कोरोना को परास्त करने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी हरसंभव प्रयास कर रहे हैं, वहीं कुछ राज्य सरकारें इस महामारी पर भी राजनीति करने से बाज नहीं आ रही हैं। इसमें पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का नाम भी शामिल है।
दरअसल, आशंका जताई जा रही है कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी कोरोना संक्रमित लोगों की संख्या को छिपा रही हैं। अब उनके ताजा बयान से ये आशंका ज्यादा गहरी हो गई है कि पश्चिम बंगाल में कोरोना मरीजों की संख्या लाखों में हो सकती है।
#WATCH We have taken a decision, if a person is tested positive for #COVID19 and he has provision to isolate himself at his residence, the person can home quarantine himself. Lakhs & lakhs of people can’t be quarantined, govt has its own limit: West Bengal CM Mamata Banerjee pic.twitter.com/nn8sHvodxY
— ANI (@ANI) April 27, 2020
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का कहना है कि उन्होंने एक निर्णय लिया है कि अगर किसी व्यक्ति को कोरोना पॉजिटिव पाया जाता है और उसके पास अपने घर पर खुद को आइसोलेट करने की जगह है तो वह शख्स खुद को क्वारंटाइन कर सकता है। लाखों लाख लोगों को क्वारंटाइन नहीं किया जा सकता है, सरकार की भी अपनी सीमाएँ हैं।
Is Mamata Banerjee finally admitting, what we have been saying all along, that there could be several Covid cases in Bengal? She has put the number in ‘lakhs’ and it is likely she has the exact numbers. Now please put out the correct Covid data from Bengal in public domain… https://t.co/oaz0stJH92
— Amit Malviya (@amitmalviya) April 27, 2020
ममता बनर्जी के इस ट्वीट के बाद से लोग उनसे सवाल पूछने लगे। बीजेपी नेता अमित मालवीय ने ट्वीट करते हुए उनसे पूछा, “क्या ममता बनर्जी आखिरकार स्वीकार कर रही हैं, जो हम सब कह रहे हैं कि बंगाल में कोरोना वायरस के कई मामले हो सकते हैं? उन्होंने संख्या को ‘लाख’ में रखा है और संभावना है कि उनके पास कोरोना मरीज की सटीक संख्या हैं। अब कृपया सार्वजनिक डोमेन में भी बंगाल के वास्तविक कोराना वायरस आँकड़ें को रखें।”
मल्लब, कितने लाख कोरोना केस हैं कि ऐसा डिसीजन….?
— Vikrant ~ विक्रांत (@vikrantkumar) April 27, 2020
एक यूजर ने लिखा, “मतलब, कितने लाख कोरोना केस हैं कि ऐसा डिसीजन….?”
Lakhs and Lakhs?
— The Lazy Lawyer (@BBTheorist) April 27, 2020
Isn’t it admission of enormity of the case and failure of Mamata Banerjee’s govt?
एक ने लिखा, “लाखों-लाख? क्या ये ममता बनर्जी सरकार की विफलता नहीं है?”
Till now, everything was projected to be going so smooth.. now that real reports and figures have started coming out of the state, this is the reaction.. https://t.co/noDyt3zrpY
— Keh Ke Peheno (@coolfunnytshirt) April 27, 2020
एक अन्य यूजर ने लिखा कि अभी तक सब कुछ ममता सरकार के अनुसार सुचारू रुप से चल रहा था, लेकिन अब जब असली रिपोर्ट और आँकड़े सामने आने लगे हैं तो ये रिएक्शन सामने आ रहा है।
Thank you Didi, for acknowledging the actual numbers in your state. https://t.co/SbnVsrAmqh
— Kamalesh (@Drkamalesh7) April 27, 2020
एक ने तो कोरोना मरीजों की असली संख्या बताने के लिए उनका शुक्रिया अदा भी किया।
Home quarantine for COVID positive 😳, who will treat them? You should have allowed illegal immigrants to the extent which you can handle. Lakhs became Lakhs & Lakhs because you didn’t stop them. God bless Bengal
— Pritam 🇮🇳 (@puhanpritam) April 27, 2020
प्रीतम नाम के यूजर ने इस पर सवाल उठाते हुए कहा, “होम क्वारंटाइन हुए मरीजों का इलाज कौन करेगा? आपको अपने राज्य में उतने ही अवैध प्रवासियों को शरण देनी चाहिए, जिसको आप संभाल सको और आज अगर ये लाखों-लाख हुए हैं तो इसकी वजह भी आप ही है, क्योंकि आप उसे रोकने में असमर्थ रहीं। भगवान बचाए बंगाल को।”
Note her last line. She’s indirectly admitting that situation in W.B is grim and her govt is inept to handle it. A giant mess is about to hit the roof in W.B.
— Devika (@Dayweekaa) April 27, 2020
एक यूजर ने ममता की अंतिम पंक्ति की तरफ इशारा करते हुए कहा कि उन्होंने परोक्ष रूप से स्वीकार कर लिया है कि पश्चिम बंगाल की स्थिति काफी गंभीर है और उनकी सरकार इससे निपटे में असमर्थ है।
ममता दीदी का खेल तो देखो !मरीजों को अगर हॉस्पिटल में भरती करना पड़ेगा तो परिचय तो देना ही पड़ेगा!लेकिन ममता नही चाहती की उसके प्यारे रोहिंगया को कोई पहचान ले,अतयेव दुनियाँ की सबसे विचित्र राह निकाल डाली उपचार की वो भी करोना की!मर जाएँगे लेकिन मज़ाल रोहिंगया पर कोई आँच आने पाए??
— खुशहाल सिंह कोरांगा (@KHUSHAHALSINGH) April 27, 2020
खुशहाल सिंह कोरांगा ने लिखा, “ममता दीदी का खेल तो देखो! मरीजों को अगर हॉस्पिटल में भर्ती करना पड़ेगा तो परिचय तो देना ही पड़ेगा! लेकिन ममता नही चाहती की उसके प्यारे रोहिंग्या को कोई पहचान ले, अतएव दुनिया की सबसे विचित्र राह निकाल डाली उपचार की वो भी करोना की! मर जाएँगे लेकिन मज़ाल रोहिंग्या पर कोई आँच आने पाए?”