वित्तीय वर्ष 2015-16 में जूनियर चिदंबरम दम्पति ने अपनी कुल आय छिपाई थी और टैक्स देने से बचने के लिए तरह-तरह के हथकंडे अपनाए थे। मुत्तुकादु में एक ज़मीन की बिक्री के बाद कार्ति को 6.38 करोड़ रुपए और उनकी पत्नी श्रीनिधि को 1.35 करोड़ रुपए कैश में प्राप्त हुए थे।
ये पहली बार नहीं है जब कार्ति सड़क-छाप धमकियों पर उतर आए हों। इससे पहले भी वो लोगों को धमकी और गाली देते रहे हैं। माधव नाम के एक व्यक्ति को कार्ति ने धमकाते हुए मैसेज किया था- "मैं तुम्हें एक दिन देख लूँगा। मेरी बात याद रखना।"
तुषार मेहता के अनुसार INX मीडिया के अलावा भी कई कम्पनियाँ संदिग्ध हैं। उन्होंने सुप्रीम कोर्ट को सूचित किया कि ईडी ने 16 कम्पनियाँ चिह्नित की हैं, जिनके मनी लॉन्ड्रिंग और संदेहास्पद आर्थिक गतिविधियों में शामिल होने की शंका है।
सीबीआई ने सुप्रीम कोर्ट में एक रिव्यु पेटिशन डाली है। इसमें चिदंबरम को आईएनएक्स मीडिया केस में जमानत देने वाले दिल्ली हाई कोर्ट की तीन जजों की बेंच के आदेश को चुनौती दी गई है।
विशेष कोर्ट में सीबीआई की ओर से दायर इस आरोपपत्र के अनुसार चिदंबरम और उनके बेटे कार्ति ने महज़ ₹9.96 लाख लेकर 2008 में INX में विदेश निवेश के लिए गैर-क़ानूनी मंज़ूरी दिलवाई थी।
आईएनएक्स मीडिया समूह को 2007 में 305 करोड़ रुपये का विदेशी धन प्राप्त करने के लिए विदेशी निवेश संवर्धन बोर्ड की मंजूरी देने में अनियमितता बरतने का आरोप चिदंबरम पर है। ईडी ने 2017 में इस संबंध में धन शोधन का मामला दर्ज किया था।
जय शाह को निशाना बनाते हुए कार्ति ने ट्वीट किया, "क्या होता अगर मेरे पिता के गृह मंत्री रहते हुए मुझे बीसीसीआई का सचिव चुना जाता। उस समय राष्ट्रवादी और भक्त इस पर कैसी प्रतिक्रिया देते?" लेकिन यह पैंतरा उन पर ही भारी पड़ गया।
मनी लॉन्ड्रिंग और एयरसेल-मैक्सिस जैसे मामलों में आरोपित कार्ति चिदंबरम को मई-जून के महीने में अंतरराष्ट्रीय टेनिस टूर्नामेंट में शामिल होने के लिए यू.एस, स्पेन और जर्मनी जाना था, जिसके लिए उन्होंने कोर्ट में 10 करोड़ की राशि जमा करवाई थी
ED ने कार्ति की गिरफ्तारी पर लगी रोक हटाने के लिए दिल्ली HC का दरवाजा खटखटाया है। इतना ही नहीं, ED सुप्रीम कोर्ट से पी चिदंबरम की गिरफ्तारी पर लगी रोक हटाने की भी माँग कर रहा है। जाँच एजेंसी सुप्रीम कोर्ट में एक और अर्जी दाखिल करने जा रहा है।