Sunday, September 1, 2024
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जिग्नेश मेवाणी ने हॉस्पिटल के बेड पर बैठकर गुजरात की स्वास्थ्य व्यवस्था पर उठाया सवाल, लोगों ने किया जमकर ट्रोल

"मेरे निर्वाचन क्षेत्र वडगाम के लोगों के लिए राहत प्रयासों में सहयोग करना, जो गुजरात की दयनीय स्वास्थ्य सेवाओं से जूझ रहे हैं। संपूर्ण राज्य शवों के ढेर के नीचे दब रहा है। सच कहूँ तो मैं असहाय महसूस करता हूँ। मैं अपने डिस्चार्ज होने का इंतजार नहीं कर सकता, इसलिए मैं वडगाम में अपने लोगों के साथ रह सकता हूँ।"

गुजरात के वडगाम से निर्दलीय विधायक जिग्नेश मेवाणी को सोमवार (19 अप्रैल, 2021) को अस्पताल के बेड पर जानबूझकर कब्जा करने और कोरोना संक्रमित मरीजों की अनदेखी करने पर नेटिजन्स ने सोशल मीडिया पर जमकर ट्रोल किया है। दलित नेता मेवाणी ने शुक्रवार को बताया कि उनकी कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। इसी बीच सोमवार को ट्वीट कर मेवाणी ने गुजरात की स्वास्थ्य व्यवस्था पर सवाल उठाए थे।

उन्होंने ट्वीट किया, “मेरे निर्वाचन क्षेत्र वडगाम के लोगों के लिए राहत प्रयासों में सहयोग करना, जो गुजरात की दयनीय स्वास्थ्य सेवाओं से जूझ रहे हैं। संपूर्ण राज्य शवों के ढेर के नीचे दब रहा है। सच कहूँ तो मैं असहाय महसूस करता हूँ। मैं अपने डिस्चार्ज होने का इंतजार नहीं कर सकता, इसलिए मैं वडगाम में अपने लोगों के साथ रह सकता हूँ।”

जिग्नेश मेवाणी के ट्वीट का स्क्रीनशाॅट।

उनका ये ट्वीट नेटिजन्स को पसंद नहीं आया। उन्होंने मेवाणी को गुजरात की स्वास्थ्य व्यवस्था की आलोचना करने और उनकी दोहरी मानसिकता पर निशाना साधा। उन्होंने सबको बताया कि दोगली बातें करने वाले का इलाज एक शानदार निजी अस्पताल में चल रहा है।

ट्विटर पर एक यूजर (@ bharatendu2206) ने लिखा, “एक अस्पताल में आराम से बैठकर ‘हेल्थकेयर सिस्टम की खिल्ली उड़ा रहा है और मोबाइल फोन से अपने निर्वाचन क्षेत्र को चला रहा, वाह क्या बात है।”

एक अन्य यूजर भावेश लोढ़ा ने ट्वीट किया, “खुद वीआईपी बेड रोक के बैठा है और दूसरों को ज्ञान दे रहा है।”

एक और यूजर (@ugwande2) ने लिखा कि जिग्नेश मेवाणी जैसे लोगों की वजह से जरूरतमंद लोगों को बेड नहीं मिलता है।

एक अभि पटेल नाम के यूजर ने जिग्नेश मेवाणी पर तंज कसते हुए कहा, “आप ठीक तो लग रहे हैं, लेकिन फिर भी अस्पताल के बेड पर कब्जा कर लिया। अच्छा फोटो सेशन है, आप बिल्कुल ठीक लग रहे हैं..क्यों न अपना बेड जरूरतमंद को दें दें?”

मेवाणी ने इससे पहले एक ट्वीट को रीट्वीट करते हुए गुजरात के सरकारी अस्पतालों में कोरोना मरीजों की क्या दशा है ये बताने की कोशिश की थी।

हालाँकि, इससे पहले उन्होंने गुजरात के लोगों की हरसंभव मदद करने की कसम खाई थी। 16 अप्रैल के एक ट्वीट में, उन्होंने लिखा, “कोरोना वायरस से जैसे ही उबरता हूँ, मैं गुजरात में लोगों को जरूरत की हर चीज मुहैया कराने का प्रयास करूँगा। कृपया किसी भी चीज की आवश्यकता होने पर मुझे टैग करें। मैं पूरी कोशिश करूँगा कि जो भी उपलब्ध हो, वह आप तक पहुँचा सकूँ।”

जबकि कई नेटिज़न्स ने कहा है कि जिग्नेश मेवाणी का गुजरात के अहमदाबाद के केडी सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल में इलाज चल रहा है। लेकिन ऑपइंडिया इन दावों की पुष्टि नहीं करता है।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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