Saturday, July 27, 2024
Homeसोशल ट्रेंडकुरान फाड़ने के बाद अब अर्मिन नवाबी ने किया हिन्दू देवी का अपमान, लोगों...

कुरान फाड़ने के बाद अब अर्मिन नवाबी ने किया हिन्दू देवी का अपमान, लोगों ने कहा- यह नास्तिकता नहीं बलात्कारी मानसिकता है

अर्मिन नवाबी ने ट्विटर पर माँ काली की एक बेहूदा तस्वीर ट्विटर पर शेयर करते हुए लिखा है, "मैं हिन्दू धर्म से प्यार करने। मुझे पहले नहीं पता था कि तुम्हारी देवियाँ इतनी कामुक हैं। कोई व्यक्ति कोई और धर्म क्यों अपनाएगा?"

कुरान के पन्नों पर थूकने और उन्हें फाड़ने के एक दिन बाद एथीस्ट रिपब्लिक के संस्थापक अर्मिन नवाबी ने हिन्दुओं की आस्था को अपमानित करने का काम किया है। अर्मिन नवाबी ने हिन्दुओं की आराध्य माँ काली की एक भद्दी और बेहूदा तस्वीर ट्विटर पर शेयर की है।

अर्मिन नवाबी ने ट्विटर पर माँ काली की एक बेहूदा तस्वीर ट्विटर पर शेयर करते हुए लिखा है, “मैं हिन्दू धर्म से प्यार करने। मुझे पहले नहीं पता था कि तुम्हारी देवियाँ इतनी कामुक हैं। कोई व्यक्ति कोई और धर्म क्यों अपनाएगा?”

जिस तरह से इस तस्वीर में देवी काली को चित्रित किया गया है और अर्मिन नवाबी ने सन्देश दिया है, उस ओर कई लोगों ने आपत्ति जताई है कि यह नास्तिकता नहीं बल्कि बलात्कारी मानसिकता को दर्शाता है। एक अन्य ट्विटर यूजर ने लिखा है कि अर्मिन नवाबी यह सिर्फ इसलिए कर रहे हैं क्योंकि वह भी जानता है कि उसे हिन्दुओं से कभी भी जान का खतरा नहीं हो सकता। इस ट्विटर यूजर ने लिखा है कि उसे इस बात पर गर्व भी है, और अर्मिन नवाबी अब हिन्दुओं को सिर्फ इसलिए निशाना बना रहा है क्योंकि वह कुरान को अपमानित करने के बाद मुस्लिम्स का ध्यान भटकना चाहता है।

गौरतलब है कि कुछ ही दिन पहले अर्मिन नवाबी, जो कि एक पूर्व ईरानी मुस्लिम और AtheistRepublic.com (एथीस्ट रिपब्लिक) का संस्थापक है, ने मुस्लिमों की पाक किताब कुरान पर थूककर उसे फाड़ दिया था और साथ ही लोगों से अपनी निजी जिम्मेदारी पर ऐसा ही करने की सलाह भी दी थी।

अर्मिन नवाबी ने मंगलवार (सितम्बर 01, 2020) को ट्विटर पर एक वीडियो ट्वीट किया, जिसमें वह कुरान के पन्नों पर थूकते हैं और फिर उसके पन्ने फाड़ देते हैं। इसके साथ ही उन्होंने एक हैशटैग लिखा है – “कुरान का अपमान करो।”

अर्मिन नवाबी का यह ट्वीट ऐसे समय में आया है जब स्वीडन और नॉर्वे मुस्लिमों द्वारा भड़काए गए दंगों का शिकार हुए और इसी समय पर पेरिस की शार्ली एब्दो मैगजीन पर वर्ष 2015 में हुए आतंकी हमले की सुनवाई शुरू हो रही है।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

बांग्लादेशियों के खिलाफ प्रदर्शन करने पर झारखंड पुलिस ने हॉस्टल में घुसकर छात्रों को पीटा: BJP नेता बाबू लाल मरांडी का आरोप, साझा की...

भाजपा नेता बाबूलाल मरांडी ने कहा है कि बांग्लादेशी घुसपैठियों के खिलाफ प्रदर्शन करने पर हेमंत सरकार की पुलिस ने उन्हें बुरी तरह पीटा।

प्राइवेट सेक्टर में भी दलितों एवं पिछड़ों को मिले आरक्षण: लोकसभा में MP चंद्रशेखर रावण ने उठाई माँग, जानिए आगे क्या होंगे इसके परिणाम

नगीना से निर्दलीय सांसद चंद्रशेखर आजाद ने निजी क्षेत्रों में दलितों एवं पिछड़े वर्गों के लिए आरक्षण लागू करने के लिए एक निजी बिल पेश किया।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -