हाइजीन को बढ़ावा देने और महिलाओं को और ज्यादा सशक्त बनाने को लेकर मोदी सरकार ने बड़ा कदम उठाते हुए प्रधानमंत्री भारतीय जनधन योजना (पीएमबीजेपी) के तहत जन औषधि केंद्रों में बिकने वाली ‘सुविधा’ सैनिटरी नैपकिन को काफी सस्ते दामों में उपलब्ध करवा रही है। मोदी सरकार ने जनऔषधि केंद्रों में सैनिटरी नैपकिन सिर्फ 1 रुपए में मुहैया करवाया।
पीएम नरेंद्र मोदी ने अपने स्वतंत्रता दिवस के भाषण के दौरान, अपनी सरकार द्वारा इस पहल का उल्लेख किया था। मासिक धर्म स्वच्छता को सुलभ बनाने और ग्रामीण क्षेत्रों में लड़कियों और महिलाओं को उपलब्ध कराने के लिए केंद्र सरकार द्वारा उठाए गए इस कदम को सोशल मीडिया यूजर्स ने काफी सराहा। उन्होंने मासिक धर्म को लेकर पूर्व निर्धारित धारणाओं को तोड़ने में एक कदम आगे बढ़ाने के लिए पीएम मोदी का अभिवादन किया।
ऐसा लगता है कि पीएम मोदी के प्रति इस कृतज्ञता और प्रशंसा से हरियाणा कॉन्ग्रेस के नेता पंकज पुनिया काफी आहत हो गए और तंज कसते हुए ट्वीट किया, “क्यों संतरों, (आरएसएस समर्थकों को संदर्भित करने के लिए इस्तेमाल किया जाने वाला एक शब्द) सो गए क्या? बस यूँ ही याद दिला रहा था, वो एक रुपए वाला सेनेटरी पैड पहन लेना कभी।”
अपनी औसत दर्जे की मानसिकता को प्रदर्शित करते हुए, कॉन्ग्रेस नेता ने आरएसएस समर्थकों पर सेक्सिस्ट टिप्पणी करते हुए उनका माखौल उड़ाया। पुनिया ने उन्हें मोदी सरकार द्वारा गरीब महिलाओं को उपलब्ध कराए जा रहे सैनिटरी पैड इस्तेमाल करने के लिए कहा।
बता दें कि कई लोग आरएसएस से जुड़े लोगों को संदर्भित करने के लिए ‘संतरे’ शब्द का उपयोग करते हैं, क्योंकि आरएसएस का मुख्यालय नागपुर में है, जो संतरे के लिए प्रसिद्ध है।
अपने बेहद घटिया और असंवेदनशील ट्वीट के माध्यम से, पंकज पुनिया ने न केवल भाजपा और उसके समर्थकों का मज़ाक उड़ाया, बल्कि सामान्य रूप से महिलाओं का भी अपमान किया।
पुनिया की वाहियात टिप्पणी से खफा होकर, सोशल मीडिया यूजर्स ने कॉन्ग्रेस नेता पर तंज कसा। कुछ ने उन्हें “घृणित” और “मानसिक रूप से बीमार व्यक्ति” बताते हुए कहा कि वो अपने बॉस प्रियंका गाँधी वाड्रा के तालियों के हकदार हैं।
Disgusting. Mindset have stooped to the lowest. This mentally sick person @PankajPuniaINC deserves an applause by his boss @priyankagandhi. https://t.co/nf6ZwzSXFu
— Stuti Sardana (@stutisardana) August 18, 2020
जबकि कुछ लोगों ने ट्विटर से इस पर संज्ञान लेने और महिलाओं पर इस तरह की अश्लील टिप्पणी करने के लिए कॉन्ग्रेस नेता के अकाउंट को सस्पेंड कर देने का आग्रह किया।
Dear Twitter India @TwitterGov, @Twitter
— Sunil4Hindusthan (@sunil4Hindus) August 19, 2020
Please check this account @PankajPuniaINC & kindly suspend him, block him for passing utterly obscene comments on women about their privacy.
#लुच्चा_लफ़ंगा_पंकज_पुनिया @RahulGandhi @INCMumbai @BJP4India @HMOIndia @PMOIndia Strict action has to be taken against the illminded @PankajPuniaINC.. he should be made to wear the same pic.twitter.com/zQe993IGKt
— Rajat (@rajatwolverine1) August 19, 2020
पुनिया के ट्वीट पर सोशल मीडिया यूजर्स ने आक्रोशित होकर कॉन्ग्रेस नेता पर निशाना साधते हुए कहा कि अगर वह महिलाओं का सम्मान नहीं कर सकते, तो उन्हें अपनी माँ को “माँ” नहीं कहना चाहिए।
#लुच्चा_लफ़ंगा_पंकज_पुनिया
— 🚩गुलवंत सिंह🚩 (मोदी भक्त)🙌🚩 (@gulwant_devi) August 19, 2020
If you can insult any lady these much than you have don’t right to say your mother “माँ”@PankajPuniaINC #लुच्चा_लफ़ंगा_पंकज_पुनिया
RT Must @TheDeepak2020In pic.twitter.com/MSY7BltNUO
हालाँकि, यह नहीं है कि पहली बार सोशल मीडिया यूजर्स ने कॉन्ग्रेस नेता के खिलाफ नाराजगी व्यक्त की है। इससे पहले भी हजारों सोशल मीडिया यूजर्स ने कॉन्ग्रेस नेता की उनके घृणित, वीभत्स और अपमानजनक हिन्दूफोबिक ट्वीट के लिए निंदा की थी।
मई में बीजेपी और उसके समर्थकों के प्रति घृणा व्यक्त करते हुए कॉन्ग्रेस नेता ने ट्वीट किया था, “कॉन्ग्रेस सिर्फ़ मजदूरों को अपने खर्च पर उनके घरों तक पहुँचाना चाहती थी। बिष्ट सरकार ने राजनीति शुरू की। भगवा लपेटकर नीच काम संघी ही कर सकते हैं। ये (बीजेपी और इसके समर्थक) कब्र से निकालकर लाशों का बलात्कार करने वाले लोग हैं। बेटियों के सामने पैंट उतारकर जय श्रीराम के नारे लगाने वाले हस्तमैथुन करने वाले लोग हैं।”
बाद में पंकज पुनिया को हिंदुओं की धार्मिक भावनाओं को आहत करने के आरोप में 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया। पंकज पुनिया को हरियाणा के करनाल से गिरफ्तार किया गया था। उनकी गिरफ्तारी सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक टिप्पणी के मामले में हुई थी।
पुनिया के ख़िलाफ़ उत्तर प्रदेश के हजरतगंज और नोएडा पुलिस ने आईटी एक्ट सहित कई मामलों में FIR दर्ज हुई थी। हजरतगंज में उनके खिलाफ धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुँचाने के मामले में केस दर्ज हुआ था। वहीं, नोएडा में कॉन्ग्रेस नेता के खिलाफ़ धारा 295ए, 500, 505, 153ए और 66 आईटी एक्ट के तहत दर्ज किया गया था।