच अगस्त, 2019 को राज्य का विशेष दर्जा समाप्त करने तथा उसे दो केंद्रशासित प्रदेशों में विभाजित करने के केंद्र के फैसले के बाद शाह पहली बार जम्मू-कश्मीर पहुँचे हैं।

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के जम्मू-कश्मीर दौरे का आज (25 अक्टूबर 2021) तीसरा दिन है। अमित शाह आज पहले पुलवामा के लेथपोरा में पुष्पांजलि समारोह में शामिल होंगे और जवानों के साथ समय बिताएँगे। वह शाह शेर-ए-कश्मीर इंटरनेशनल कॉन्फ्रेंस सेंटर (SKICC) में सिविल सोसायटी के प्रतिनिधिमंडलों से मुलाकात भी करेंगे और शाम 6 बजे से एक रैली को संबोधित करेंगे। इसके अलावा गृह मंत्री आज श्रीनगर में विभिन्न विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करेंगे।

इससे पहले शाह ने रविवार को जम्मू से सटे मकवाल में बीएसएफ पोस्ट पर जाकर जवानों से बातचीत की और यहाँ के स्थानीय लोगों के साथ समय गुजारा।

इस दौरान उन्होंने मकवाल में एक स्थानीय नागरिक का फोन नंबर अपने मोबाइल में सेव किया। इतना ही नहीं गृहमंत्री ने उन्हें अपना नंबर भी दिया और कहा कि जब भी उन्हें जरूरी लगे वह फोन कर सकते हैं। अमित शाह ने इन लोगों के साथ चाय भी पी और लोगों से काफी देर तक खाट पर बैठकर बेहद सहज अंदाज में बातचीत करते रहे।

गृह मंत्री ने भारतीय सीमा की रखवाली करने वाले जवानों की वीरता को सराहा और कहा कि वे बेफिक्र होकर देश की रक्षा करें क्योंकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार उनके परिवारों का खयाल रखेगी।

मकवाल सीमा के एडीजी (पश्चिमी कमान) बीएसएफ, एनएस जामवाल ने बताया, “हमारे लिए गर्व की बात है कि गृह मंत्री अमित शाह ने इस बीएसएफ पोस्ट का दौरा किया और जवानों से बातचीत की। उन्होंने हमारी ब्रीफिंग सुनी। हमने उन्हें सीमा संबंधी सभी मुद्दों के बारे में बताया, उन्होंने बॉर्डर डोमिनेशन पर खुशी जाहिर किया।”

इसके अलावा गृहमंत्री अमित शाह ने अपनी जम्मू-कश्मीर यात्रा के दूसरे दिन रविवार को जम्मू में भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT) के नए कैंपस का उद्घाटन किया। 210 करोड़ रुपए की लागत से बने IIT जम्मू के नए कैंपस में छात्रों की उच्च शिक्षा के साथ-साथ अच्छे छात्रावास, जिम और इंडोर गेम्स जैसी सभी सुविधाएँ उपलब्ध हैं। गृह मंत्री ने कहा कि जम्मू-कश्मीर मंदिरों की भूमि है। माँ वैष्णो की भूमि है। यहाँ की शांति में खलल डालने वालों को नहीं छोड़ेंगे।

वहीं जम्मू के भगवती नगर में जनसभा को संबोधित करते हुए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि सरकार का उद्देश्य जम्मू कश्मीर से आतंकवाद का सफाया करने और नागरिकों की हत्याओं पर रोक लगाने का है। उन्होंने कहा कि किसी को इस केंद्रशासित प्रदेश में शांति और विकास को बाधित नहीं करने दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर में 12,000 करोड़ रुपए का निवेश आ चुका है और सरकार का उद्देश्य 2022 के अंत तक कुल 51,000 करोड़ रुपए का निवेश लाने का है। 

गृह मंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार के प्रयासों की बदौलत स्थानीय युवकों को पाँच लाख नौकरियाँ मिलेंगी। बता दें कि पाँच अगस्त, 2019 को राज्य का विशेष दर्जा समाप्त करने तथा उसे दो केंद्रशासित प्रदेशों में विभाजित करने के केंद्र के फैसले के बाद शाह पहली बार जम्मू-कश्मीर पहुँचे हैं। शाह की कोशिश स्थानीय लोगों से संवाद पर जोर देकर आम नागरिकों की हालिया हत्याओं के बाद उपजे भय को दूर करना है। 

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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