कभी तिरंगे को सलामी नहीं दी तो कभी पहले 'योग दिवस' कार्यक्रम से नदारद रहे। आतंकियों से जुड़ी संस्था के मंच पर हामिद अंसारी ने भारत विरोधी ज़हर उगला था। अब ISI का 'जासूस' बता रहा कि उनके बुलाने पर वो भारत आया था। नंबी नारायणन के खिलाफ साजिश के तार उनसे जुड़े थे। रॉ नेटवर्क को उजागर करने के आरोप लगे।
कहीं से पलायन की खबर तो कहीं स्कूल में सरस्वती पूजा और प्रार्थना 'हराम'। कहीं हिन्दू जुलूस पर हमला, कहीं त्योहार मनाने पर पाबंदी। मुस्लिम बहुल इलाकों में अब शरिया चलेगा?