Monday, October 7, 2024
Homeसोशल ट्रेंडऐतिहासिक 'बागपत चाट युद्ध' के 3 साल पूरे: 'आइंस्टीन चचा' के व्यापार बदलने से...

ऐतिहासिक ‘बागपत चाट युद्ध’ के 3 साल पूरे: ‘आइंस्टीन चचा’ के व्यापार बदलने से भी दुखी हैं लोग, सोशल मीडिया पर ‘योद्धाओं’ को किया जा रहा नमन

वायरल वीडियो के साथ लोग करामात भी कर रहे हैं। एक शख्स ने वीडियो में लाठी-डंडों को चमकते हुए दिव्यास्त्रों की तरह दिखा दिया।

ऐतिहासिक ‘बागपत चाट युद्ध’ के 3 साल पूरे हो गए हैं, जिसके बाद लोग एक बार फिर से उसके वीडियो शेयर कर रहे हैं। खासकर के ‘आइंस्टीन चाचा’ को लोग जम कर याद कर रहे हैं। बता दें कि इस युद्ध में किसी की हार-जीत नहीं हुई थी, बल्कि लोगों का मनोरंजन हुआ था। बाद में सभी ‘योद्धाओं’ को पकड़ कर पुलिस ने लॉकअप में डाला था, जिसके बाद उनकी तस्वीरें सामने आई थीं। 22 फरवरी, 2021 को चाट के ठेलों को लेकर हुई इस मारपीट में दोनों पक्षों के लोग घायल हुए थे।

वायरल वीडियो के साथ लोग करामात भी कर रहे हैं। एक शख्स ने वीडियो में लाठी-डंडों को चमकते हुए दिव्यास्त्रों की तरह दिखा दिया। बड़ौत कोतवाली क्षेत्र के मेन बाजार में ये मारपीट इसीलिए हुई थी, क्योंकि एक चाट दुकानदार के ग्राहक को दूसरे ने अपने पास बुला लिया था। अब आइंस्टीन हेयरस्टाइल वाले चाचा ने अपने बाल कटा लिए हैं और कपड़ों की दुकान भी खोल ली है। लोग न सिर्फ उनकी दुकान से शॉपिंग करते हैं, बल्कि उनके साथ सेल्फी भी लेते हैं।

वीडियो में देखा जा सकता है कि कैसे दोनों पक्ष एक-दूसरे के लोगों को जमीन पर गिरा-गिरा कर पीट रहे हैं। पुलिस ने करीब दर्जन भर लोगों को हिरासत में भी लिया था। आइंस्टीन चाचा की फूली हुई आँख और बिखरे हुए लाल बालों को भला कौन भूल सकता है। उनका असली नाम हरेंद्र सिंह है। लड़के-लड़कियाँ इतनी सेल्फी लेते थे और दुकान में भीड़ जुट जाती थी कि उन्होंने अपने बाल अब छोटे-छोटे बड़ौत कोतवाली क्षेत्र के मेन बाजार में बड़ौत कोतवाली क्षेत्र के मेन बाजार में करा लिए हैं। लोग अब इसे ‘मानव जाति के इतिहास की पौराणिक लड़ाई’ बता कर तीसरी बरसी पर शुभकामनाएँ दे रहे हैं, तो कोई दुःख व्यक्त कर रहा है।

कुछ लोगों ने यहाँ तक लिखा कि आने वाली पीढ़ियाँ भी ‘बागपत के ऐतिहासिक चाट युद्ध’ से प्रेरणा लेगी। ‘आइंस्टीन चाचा’ हरेंद्र सिंह ने चाट के ठेले में नुकसान के बाद अपना व्यापार बदलने का फैसला लिया था। मीडिया वाले हरेंद्र सिंह का इंटरव्यू लेने पहुँचते थे और वो बागपत में किसी सेलेब्रिटी की तरह फेमस हो गए थे। लोगों ने इस पर भी अफ़सोस जताया कि अब ‘आइंस्टीन चाचा’ चाट के बिजनेस में नहीं रहे, इसीलिए अब वहाँ कोई ‘चाट युद्ध’ नहीं होगा।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

फूट गया ‘इंडिया आउट’ का बुलबुला, भारतीयों से राष्ट्रपति मुइज्जू ने लगाई मालदीव आने की गुहार: PM मोदी ने ₹3300 करोड़ का दिया ‘सहारा’

राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू की भारत यात्रा के बाद मोदी सरकार ने मालदीव को 400 मिलियन डॉलर की आर्थिक सहायता देने का फैसला किया है।

‘मेहदी फाउंडेशन’ से जुड़ा है UP का परवेज अहमद, पाकिस्तानी मुस्लिमों को ‘हिंदू पहचान’ देकर भारत में बसाता है: खुद की बीवी भी सीमा...

पुलिस ये छानबीन कर रही है कि पाकिस्तानी परिवारों का कोई आपराधिक बैकग्राउंड है या नहीं। अगर नहीं, तो फिर उन्हें वापस उनके मुल्क भेजने की प्रक्रिया की जाएगी।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -