अयोध्या में 5 अगस्त 2020 को राम मंदिर का भूमिपूजन हुआ। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसमें हिस्सा लिया और राम मंदिर की आधारशिला रखी।
भूमिपूजन से पूरा देश आह्लादित और भावुक था। पर कुछ ‘लिबरल’ यह कह कर विलाप करने में व्यस्त थे कि अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण भारत की धर्मनिरपेक्ष पहचान के लिए घातक है।
लिबरलों के लिए यह सच स्वीकार करना काफी मुश्किल था कि भगवान राम आखिरकार अपनी जन्मभूमि पर विराजमान होंगे और वहॉं एक भव्य राम मंदिर बनाया जाएगा। लिबरलों के दुखी होने का एक कारण यह भी था कि अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण सुप्रीम कोर्ट की अनुमति से हो रहा है।
इस्लामिक कट्टरपंथियों और लिबरलों पर कटाक्ष करते हुए कई हिन्दुओं ने उन्हें सुझाव दिया कि राम मंदिर निर्माण से अपने ‘जले हुए जख्मों’ पर वे ‘बर्नोल‘ (Burnol) लगा लें।
Burnol – The original Burns cream 😁 pic.twitter.com/kzbzWAO4BU
— Rajeev Chandrasekhar 🇮🇳 (@rajeev_mp) August 5, 2020
Digital Billboard of Ram Temple is up at New York’s Times Square.
— Sagar Damle (@Sagarontheright) August 5, 2020
Burnol sales up by further 500% 🤣 pic.twitter.com/LH47DjAo82
After new york times square ,
— WaRRiOr 🔨 (@_JustRise) August 5, 2020
Akshay Kumar tweet rises sale of Burnol.
Totally , Black day for Liberals 😂
Jai Siya Ram pic.twitter.com/Q8FLepeeUw
And then this also happened. Thoda Burnol Bacha ke rakhna tha, sab savere hi kharch kar diya..pic.twitter.com/qT98UzR3jy
— Vikrant ~ विक्रांत (@vikrantkumar) August 6, 2020
दिलचस्प बात यह है कि सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म पर, हिंदुओं और भगवान राम के भक्तों ने लिबरल और इस्लामवादियों को डिजिटल बर्नोल वितरित किया। वहीं कई लोग Google पर बर्नोल सर्च करने में व्यस्त थे। इसका नतीजा यह हुआ कि राम मंदिर भूमि पूजन के दौरान 5 अगस्त को ‘बर्नोल’ के लिए सर्च रिजल्ट कई गुना बढ़ गए।
यदि कोई पिछले 90 दिनों के ग्राफ को देखता है, तो यह स्पष्ट है कि बर्नोल का सर्च रिजल्ट 5 अगस्त को काफी हद तक बढ़ गया था।
बता दें कि पिछले 90 दिनों में सबसे ज्यादा ‘बर्नोल’ त्रिपुरा में सर्च किया गया। इसके बाद उत्तराखंड, दिल्ली, हिमाचल प्रदेश और झारखंड में सर्च किए गए।
इसके अलावा, ज्यादातर लोगों ने पिछले 90 दिनों में ‘बर्नोल इमेज’ सर्च की और 5 अगस्त को यह आँकड़ा सबसे अधिक था।
पिछले 30 दिनों में ‘बर्नोल’ का सर्च
पिछले 30 दिनों में बर्नोल के लिए Google सर्च एक दिलचस्प ट्रेंड दिखाती है। Google से पता चलता है कि मेघालय में लोग “बर्नोल” शब्द की खोज में सबसे अधिक रुचि रखते थे, जो राम मंदिर भूमि पूजन के दौरान 5 अगस्त को भी चरम पर था।
मेघालय के बाद, पिछले 30 दिनों में ‘बर्नोल’ के लिए गूगल सर्च में सबसे ऊपर आने वाले राज्यों में झारखंड, गोवा, उत्तराखंड और हरियाणा है।
दिलचस्प बात यह है कि सबसे ज्यादा संबंधित प्रश्न ‘बर्नोल मीम्स’ और ‘बर्नोल क्या है’ के लिए थे। 5 अगस्त को ‘बर्नोल’ क्यों वितरित किया जा रहा था, यह देखते हुए Google ने बर्नोल सर्च से संबंधित टॉपिक को ही ‘related topics’ बना दिया।
उस दिन Google के ‘related topics’ लिबरल, इंटरनेट मीम, भगवान राम और राम जन्मभूमि से संबंधित थे।
पिछले 7 दिनों में ‘बर्नोल’ का सर्च
पिछले 7 दिनों में गूगल सर्च पर काफी दिलचस्प परिणाम देखे गए। हालाँकि 5 अगस्त को 1:30 बजे दोपहर में बर्नोल का सर्च करने वाले शीर्ष राज्य झारखंड, असम, उत्तराखंड, छत्तीसगढ़ और गोवा थे।
हालाँकि, सबसे दिलचस्प बात यह है कि Google द्वारा विश्लेषण में ‘related queries’ सेक्शन में कुछ दिलचस्प परिणाम सामने आए। इसके मुताबिक पिछले सप्ताह में, ‘बर्नोल’ के लिए सबसे लोकप्रिय संबंधित प्रश्न ‘आज तक बर्नोल’, ‘आज तक बर्नोल विज्ञापन’ आदि थे।
राम मंदिर भूमि पूजन के दौरान Aaj Tank Burnol विज्ञापन
दरअसल 5 अगस्त को भूमि पूजन के दौरान लाइव दिखाते समय की एक तस्वीर वायरल हो रही है। इस तस्वीर में पीएम मोदी पूजन कर रहे होते हैं और उसी समय स्क्रीन पर बर्नोल का विज्ञापन दिखाया जाता है। यह फोटो नेटिज़न्स के लिए मनोरंजन का एक स्रोत बन गई, क्योंकि पूजा से ‘लिबरल और इस्लामी जल रहे थे’, तो उनके लिए इस विज्ञापन को दिखाना उपयुक्त माना गया।
This viral image is morphed!
— IndiaToday (@IndiaToday) August 6, 2020
Aaj Tak did not run any ad of the mentioned brand during the #RamMandir ‘bhoomi pujan’.#AFWAFactCheck #FactCheck pic.twitter.com/kFlMGv9Pgi
हालाँकि इंडिया टुडे ने बाद में बताया कि ये तस्वीर एडिट की हुई थी। इंडिया टुडे ने ट्वीट कर कहा कि चैनल ने राम मंदिर के भूमि पूजन के दौरान बर्नोल का कोई विज्ञापन नहीं चलाया था। इसलिए, वायरल होने वाली यह फोटो नकली थी।