Friday, April 19, 2024
Homeराजनीतिहर परिवार को 10L दारू व ₹25000, नवविवाहितों को ₹10 लाख और 10 सोने...

हर परिवार को 10L दारू व ₹25000, नवविवाहितों को ₹10 लाख और 10 सोने का सिक्का: चुनावी घोषणापत्र

पेशे से दर्जी एएम शेख दाउद एरोड जिले के अन्त्यूर इलाके के मूल निवासी हैं। लोकसभा चुनावों में वो राज्य की तिरुपुर सीट से प्रत्याशी हैं।

चुनाव जीतने के लिए प्रत्याशी वादे करने में किस प्रकार मर्यादा भूल जाते हैं, इसकी ताज़ा बानगी हमें इस लोकसभा चुनावों में देखने को मिल रही है। तमिलनाडु के एक निर्दलीय प्रत्याशी ने अपने क्षेत्र में हर एक परिवार को 10 लीटर शराब हर महीने बाँटने का चुनावी वादा किया है।

पेशे से दर्जी एएम शेख दाउद एरोड जिले के अन्त्यूर इलाके के मूल निवासी हैं। लोकसभा चुनावों में वो राज्य की तिरुपुर सीट से प्रत्याशी हैं।

उनके लम्बे-चौड़े वादों की फेहरिस्त सिर्फ दारू पर ही नहीं थमती। दाउद ने यह भी वादा किया है कि यदि वे लोकसभा सदस्य बन गए तो वे अपने क्षेत्र में हर गृहणी को ₹25 हजार मासिक देंगे। इसके अलावा उन्होंने नवविवाहित युगलों को ₹10 लाख और 10 सोने के सिक्के भी लोकसभा सदस्यों के विचाराधीन कोष से देने का वादा किया है।

“मेरे घोषणापत्र में जो 15-सूत्री कार्यक्रम है, वह जन-सामान्य में सबको फायदा पहुँचाएगा।” दाउद ने दावा करते हुए कहा।

10 लीटर शराब के वादे के बारे में दाउद का कहना है कि वैसे भी लगभग हर कोई आजकल पी ही रहा है। पर लोग नकली शराब पी रहे हैं और अपने स्वास्थ्य को खतरे में डाल रहे हैं। दाउद का कहना है कि वह पुडुचेरी से उच्च गुणवत्ता वाली शुद्ध शराब लाकर लोगों में वितरित कराएँगे।

तिरुपुर में पानी की समस्या का भी जिक्र करते हुए दाउद कहते हैं कि वे सलेम जनपद के मत्तुर जलाशय से तिरुपुर को जोड़ती नहरें बनवाकर इस समस्या का समाधान करेंगे।

Special coverage by OpIndia on Ram Mandir in Ayodhya

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

कौन थी वो राष्ट्रभक्त तिकड़ी, जो अंग्रेज कलक्टर ‘पंडित जैक्सन’ का वध कर फाँसी पर झूल गई: नासिक का वो केस, जिसने सावरकर भाइयों...

अनंत लक्ष्मण कन्हेरे, कृष्णाजी गोपाल कर्वे और विनायक नारायण देशपांडे को आज ही की तारीख यानी 19 अप्रैल 1910 को फाँसी पर लटका दिया गया था। इन तीनों ही क्रांतिकारियों की उम्र उस समय 18 से 20 वर्ष के बीच थी।

भारत विरोधी और इस्लामी प्रोपगेंडा से भरी है पाकिस्तानी ‘पत्रकार’ की डॉक्यूमेंट्री… मोहम्मद जुबैर और कॉन्ग्रेसी इकोसिस्टम प्रचार में जुटा

फेसबुक पर शहजाद हमीद अहमद भारतीय क्रिकेट टीम को 'Pussy Cat) कहते हुए देखा जा चुका है, तो साल 2022 में ब्रिटेन के लीचेस्टर में हुए हिंदू विरोधी दंगों को ये इस्लामिक नजरिए से आगे बढ़ाते हुए भी दिख चुका है।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -

हमसे जुड़ें

295,307FansLike
282,677FollowersFollow
417,000SubscribersSubscribe