Tuesday, November 5, 2024
Homeरिपोर्टराष्ट्रीय सुरक्षा'सब्जी' वाले हबीब खान को भारतीय सेना का जवान परमजीत कौर देता था गोपनीय...

‘सब्जी’ वाले हबीब खान को भारतीय सेना का जवान परमजीत कौर देता था गोपनीय दस्तावेज, पाकिस्तान को भेजता था सब कुछ

आर्मी एरिया में सब्जी की सप्लाई का ठेका हबीब खान के पास था। आगरा में तैनात सेना के जवान परमजीत कौर ने उसे सेना के खुफिया दस्तावेज दिए थे। हबीब खान के पास आर्मी एरिया का एक मैप भी था।

भारतीय सेना की खुफिया जानकारी पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई को देने वाले हबीब खान ने दिल्ली पुलिस की पूछताछ में चौंकाने वाला खुलासे किए हैं। उसने क्राइम ब्रांच को पूछताछ के दौरान बताया है कि आगरा में तैनात सेना के जवान परमजीत कौर ने उसे सेना के खुफिया दस्तावेज दिए थे। इन पेपर्स को उसे कमल नाम के शख्स को सौंपना था। हालाँकि उससे पहले ही वो पुलिस के हत्थे चढ़ गया।

रिपोर्ट के मुताबिक हबीब खान को राजस्थान के पोखरण से दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार किया था। आरोपित के खिलाफ ऑफिशियल सीक्रेट एक्ट के तहत केस दर्ज किया गया है। उसके पास से सेना से जुड़ी कई संवेदनशील कागजातों को जब्त किया गया था।

आरोपित हबीब सेना को सब्जी की सप्लाई करता था और इसी की आड़ में वो गोपनीय दस्तावेजों को हासिल कर उन्हें पाकिस्तान भेज देता था। आरोपित के पास से आर्मी एरिया का एक मैप भी बरामद किया गया था। पाकिस्तान के लिए जासूसी करने वाले हबीब से दिल्ली पुलिस और आईबी समेत कई एजेंसियाँ लगातार पूछताछ कर रही हैं।

आर्मी एरिया में सब्जी की सप्लाई का ठेका हबीब खान के पास था। सेना को सब्जियों की आपूर्ति करने के कारण उसकी पहुँची आर्मी किचेन तक थी। पुलिस के सूत्रों का कहना है कि हबीब की गिरफ्तारी से देश के खिलाफ जासूसी के एक बड़े नेटवर्क का भंडाफोड़ हुआ है। ISI के लिए काम करने वाला हबीब पाकिस्तान भी जा चुका है।

मूलत: बीकानेर के रहने वाले हबीब के तार डिजिटल मीडिया से भी जुड़े हैं। हबीब ने पूछताछ के दौरान दो-तीन लोगों के नाम कबूले हैं। फिलहाल, दिल्ली पुलिस सेना के साथ मिल कर कई जगह छापेमारी कर रही है।

गौरतलब है कि इससे पहले भी इसी महीने की शुरुआत में पंजाब पुलिस ने पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI के लिए जासूसी करने वाले सेना के 2 जवानों को गिरफ्तार किया था। इनके पास से पुलिस को कई महत्वपूर्ण दस्तावेज मिले थे। दोनों की पहचान हरप्रीत सिंह और गुरभेज सिंह के रूप में हुई थी। आरोपितों ने सेना के 900 दस्तावेजों को आईएसएसआई को दिया था।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

15 साल की दलित नौकरानी की हत्या में गिरफ्तार हुआ मोहम्मद निशाद और उसकी बीवी, लेकिन मीडिया ने ‘दीवाली’ को घसीटा: हिंदुओं से ये...

जिस दलित नौकरानी की हत्या में पुलिस ने मुस्लिम दंपती को गिरफ्तार किया है, मीडिया ने उसकी खबर को भी 'दीपावली' से जोड़ दिया।

भारत-बांग्लादेश-म्यांमार को काटकर ईसाई मुल्क बनाने की रची जा रही साजिश? जिस अमेरिकी खतरे से शेख हसीना ने किया था आगाह, वह मिजोरम CM...

मिजोरम CM लालदुहोमा ने कहा, "हमें गलत बाँटा गया है और तीन अलग-अलग देशों में तीन अलग सरकारों के अधीन रहने के लिए मजबूर किया गया है।"

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -