Saturday, November 16, 2024
Homeसोशल ट्रेंड#Boycott_MalabarGold: अक्षय तृतीया के विज्ञापन में बिना बिंदी के दिखीं करीना कपूर खान, लोगों...

#Boycott_MalabarGold: अक्षय तृतीया के विज्ञापन में बिना बिंदी के दिखीं करीना कपूर खान, लोगों ने किया ट्रोल, कहा- बिंदी नहीं, तो बिजनेस नहीं

करीना कपूर खान के इस विज्ञापन पर लोग अपनी भड़ास निकाल रहे है। बाहिष्कार की माँग भी कर रहे हैं। इसके अलावा ट्विटर पर #Boycott_MalabarGold और #No_Bindi_No_Business तेजी से ट्रेंड भी कर रहा है।

बॉलीवुड एक्ट्रेस करीना कपूर खान एक बार फिर ट्रोलर्स के निशाने पर हैं। इस बार एक्ट्रेस ज्वैलरी ब्रांड मालाबार ग्रुप से जुड़े एक विज्ञापन को लेकर विवादों में घिर गई हैं। दरअसल, अक्षय तृतीया के शुभ मौके पर जारी हुए इस विज्ञापन में एक्ट्रेस करीना कपूर खान के माथे से बिंदी गायब है। यह देख सोशल मीडिया पर यूजर्स का गुस्सा फूट पड़ा और लोगों ने उन्हें जमकर ट्रोल कर दिया। इतना ही नहीं सोशल मीडिया यूजर्स ने करीना के साथ-साथ मालाबार ग्रुप के मालिक एमपी अहमद को लपेटे में ले लिया। इसके साथ ही लोगों ने ये पूछा कि आखिर एक विशेष वर्ग को ही हमेशा क्यों टारगेट किया जाता है।

मालाबार ग्रुप के विज्ञापन में बिना बिंदी के दिखीं करीना कपूर खान

इसी बीच अब करीना कपूर खान के इस विज्ञापन पर लोग अपनी भड़ास निकाल रहे है। इसके साथ ही लोग मालाबार ब्रांड के बाहिष्कार की माँग भी कर रहे हैं। इसके अलावा ट्विटर पर #Boycott_MalabarGold और #No_Bindi_No_Business तेजी से ट्रेंड भी कर रहा है। एक यूजर ने लिखा, “अक्षय तृतीया के मौके पर मालाबार गोल्ड विज्ञापन में करीना कपूर खान बिना बिंदी के! एमपी अहमद कृपया स्पष्ट करें कि विज्ञापन में किसे टारगेट किया जा रहा है?”

एक ने लिखा- “जो भी तथाकथित रिसपॉन्सिबल ज्वैलर है, जिन्होंने करीना कपूर खान के साथ अक्षय तृतीया पर ऐड रिलीज किया है, उसमें उन्होंने बिंदी तक नहीं लगा रखी है, क्या वे हिंदू संस्कृति की परवाह नहीं करते है।”

एक अन्य ने लिखा- “अक्षय तृतीया के मौके पर करीना कपूर खान ने बिना बिंदी लगाए ऐड किया। बिना बिंदी के हिंदू फेस्टिवल कैसे हो सकता है। एक ने ऐड कंपनी पर सवाल उठाते हुए कहा- आर्थिक लाभ के लिए हिंदुओं के पैसों से ही हिंदू धर्म परंपरा का अनादर हो रहा है।”

एक ने लिखा- “हर हिंदू महिला अपने माथे पर कुमकुम या बिंदी लगाती है, चाहे वह त्योहार हो या रोजमर्रा की जिंदगी में। लेकिन इस विज्ञापन में करीना कपूर खान को बिना बिंदी के दिखाया गया है। ये हिंदू धर्म का अपमान है।”

एक यूजर ने लिखा, “मालाबार गोल्ड का एक नया विज्ञापन हिंदुओं के त्योहारों का माखौल उड़ाने का नया उदाहरण है। भारतीय महिलाओं के पारंपरिक पहनावे में बिंदी महत्वपूर्ण है। हिंदू परंपराओं का मजाक उड़ाना और उम्मीद करना कि आपके लिए हिंदू पैसे खर्च करेंगे… अब और नहीं।”

एक यूजर ने लिखा, “बिंदी हिंदुओं के लिए एक लाल डॉट से बढ़कर है। अगर मालाबार गोल्ड जैसा ब्रांड इसे समझने का प्रयास नहीं करता है या जानबूझकर इग्नोर करता है, तो अब समय आ गया है कि हिंदू लोग ऐसे ब्रांड को बाहर का रास्ता दिखा दें।”

बता दें कि अक्षय तृतीया का दिन हिंदू धर्म में अत्यंत शुभ दिन माना गया है। ये पर्व वैशाख माह के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि के दिन मनाया जाता है। इस दिन शुभ और मांगलिक कार्य किए जा सकते हैं। इसे आखा तीज के नाम से भी जाना जाता है। इस बार अक्षय तृतीया 3 मई , 2022 को पड़ रही है। इस दिन माँ लक्ष्मी की पूजा का विशेष महत्व है। इतना ही नहीं, इस दिन सोना खरीदना शुभ माना जाता है। मालाबार ने यह ऑफर 2 मई तक के लिए रखा है।

हालाँकि, विवाद के बढ़ने के बाद से अभी तक मालाबार गोल्ड या अभिनेत्री करीना कूपर खान की तरफ से कोई प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है। लेकिन सवाल ये उठता है कि आखिर हर बार फेस्टिवल के सीजन में हिंदुओं को टारगेट क्यों किया जाता है?

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

एक और प्रॉपर्टी पर कब्जे में जुटा कर्नाटक वक्फ बोर्ड, हाई कोर्ट ने लताड़ा: कहा- पहले ट्रिब्यूनल जाओ, संपत्ति के मूल मालिकों ने कोर्ट...

1976 में वक्फ से निजी बनाई गई सम्पत्ति को कर्नाटक का वक्फ बोर्ड दोबारा वक्फ सम्पत्ति में तब्दील करना चाहता है। इसके लिए उसने 2020 में आदेश जारी किया था। अब हाई कोर्ट ने इस पर रोक लगा दी है।

BJP अध्यक्ष नड्डा को गुरुद्वारा में घुसने नहीं दिया: कॉन्ग्रेस ने फिर किया गलत दावा, प्रबंधन कमिटी ने बयान जारी कर आरोपों को नकारा;...

सुप्रिया ने लिखा कि "गुरुद्वारे में सब एक समान हैं और भावनाओं की इज्जत की जानी चाहिए," इस बात को आधार बनाकर उन्होंने नड्डा और भाजपा पर निशाना साधा।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -