Saturday, May 24, 2025
Homeसोशल ट्रेंड'मेटा की जगह मीट बढ़िया, अगर ये कंपनी सोनिया गाँधी की होती तो वो...

‘मेटा की जगह मीट बढ़िया, अगर ये कंपनी सोनिया गाँधी की होती तो वो बेटा रखती’: फेसबुक का नया नाम नहीं आया रास, खूब बनें मीम्स

यूजर्स को यह नाम कुछ जम नहीं रहा है। यही कारण है कि सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्विटर पर फेसबुक के नए नाम का जमकर मजाक उड़ाया जा रहा है।

सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म फेसबुक का नाम बदलकर ‘मेटा’ कर दिया गया है। दरअसल, फेसबुक के फाउंडर और सीईओ मार्क जुकरबर्ग भविष्य के वर्चुअल रियलिटी विजन (मेटावर्स) को देखते हुए ऐसा नाम रखा है। हालाँकि, यूजर्स को यह नाम कुछ जम नहीं रहा है। यही कारण है कि सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्विटर पर फेसबुक के नए नाम का जमकर मजाक उड़ाया जा रहा है।

इसको लेकर लोग मजेदार मीम्स शेयर कर रहे हैं। वहीं, कई लोग कह रहे हैं कि फेसबुक रीब्रांडिंग करके मुख्य मुद्दों से ध्यान भटका रहा है। एक यूजर ने एक पोस्टर शेयर करते हुए लिखा, ”अल्लाह माफ करे बहुत मनहूस लग रहे हो.. मत करो… रहने दो।” एक अन्य यूजर ने लिखा, “मेटा की जगह मीट नाम बढ़िया है।”

अतीव आनंद ने लिखा, ”ज़ुकरबर्ग ने फेसबुक का नाम बदल कर ‘मेटा’ कर दिया। अगर ये कंपनी सोनिया गाँधी की होती तो वो ‘बेटा’ करती।”

अजय साहनी नाम के यूजर ने लिखा, ”मार्क जुकरबर्ग ने योगी आदित्यनाथ से प्रभावित होकर ‘फेसबुक’ का नाम बदलकर ‘मेटा’ रख दिया।”

एक अन्य यूजर ने लिखा, ”फेसबुक ने भी अपना नाम बदल कर ‘मेटा’ रख लिया, पर चमचे अपना अध्यक्ष नहीं बदल पाए।”

आशुतोष श्रीवास्तव नाम के एक यूजर ने लिखा, ”मार्क जुकरबर्ग ने फेसबुक के मसलों को सुलझाने के लिए ‘मेटा’ नाम का सहारा लिया है।”

बता दें कि फेसबुक के संस्थापक मार्क जकरबर्ग ने फेसबुक इंक (फेसबुक कंपनी का पहले का नाम) कंपनी का नाम बदलकर गुरुवार (28 अक्टूबर, 2021) को मेटा (Meta) कर लिया है। फेसबुक ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से सिलसिलेवार ट्वीट कर इसकी जानकारी दी। एक ट्वीट में कंपनी ने कहा, “जिन ऐप्स- इंस्टाग्राम, मैसेंजर और वॉट्सऐप- को हमने बनाया है, उनके नाम वहीं रहेंगे।” विभिन्न ऐप और तकनीकों को इस नए ब्रांड के तहत लाया जाएगा। हालाँकि, कंपनी अपना कारपोरेट ढाँचा नहीं बदलेगी।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

'द वायर' जैसे राष्ट्रवादी विचारधारा के विरोधी वेबसाइट्स को कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

छत्तीसगढ़ से लेकर झारखंड तक वामपंथी आतंकियों पर स्ट्राइक, लातेहार में 2 नक्सलियों को सुरक्षा बलों ने मार गिराया: बीजापुर में 24 ने किया...

झारखंड में सुरक्षाबलों ने शनिवार (24 मई 2025) को 2 बड़े नक्सलियों को मार गिराया है। वहीं छत्तीसगढ़ में 24 नक्सलियों ने हथियार डाले है।

आज हुए कर्नाटक में चुनाव, तो BJP बना लेगी अपनी सरकार: सर्वे ने बताया- भाजपा को मिलेगी 150+ सीटें, कॉन्ग्रेस सिमट जाएगी 60-80 के...

कर्नाटक में एक सर्वे से पता चला कि यदि आज चुनाव होते है तो बीजेपी 136-159 सीटें, कॉन्ग्रेस 62-82 सीटें, जेडी(एस) को 3-6 सीटें मिल सकती है।
- विज्ञापन -