भारत और चीन के सैनिकों के बीच लद्दाख सीमा पर हुई हिंसक झड़प में 20 भारतीय सैनिक वीरगति को प्राप्त हो गए। जबकि चीन के 43 सैनिक गंभीर रूप से हताहत बताए जा रहे हैं। लद्दाख में हुई हिंसक झड़प के बाद से दोनों देशों के बीच हालात तनावपूर्ण बने हुए हैं। इसी बीच भारतीय सेना की ओर से चीन के हमले में वीरगति को प्राप्त हुए जवानों की लिस्ट जारी कर दी गई है।
लद्दाख सीमा पर चीन के साथ भारतीय सैनिकों की हिंसक झड़प में शहादत देने वाले कर्नल संतोष बाबू के साथ 19 और जवान शहीद हुए हैं। इसमें नायब सूबेदार सतनाम सिंह और मनदीप सिंह के साथ बिहार की दो अलग-अलग रेजिमेंट के 13, पंजाब रेजिमेंट के तीन, 81 माउंट बिग्रेड सिग्नल कंपनी रेजिमेंट का एक, 81 फील्ड रेजिमेंट का एक और 3 मीडियम रेजिमेंट के 2 जवान शामिल हैं।
Names of the 20 Indian Army personnel who lost their lives in the “violent face-off” with China in Galwan Valley, Ladakh. pic.twitter.com/GD5HFVr6U8
— ANI (@ANI) June 17, 2020
16 बिहार रेजिमेंट: 12 शहीद, इन राज्यों से थे
- सिपाही कुंदन कुमार – सहरसा, बिहार
- सिपाही अमन कुमार – समस्तीपुर, बिहार
- दीपक कुमार – रीवा, मध्यप्रदेश
- सिपाही चंदन कुमार – भोजपुर, बिहार
- सिपाही गणेश कुंजाम – सिंहभूम, पश्चिम बंगाल
- सिपाही गणेश राम – कांकेर, छत्तीसगढ़
- सिपाही केके ओझा – साहिबगंज, झारखंड
- सिपाही राजेश ओरांव – बीरभूम, पश्चिम बंगाल
- सिपाही सीके प्रधान – कंधमाल, ओडिशा
- नायब सूबेदार नंदूराम – मयूरभंज, ओडिशा
- हवलदार सुनील कुमार- पटना, बिहार
- कर्नल बी. संतोष बाबू – हैदराबाद, तेलंगाना
12 बिहार रेजिमेंट: 1 शहीद
- सिपाही जयकिशोर सिंह – वैशाली, बिहार
3 पंजाब रेजिमेंट: 3 शहीद
- सिपाही गुरतेज सिंह – मनसा, पंजाब
- सिपाही अंकुश – हमीरपुर, हिमाचल प्रदेश
- सिपाही गुरविंदर सिंह – संगरूर, पंजाब
3 मीडियम रेजिमेंट: 2 शहीद
- नायब सूबेदार सतनाम सिंह – गुरदासपुर, पंजाब
- नायब सूबेदार मनदीप सिंह – पटियाला, पंजाब
81 माउंट बिग्रेड सिग्नल कंपनी: 1 शहीद
- हवलदार बिपुल रॉय – मेरठ, उत्तरप्रदेश
81 फील्ड रेजिमेंट: 1 शहीद
- हवलदार के. पालानी – मदुरै, तमिलनाडु
बता दें कि चीनी विदेश मंत्री वांग यी ने भारत से अपील की है कि इस घटना के लिए जिम्मेदार लोगों को कड़ी सजा दें। साथ ही भारत को अपने जवानों पर नियंत्रण रखने की सलाह भी दी है। जिसके बाद भारतीय विदेश मंत्री द्वारा चीन को कड़ा संदेश देते हुए कहा गया कि गलवान घाटी में जो हुआ वह चीन द्वारा पूर्व नियोजित और सुनियोजित कार्रवाई थी, जो इसके बाद की अन्य घटनाओं के लिए जिम्मेदार था।
इससे पहले पीएम मोदी ने कहा था कि सैनिकों का यह बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा। भारत की अखंडता और संप्रभुता सर्वोच्च है और इसकी रक्षा करने से हमें कोई रोक नहीं सकता। भारत शांति चाहता है, लेकिन भारत उकसाने पर हर हाल में मुँहतोड़ जवाब देने में सक्षम है, चाहे परिस्थितियाँ कैसी भी हों। पीएम मोदी ने कहा कि हमारे जवान चीनी सैनिकों को मारते-मारते वीरगति को प्राप्त हुए हैं।
गौरतलब है कि भारतीय सेना के मुताबिक, चीनी सेना के साथ ये झड़प 15-16 जून की रात हुई। भारतीय सैनिकों का दल कमांडिंग अफसर कर्नल संतोष बाबू की अगुआई में चीनी कैंप में गया था। भारतीय दल कोई हथियार लेकर नहीं गया था। तभी चीनी सैनिकों ने हमला किया। बॉल्डर, पत्थर, कंटीले तारों और कील लगे डंडों से हुए हमले में कमांडिग ऑफिसर कर्नल संतोष बाबू और दो जवान मौके पर वीरगति को प्राप्त हो गए। मंगलवार (जून 16, 2020) रात को 20 जवानों के बलिदान की पुष्टि हुई।